Nojoto: Largest Storytelling Platform

New जबीन-ए-नियाज़ का अर्थ Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about जबीन-ए-नियाज़ का अर्थ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जबीन-ए-नियाज़ का अर्थ.

Related Stories

    PopularLatestVideo

Mokshada mishra

अर्थ का अनर्थ #Morning #विचार

read more
mohabbat ki ahat ko
aur ishq ki likhawat ko
badal pana aasan nahi hai ae dost

ज़रा सी समझ की फेर में
अर्थ का अनर्थ कर देती हैं ।

कलम 
with mishraji

©Mokshada mishra अर्थ का अनर्थ

#Morning

Vasundhara Chaudhary

#रिवाज़ ए इश्क #nojotophoto

read more
 #रिवाज़ ए इश्क

Shankar

नाराज़ - ए - इश्क़ #WelcomLife #शायरी

read more
मैं आज कहूं तो कल और मैं कल कहूं तो तुम आज कहते हो...
😔😔
सुना है आज कल तुम मुझसे नाराज़ रहते हो....
❣️❣️

©Shankar नाराज़ - ए - इश्क़

#WelcomLife

luckyshri

रियाज़त-ए-इश्क: साधना #Shayari #nojotophoto

read more
 रियाज़त-ए-इश्क: साधना

SHASHI BHUSHAN JAISWAL

#ए जमीन मेरी मेरा आसमां #शायरी

read more
mute video

SamShiva

#अर्ज- ए- गम

read more
mute video

Diva

#अर्ज-ए-उल्फत

read more
अर्ज- ए- उल्फत किस किस को बताये, 
बस कुछ के लिए रात होती है सोने का, और कुछ लोगो के कुछ से कुछ होने का #अर्ज-ए-उल्फत

paritosh@run

सितार-ए-अर्श... #Shayari

read more
When we first met, कुछ तो ख़ास होगा उस सितार-ए-अर्श में...
उसे यूं ही तो हयात अपना बनाया ना होगा... सितार-ए-अर्श...

writer abhay

अर्थ :- ख़ुलूस-ए-राह - सच्चाई का रास्ता कासा - भीख मांगने वाला कटोरा #शायरी

read more
मुफ़ाइलुन   मुफ़ाइलुन   फ़ऊलुन   फ़ऊलुन

ख़ुलूस-ए-राह पे चल कर भला क्या मिलेगा.
हमें   इस  दौर  में  हाथों   मे  कासा मिलेगा.

पता  है  मूर्ख  है  सब  ही  यकीं  हो गया था.
तुम्हारे  लब  से  बस  हर साल वादा मिलेगा.

मुझे  वो  बात  जो  तुम  ने किये थे गज़ब थे.
कि  बस  इतने  महीने  में  हि इतना मिलेगा.

बुरा लगता  जिन्हें वो भक्त अब क्या करे की.
उन्हे   भी  तो  पता  है  आगे  धोखा  मिलेगा. अर्थ :-

ख़ुलूस-ए-राह - सच्चाई का रास्ता
कासा - भीख मांगने वाला कटोरा

Rahul Shastri worldcitizens2121

सत्संग का अर्थ

read more
Safar                                 July 10,2019

सत्संग का अर्थ होता है गुरु की मौजूदगी! गुरु कुछ करता नहीं हैं, मौजूदगी ही पर्याप्त है। 
ओशो सत्संग का अर्थ
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile