Nojoto: Largest Storytelling Platform

New संग संग Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about संग संग from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, संग संग.

    PopularLatestVideo

DR. LAVKESH GANDHI

संग # संग संग चलते रहेंगे # yqhamsafaryqsang#

read more
हे प्रभु ! ईश्वर मेरी भी सुन ले... 
साथ चलें हैं अब तक साथ ही चलाते रहना 
प्रभु हमारी भी जोड़ी सदा ऐसी बनाये रखना 
    

 #संग #
#संग संग चलते रहेंगे #
#yqhamsafar#yqsang#

Mohmad Tanveer

संग संग

read more
संग संग चलना अधूरा रह गया इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है,
खामोशियो की आदत हो गयी है,
न सीकवा रहा न शिकायत किसी से,
अगर है तो एक मोहब्बत,
जो इन तन्हाइयों से हो गई है..! संग संग

Navdeep Rawat पार्थ

जो लिखी थी गज़ल आधी
अब पूरी हो गयी है
साथ रहना भी जैसे 
अब दूरी हो गयी है

वो सपनों का मकान
अरमानों का महल
हकीकत में ढह गया
संग-संग चलना अधूरा रह गया

©Navdeep Rawat पार्थ #संग #संग

Ramvinay Prajapati

मेरे संग संग

read more
mute video

Raja Ajay JI

तेरे संग संग

read more
अगर तू चाहती है कि मैं तेरा पीछा ना करूं.....
तो प्लीज तू मेरे आगे आगे चल.....
R☆AJAY तेरे संग संग

Ramanuj Tiwari

यादों के संग-संग

read more
पुरानी बहुत बात है
कहानी की दिल से शुरुआत है।।

देखी थी मैंने एक तस्वीर
चांद सी दिखती थी तारों की जागीर।।

गज़ गामिन सी चाल थी
ओठ गुलाबी सी लाल थी।।

केशवों के भी अपने अंदाज़ थे
दरिया की लहरों से आगाज़ थे।।

पतली कमर बड़ी लचकदार थी
गोया सावन झूले की पेंग हर बार थी।।

वज़न जवानी का था बढ़ रहा
सूंदर काया का रंग था चढ़ रहा।।

कौमार्यता की खुमारी थी छायी
मानो घटाओं ने सूरज को है छुपायी।।

तन - बदन था महक रहा
जिसे पाने को दिल था तरस रहा।।

संदेह एक ही दिल में समायी थी
चाँद धरा पे कैसे उतर आयी थी।।

सफर जिंदगानी का यूं ही कटता नहीं
हमसफर हो कोई, असर पड़ता नहीं।।

नज़रे टिक गयी थी सूरत में
जो बदल रही थी प्यारी मूरत में।।

प्यार पटरी पर थी आ गयी
सूरत दिल में थी समा गयी।।

दिन में रूप का नज़ारा था
रात में ख्वाबों का सहारा था।।

मोहब्बत -ए-जिंदगी थी चलने लगी
उनकी यादों में थी शाम ढलने लगी।।

तभी वहां ज़हर भरी गाज़ एक आ गिरी
टूट गये सपने सभी तार-तार हुयी जिंदगी।।

महकती थी कलियां जिसके प्यार में
सूख गयी धरती, पानी के अभाव में।।

चाहा था मैंने जिसको टूट के
अब टूट जाऊंगा उनसे रूठ के।।

हर वक्त सताये ये गम
क्यूं टूट के चाहे थे हम।।

इन होंठों पे न मुस्कान आएगी 
दवा न ही कोई दुवा काम आएगी।।

जो मचल उठती थीं नदियां बारिश के फुहार में
सूख गयीं है अब उनकी इन्तज़ार में।।

दिल को तड़पाती है असफल प्यार की तीखी चुभन
चांदनी में कैसे निहारते थे चाँद तारों का गगन।। यादों के संग-संग
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile