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Vikas Sahni

इक वार इक मजदूर
काम पे से थककर
आया अपने घर पर
तो बिजली चली गयी,
तकिया-बिस्तर बाँध
चढ चला गया छत पर
और सो गया यह कहते,
"बाहर घाव-भीतर तनाव है!"
कि बिजली चली आयी
तो चेहरा हुआ हरा-भरा
तो नीचे उतरा!
दोबारा बिजली चली गयी,
दोबारा तकिया-बिस्तर बाँधे 
छत पर चढा
तो दोबारा बिजली चली आयी।
फिर वह वहीं रह गया छत पर
थे बहुत मच्छर,
जिनका काटना बरकरार था,
जिनके लिए खून पीना ही प्यार था।
यह देख मेरी कविता ने कहा,
"यही मच्छर मालिक हो जाते हैं दिन में,
जो करते हैं शोषण!
काटते हैं सैलरी के सिवा
पेड़-पोधों को
और फैलाते हैं प्रदूषण,
जिसके ज़हर से सबसे पहले
मरते हैं मजदूर।
शेष उच्च वर्गीय लोग कूलर-कार की सहायता से
हो जाते हैं सुरक्षित दूर।
                                             ...by Vikas Sahni #शोषक मच्छरों के रूप में###

#शोषक मच्छरों के रूप में###

10 Love

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Pradeep Kumar Chourasiya

आव चले गए जैविक खेती की ओर #जैविक खेती

#जैविक खेती

3 Love

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Hemlatadew08

*जैविक घड़ी पर आधारित शरीर की दिनचर्या* 


*प्रातः 3 से 5 – इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से फेफड़ो में होती है। थोड़ा गुनगुना पानी पीकर खुली हवा में घूमना एवं प्राणायाम करना । इस समय दीर्घ श्वसन करने से फेफड़ों की कार्यक्षमता खूब विकसित होती है। उन्हें शुद्ध वायु (आक्सीजन) और ऋण आयन विपुल मात्रा में मिलने से शरीर स्वस्थ व स्फूर्तिमान होता है। ब्रह्म मुहूर्त में उठने वाले लोग बुद्धिमान व उत्साही होते है, और सोते रहनेवालो का जीवन निस्तेज हो जाता है ।*

*प्रातः 5 से 7 – इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से आंत में होती है। प्रातः जागरण से लेकर सुबह 7 बजे के बीच मल-त्याग एवं स्नान का लेना चाहिए । सुबह 7 के बाद जो मल – त्याग करते है उनकी आँतें मल में से त्याज्य द्रवांश का शोषण कर मल को सुखा देती हैं। इससे कब्ज तथा कई अन्य रोग उत्पन्न होते हैं।*

*प्रातः 7 से 9 – इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से आमाशय में होती है। यह समय भोजन के लिए उपर्युक्त है । इस समय पाचक रस अधिक बनते हैं। भोजन के बीच –बीच में गुनगुना पानी (अनुकूलता अनुसार ) घूँट-घूँट पिये।*
9 -11 बजे तक ऊर्जा spleen me होता है
*प्रातः 11 से 1 – इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से हृदय में होती है। दोपहर 12 बजे के आस–पास मध्याह्न – संध्या (आराम ) करने की हमारी संस्कृति में विधान है। इसीलिए भोजन वर्जित है । इस समय तरल पदार्थ ले सकते है। जैसे मट्ठा पी सकते है। दही खा सकते है ।*

*दोपहर 1 से 3 - इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से छोटी आंत में होती है। इसका कार्य आहार से मिले पोषक तत्त्वों का अवशोषण व व्यर्थ पदार्थों को बड़ी आँत की ओर धकेलना है। भोजन के बाद प्यास अनुरूप पानी पीना चाहिए । इस समय भोजन करने अथवा सोने से पोषक आहार-रस के शोषण में अवरोध उत्पन्न होता है व शरीर रोगी तथा दुर्बल हो जाता है*

*दोपहर 3 से 5  इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से मूत्राशय में होती है । 2-4 घंटे पहले पिये पानी से इस समय मूत्र-त्याग की प्रवृति होती है।*

*शाम 5 से 7  इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से गुर्दे में होती है । इस समय हल्का भोजन कर लेना चाहिए । शाम को सूर्यास्त से 40 मिनट पहले भोजन कर लेना उत्तम रहेगा। सूर्यास्त के 10 मिनट पहले से 10 मिनट बाद तक (संध्याकाल) भोजन न करे। शाम को भोजन के तीन घंटे बाद दूध पी सकते है । देर रात को किया गया भोजन सुस्ती लाता है यह अनुभवगम्य है।*

*रात्री 7 से 9  इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से मस्तिष्क में होती है । इस समय मस्तिष्क विशेष रूप से सक्रिय रहता है । अतः प्रातःकाल के अलावा इस काल में पढ़ा हुआ पाठ जल्दी याद रह जाता है । आधुनिक अन्वेषण से भी इसकी पुष्टी हुई है।*

*रात्री 9 से 11  इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से रीढ़ की हड्डी में स्थित मेरुरज्जु में होती है। इस समय पीठ के बल या बायीं करवट लेकर विश्राम करने से मेरूरज्जु को प्राप्त शक्ति को ग्रहण करने में मदद मिलती है। इस समय की नींद सर्वाधिक विश्रांति प्रदान करती है । इस समय का जागरण शरीर व बुद्धि को थका देता है । यदि इस समय भोजन किया जाय तो वह सुबह तक जठर में पड़ा रहता है, पचता नहीं और उसके सड़ने से हानिकारक द्रव्य पैदा होते हैं जो अम्ल (एसिड) के साथ आँतों में जाने से रोग उत्पन्न करते हैं। इसलिए इस समय भोजन करना खतरनाक है।*

*रात्री 11 से 1  इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से पित्ताशय में होती है । इस समय का जागरण पित्त-विकार, अनिद्रा , नेत्ररोग उत्पन्न करता है व बुढ़ापा जल्दी लाता है । इस समय नई कोशिकाएं बनती है ।*

*रात्री 1 से 3  इस समय जीवनीशक्ति विशेष रूप से लीवर में होती है । अन्न का सूक्ष्म पाचन करना यह यकृत का कार्य है। इस समय का जागरण यकृत (लीवर) व पाचन-तंत्र को बिगाड़ देता है । इस समय यदि जागते रहे तो शरीर नींद के वशीभूत होने लगता है, दृष्टि मंद होती है और शरीर की प्रतिक्रियाएं मंद होती हैं। अतः इस समय सड़क दुर्घटनाएँ अधिक होती हैं।*

 *ऋषियों व आयुर्वेदाचार्यों ने बिना भूख लगे भोजन करना वर्जित बताया है। अतः प्रातः एवं शाम के भोजन की मात्रा ऐसी रखे, जिससे ऊपर बताए भोजन के समय में खुलकर भूख लगे। जमीन पर कुछ बिछाकर सुखासन में बैठकर ही भोजन करें। इस आसन में मूलाधार चक्र सक्रिय होने से जठराग्नि प्रदीप्त रहती है। कुर्सी पर बैठकर भोजन करने में पाचनशक्ति कमजोर तथा खड़े होकर भोजन करने से तो बिल्कुल नहींवत् हो जाती है। इसलिए ʹबुफे डिनरʹ से बचना चाहिए।*

*पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र का लाभ लेने हेतु सिर पूर्व या दक्षिण दिशा में करके ही सोयें, अन्यथा अनिद्रा जैसी तकलीफें होती हैं।*

*शरीर की जैविक घड़ी को ठीक ढंग से चलाने हेतु रात्रि को बत्ती बंद करके सोयें। इस संदर्भ में हुए शोध चौंकाने वाले हैं। देर रात तक कार्य या अध्ययन करने से और बत्ती चालू रख के सोने से जैविक घड़ी निष्क्रिय होकर भयंकर स्वास्थ्य-संबंधी हानियाँ होती हैं। अँधेरे में सोने से यह जैविक घड़ी ठीक ढंग से चलती है।*

*आजकल पाये जाने वाले अधिकांश रोगों का कारण अस्त-व्यस्त दिनचर्या व विपरीत आहार ही है। हम अपनी दिनचर्या शरीर की जैविक घड़ी के अनुरूप बनाये रखें तो शरीर के विभिन्न अंगों की सक्रियता का हमें अनायास ही लाभ मिलेगा। इस प्रकार थोड़ी-सी सजगता हमें स्वस्थ जीवन की प्राप्ति करा देगी।*

©Hemlatadew08
  #जैविक घडी
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Shambhu Singh Charan

#जैविक कृषि
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Avadhoot Trinetra Dhar Dubey

जैविक हथियार

जैविक हथियार

47 Views

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Rishabh Mehta Rishi

मच्छरों को भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिये ।
चिपकने ओर काटने के लिये पूरा परिवार नहीं लाना चाहिये । #आतंक मच्छरों का

#आतंक मच्छरों का #बात

9 Love

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Deepak Kohli

सोचना हमारा मौलिक और जैविक स्वभाव है। हमें हमेशा सोच विचार करना चाहिए, तभी हमें कोई कदम या काम करना चाहिए, क्योंकि हमारे सोच और विचार में हमारे समाज का प्रभाव बेहद गहरे ढंग से होता है। हमारा मौलिक और जैविक अधिकार

हमारा मौलिक और जैविक अधिकार

3 Love

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Ek villain

सांसों पर संकट के माध्यम से मिली जानकारी एक बड़ी चिंता को रेखांकित करती है नवंबर के प्रथम सप्ताह में दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण बढ़ने की आशंका का डर पैदा करती है अस्पतालों में सांसो की बीमारी में मरीजों की संख्या में कोई बेतहाशा वृद्धि इसका परिणाम है दिल्ली में प्रदूषण रोकथाम के लिए की गई व्यवस्था नाकाफी हैं केवल लुटियन जोन और विकसित कॉलोनियों में प्रदूषण बचाव के विशेष प्रदान किए जाते हैं जबकि अन्य क्षेत्र को भगवान भरोसे छोड़ दिया जाता इन्हीं क्षेत्र की टूटी हुई सड़क चारों तरफ गंदगी कूड़े के ढेर सड़कों पर बहता गंदा पानी अधिकरण और ट्रैफिक जाम यही कहानी बयां करती है इन अपेक्षित क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाए अन्यथा दिल्ली में प्रदूषण रोकथाम की योजना कारगर साबित नहीं होगी पंजाब हरियाणा में पराली जलाने के बढ़ते समय चिंताजनक है दिल्ली सरकार स्थिति को देखते हुए प्राइमरी स्कूलों को बंद करने पर भी विचार करें

©Ek villain #dost #कारागार हो प्रदूषण रोकथाम के उपाय

#dost #कारागार हो प्रदूषण रोकथाम के उपाय #Society

8 Love

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Mayank singh Lodhi

हम गरीब लोग तुम अमीर लोग
हम झोपड़ी bale और तुम ####वाले

©Mayank singh Lodhi हैं कृत हैं जैविक
#evening

हैं कृत हैं जैविक evening

2 Love

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ravi kanel

मच्छर के दीवाना

मच्छर के दीवाना

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DR. LAVKESH GANDHI

जैविक युद्ध 

जाने अनजाने में चीन ने मानवता के खिलाफ 
छेड़ दिया है जैविक युद्ध इस  समूचे संसार में 
त्रस्त हो रही है पूरी मानवता इस जैविक युद्ध से 
देखो मौत से सुनसान हो रहीं इंसान की बस्तियाँ 

 #जैविक युद्ध #
#कोरोना वायरस #
#yqworldwise#yqkorona#

जैविक युद्ध # कोरोना वायरस # yqworldwiseyqkorona#

0 Love

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kanta kumawat

आटा - शाटा प्रथा रोकथाम के लिए मेरा सहरानिय कदम।

आटा - शाटा प्रथा रोकथाम के लिए मेरा सहरानिय कदम।

2,104 Views

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Rkm

मच्छरों  से  अनुरोध  है....
चाहे  तो  खून
थोड़ा  ज्यादा  पी  लिया  करो....
लेकिन  ये  कान  के  पास  आकर
रोना - धोना  मत  किया  करो...
😂😂😉😁😂😂😂😂

©Rkm मच्छरों  से  अनुरोध  है...
#jail

मच्छरों से अनुरोध है... #jail #horror

3 Love

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अजनबी

                कविता नंबर= 2
शीर्षक : मातृभूमि का जीवन दान 

आओ हम सब मिलकर एक प्रण करें,
कीटनाशक पदार्थ को रोके हरी खाद का प्रयोग करे।
सभी लोगो को देना होगा इसका ध्यान,
तभी मिलेगा हमारी मातृभूमि को जीवन दान।
सभी तरफ हरियाली होगी,
हम सब के जीवन में तभी खुशिहाली होगी।
आओ हम सब मिलकर एक प्रण करें,
कीटनाशक पदार्थ को रोके हरी खाद का प्रयोग करे।।
बूढ़े बच्चे और जवान,
पॉलिथिन को रोको तभी दिखेगा सुंदर खेत खलिहान।
नदियां नालो को देखो तुम,
घर का कूड़ा कचरा इधर उधर न डालो तुम। 
हम सब की ये जिम्मेदारी है,
हमने तो शुरू किया है अब तुम्हारी बारी है।
परिवर्तन के साथ जागरूक  करना भी जरूरी है,
नई नवेली पीढ़ी को महत्व बताना भी जरूरी है।
आओ हम सब मिलकर एक प्रण करें,
कीटनाशक पदार्थ को रोके हरी खाद का प्रयोग करे।             # पॉलिथिन का रोकथाम
# कीटनाशक दवाओं का रोकथाम
#prithvi 
#हरीभरी

# पॉलिथिन का रोकथाम # कीटनाशक दवाओं का रोकथाम prithvi हरीभरी

0 Love

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Pooja Udeshi

पहला  मच्छर -यार आज कल खून चूसना भी 
दुष्वार हो गया 
दूसरा मच्छर -  कउ???     
पहला मच्छर -कउ की एक और 
भयंकर बाप आया है नाम है corona 
इंसान को जिसने  टारगेट बनाया haa
अगर हम corona positive इंसान का 
खून पियेगे तो हम भी इस बीमारी से 
मर जाएगे !!!!
दूसरा मच्छर ---हां यार ये तो तूने सही कहा !!!
                                
पहला मच्छर -तो भागो किसी और दुनिया मे 🤔🙄🙏 corona का असर मच्छरों पर

corona का असर मच्छरों पर

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VEER NIRVEL

मज़े है मच्छरों के,
हमरा हक़ मारा ज़ा रहा है...
--अज्ञात
#𝙲𝚑𝚊𝚒_𝙻𝚘𝚟𝚎𝚛

©VEER NIRVEL मज़े है मच्छरों के,
हमरा हक़ मारा ज़ा रहा है...
--अज्ञात
#𝙲𝚑𝚊𝚒_𝙻𝚘𝚟𝚎𝚛

मज़े है मच्छरों के, हमरा हक़ मारा ज़ा रहा है... --अज्ञात #𝙲𝚑𝚊𝚒_𝙻𝚘𝚟𝚎𝚛 #शायरी

9 Love

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Ravendra

समूह की महिलाएं जैविक खाद तैयार करती हुई

समूह की महिलाएं जैविक खाद तैयार करती हुई #न्यूज़

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Sumit Hansarian

संचारी रोग की रोकथाम

संचारी रोग की रोकथाम #News

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Dr.Dinesh sonkar

रात में सोने से पहले ,
एक मच्छर जरूर मर,
 दिया करे ताकि...,
 बाकी के मच्छर उसके,
 जनजे में चले जाय ,
और तुम आराम से,
 सो सकते है मच्छर से बचने के लिए

मच्छर से बचने के लिए

0 Love

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Dinesh Yadav

आत्महत्या रोकथाम दिवस

#sorrow

आत्महत्या रोकथाम दिवस #sorrow #विचार

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Rishi Tiwari Samajsevi

कैसे लोग हैं वे
जो ये जानते हुए भी
सिगरेट पीते हैं
कि
धुआं तो उसी के
कलेजे से निकल रहा है

©Rishi Tiwari Samajsevi नशा रोकथाम जरूरी है

#smoke

नशा रोकथाम जरूरी है #smoke #विचार

15 Love

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Parasram Arora

दैहिक  प्रेम vs  देविक प्रेम

©Parasram Arora
  देहिक प्रेम vs दैविक  प्रेम

देहिक प्रेम vs दैविक प्रेम #कविता

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Pawan Kumar

 Avic का जैविक खाद अपनाओ ओर 
धरती माता को बचाओ।

Avic का जैविक खाद अपनाओ ओर धरती माता को बचाओ। #nojotophoto

3 Love

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Chandraprakash Hardeniya

#WritersMotive मैं भारत के सभी किसान भाइयों से निवेदन कर रहा हूं आप ज्यादा से ज्यादा जैविक खेती करें जय हिंद

#WritersMotive मैं भारत के सभी किसान भाइयों से निवेदन कर रहा हूं आप ज्यादा से ज्यादा जैविक खेती करें जय हिंद #प्रेरक

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HINDI SAHITYA SAGAR

सारे जैविक औ अजैविक होते हैं नश्वर यहाँ?
नर्क या फ़िर स्वर्ग से जाओगे परे, पर कहाँ?
सड़ता वह जल ही है देखो जो वहीं ठहरा रहा।
रहता वही उज्ज्वल-अदूषित जो सदा बहता रहा।

©HINDI SAHITYA SAGAR
  सारे जैविक औ अजैविक होते हैं नश्वर यहाँ?
नर्क या फ़िर स्वर्ग से जाओगे परे, पर कहाँ?
सड़ता वह जल ही है देखो जो वहीं ठहरा रहा।
रहता वही उज्ज्वल-

सारे जैविक औ अजैविक होते हैं नश्वर यहाँ? नर्क या फ़िर स्वर्ग से जाओगे परे, पर कहाँ? सड़ता वह जल ही है देखो जो वहीं ठहरा रहा। रहता वही उज्ज्वल- #कविता

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Vimal ji

#मच्छर
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Deepali Singh

ज़रा बताओ हमको तुम
किसने बजाया ये बिगुल? 

कल देर रात हुई बत्ती गुल
कानों के नीचे हुआ शोरगुल
बदन पर मेरे बड़ा मचाये हलचल
फ़िर चादर के अंदर करे हरकत
कभी खिड़की में रहे अँटककर 
उड़े फ़िर रोशनदान से निकलकर
रक्त वो ढूंढे हर चीज को छुकर
अकड़ में उड़ता तन मेरा चुसकर
पलक झपकते फ़िर कर दे बेचैन
काहे का हमको जो आए नींद चैन
है काला मोटा छोटा पर बड़ा निडर
अंग में लाल रंग भरे टिके दीवार पर
पूरी रात यूँही मचाता रहा हुड़दंग
पर झट बिजली का दिखा लाल रंग
वो चलता पंखा मेरा ले आया उमंग
जलाई बत्ती पूरी रातभर एकदम
और चादर तानकर तब सो गए हम
पर आस पास मंडराता रहा बेशर्म

ज़रा पकड़ो तो इसको है ई कौन
 जिसने मचाया ऐसा हड़कम्प ?

©Deepali Singh मच्छर

मच्छर

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