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fb,@,©WriterNilofar Farooqui Tauseef

पर्यावरण और जीवन
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पेड़ लगाओ कहकर, फ़ोटो खूब खिंचाया,
आकाल आया तो, फिर पेड़ कहीं न पाया।

आज भी समय है आओ ज़रा सम्भल जाए
खुद को बदले ऐसा के, सब कुछ बदल जाये।

लगाकर पेड़ वातावरण स्वच्छ बनाये
सिर्फ नारा न लगे, आओ कर दिखाए।
सिर्फ नारा न लगे, आओ कर दिखाए। #WorldEnvironmentDay #पर्यवरण #नवजोत #पर्यावरण #nilofarlove #writernilofar #alfaz #tree

वीरेन्द्र सिंह ' वीर '

पदचिह्न

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जाने वाले चले जाते हैं
छोड़ जाते हैं अपने कदमों के निशान
कुछ  निशानों पर चलने को लोगों में 
होड़ होती है
कुछ निशानों पर चलने से लोग
तौबा करते हैं
अब तय हमें करना है कि हम 
क्या कार्य करें 
कैसे निशान छोड़कर जाएं


वीरेन्द्र सिंह 'वीर' पदचिह्न

Balram Bathra

कभी तुम,
नंगे पांव आना
मुझसे मिलने.,

ताकि मैं,
सहेजकर रख सकूं.,
तुम्हारे 'पदचिह्नों' की
उन स्मृतियों को..

और, तुम्हारी
अनुपस्थिति में भी.,
कभी-कभी लुफ़्त ले सकूं,
मैं तुम्हारे आगमन का..

-  βαℓяαм #पदचिह्न

Balram Bathra

कभी तुम,
नंगे पांव आना.,
मुझसे मिलने..

ताकि मैं,
सहेजकर रख सकूं.,
तुम्हारे 'पदचिह्नों' की,
उन स्मृतियों को..

और, तुम्हारी
अनुपस्थिति में भी.,
मैं लुत्फ़ ले सकूं 'बिट्टू'.,
तुम्हारे आगमन का..

©Balram Bathra #पदचिह्न

Aditya Kumar Bharti

कर कुछ ऐसा कि आशिक तेरी हुनर का सारा जहाँ रहे।
तू जहाँ में रहे ना रहे पर तेरे कदमों के निशां यहाँ रहे।।

आदित्य कुमार भारती #footprints #पदचिह्न

Sunita Bishnolia

पर्यावरण (दोहे)
हरी-भरी धरती रहे,नीला हो आकाश,
स्वच्छ बहे सरिता सभी,स्वच्छ सूर्य प्रकाश।।
पेड़ों को मत काटिए,करें धरा श्रृंगार।
माटी को ये बांधते,ये जीवन आधार।।
सुनीता बिश्नोलिया©®



शुद्ध हवा में साँस लें,कोई न काटे पेड़।
आस-पास भी साफ़ हो, सभी बचाएँ पेड़।।

धरती माता ने दिए,हमें अतुल भण्डार,
स्वच्छ पर्यावरण रखें, मानें हम उपकार।।

कानन-नग-नदियाँ सभी,धरती के श्रृंगार। 
दोहन इनका कम करें,मानें सब उपहार।। 

साफ-स्वच्छ गर नीर हो,नहीं करें गर व्यर्थ।
कोख न सूखे मात की, जल से रहें समर्थ।

धूल-धुआँ गुब्बार ही,दिखते चारों ओर।
दूषित-पर्यावरण हुआ,चले न कोई जोर।।

कान फाड़ते ढोल हैं,फूहड़ बजते गीत,
हद से ज्यादा शोर है,खोये 
मधुरिम गीत।

हरी-भरी खुशहाली के,धरती भूली गीत।
मैली सी वसुधा हुई,भूली सुर संगीत।।

पर्यावरण स्वच्छ राखिये,ये जीवन आधार,
खुद से करते प्यार हम,कीजे इससे प्यार।

#सुनीता बिश्नोलिया
#जयपुर #पर्यावरण  #स्वच्छ #पर्यावरण
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