Nojoto: Largest Storytelling Platform

New अलमारियों में Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about अलमारियों में from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अलमारियों में.

    PopularLatestVideo

Darshan Blon

हम लोग कभी... #हमलोग #Collab #yqdidi #Friendship #Dosti #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi हम लोग कभी दोस्ती ना तोड़ेंगे, सा

read more
दोस्ती ना तोड़ेंगे,
साथ बिताये इन सुनहरे पलों को
यादों के अलमारियों में सहेजकर रखेंगे,
चाहे कितनी भी व्यस्त हो ज़िन्दगी-
फुर्सद के दो पल निकालकर
एक-दूजे संग जुड़े रहना,
एक-दूजे के दुःख-सुख में शामिल होना,
हम लोग कभी नहीं भूलेंगे,
आओ मेरे मित्रों आज ये प्रण लेते हैं-
कमसे कम एक दिन ज़िन्दगी का
अपनी यारी के नाम करते हैं I हम लोग कभी...
#हमलोग #collab #yqdidi #friendship #dosti #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
हम लोग कभी
दोस्ती ना तोड़ेंगे,
सा

Magical Words ( rupali yadav)

मैं जब ब्याही जाउंगी तुमसे तब सिर्फ मैं नहीं ब्याही जाउंगी ब्याहे जाएंगे वो सब लोग जो हमसे जुड़े होंगे ब्याहा जाएगा बचपन हमारा ब्याहा जाएगा #Marriage #Quote #Prem #hindi_quotes #लव #hindiwritings #nojohindi #treanding #rupaliyadav #magicalwords0903

read more
mute video

AB

प्रिय Pooja🦋 , प्रेम नहीं मरता कभी भी नहीं वह हमेशा ही जीवित रहता है हमारी स्मृतियों में, कभी मन के किसी में कभी ह्रदय की अलमारियों में

read more
कि आना तू
मोहब्बत बन 
मैं वफ़ाएं बन
आउंगी,

दर्द तो
क्या नाचीज़ मैं तेरी
हर ज़फाएं
सह जाउंगी,

बस मिलना तू
इक दफ़ा 
चाहतों के आसमानों
में,

करने कायम
वस्ल -ए-मोहब्बत 
ज़िन्दगी के 
इम्तिहानों
में,! 
प्रिय Pooja🦋 ,

  प्रेम नहीं मरता कभी भी नहीं वह हमेशा ही जीवित रहता है हमारी स्मृतियों में, कभी मन के किसी में कभी ह्रदय की अलमारियों में

Abhay Bhadouriya

मेरा दृढ़ विश्वास है इस दुनिया से परे चेतना के किसी लोक से आतीं हैं कविताएं कविताओं का अपना लोक होता है.. जहाँ विराजतीं हैं सृजन की द #yqbaba #yqdidi #yqhindi #yqquotes #abhaybhadouriya

read more
        मेरा दृढ़ विश्वास है 

इस दुनिया से परे 
चेतना के किसी लोक से 
आतीं हैं कविताएं

कविताओं का अपना लोक  होता है.. 
जहाँ विराजतीं हैं सृजन की द

Anamika Nautiyal

इस लाकडाउन के चक्कर में घर में बर्तन धो रहा हूँ खाना बनाने के साथ-साथ झाडू-पोछा भी कर रहा हूँ खाना बनाना सीखा था जिस दिन उस दिन पर पछता र #Humour #somethingNEW #अनाम #पतिपत्नी #हास्य_कविता #lockdown #गढ़वालीगर्ल

read more
Something new 


Read in caption  इस लाकडाउन के चक्कर में घर में बर्तन धो रहा हूँ
खाना बनाने के साथ-साथ झाडू-पोछा भी कर रहा हूँ 


खाना बनाना सीखा था जिस दिन उस दिन पर पछता र

Nikhil Ranjan

Whole Poetry in Captions , please read ! #मलाल #खवाहिश #चाहत #प्यार #खुद_की_कलम_से #Original तुम्हारे जाने के बाद कुछ और खोने का मुझे डर

read more
तुम्हारे जाने के बाद कुछ और खोने का मुझे डर नहीं रहा ,
न कुछ और पाने कि वैसी लालसा रही ,
तुम मिलो या ना मिलो अब इस बात से भी कोई खासा फर्क नहीं पड़ता ।

पर हां ! एक मलाल जरूर रहता है की , 

क्या कभी मेरी बाइक कि पिछली सीट पर बैठ कर ,
मेरे साथ कहीं बेमंजिल सफर पे चलोगी तुम ।

एक सूट जो सिलवा के फिर कभी नहीं पेहना ,
मै उसे पहनूं तो क्या तुम मेरे साथ कहीं बाहर जाओगी ।

मेरी सुबह कि चाई , मुझे कभी सुबह नही मिलती ,
क्या तुम कभी मुझे सुबह उठा के चाई पिलाओगी ।

मेरी बनाईं तस्वीरों में रंग तो हैं ,
पर क्या तुम मेरी बदरंग जिंदगी में रंग भरने आओगी !

मैं घर की दूसरी चाभी अलमारियों में छुपाता हूं ,
क्या तुम उनकी जिम्मेदारी लेना चाहोगी !

मैने तुम्हारे लिए जो भी लिखा है ,कब तक दूसरे लोगो को सुनाऊं ?
किसी चांदनी रात में ,अनगिनत तारों के नीचे बैठकर ,
क्या तुम भी मुझे सुन्ना चाहोगी ?

मैंने अपने बिस्तर के बाए तरफ का हिस्सा ख़ाली रख़ छोडा है ,
तुम आ जाओ ना !!!

तुमसे पूछे बिना ,
ऐसी तमाम कई खवाईस और चीज़े हैं रख रखी मैने ,
क्या तुम कभी आ के इनपे अपना हक़ जताओगी ?

ख़ैर  छोड़ो ,ये बातें ,बातें ही रह जाएगी..
ना तुम कभी आओगी ,
न दिल से इन बातों के पूरा न होने का मलाल जाएगा ! Whole Poetry in Captions , please read !

 #मलाल #खवाहिश #चाहत #प्यार #खुद_की_कलम_से #original

तुम्हारे जाने के बाद कुछ और खोने का मुझे डर

Prerit Modi सफ़र

होने दो बात अब ये तो खामोशियों में ही दिल को धड़कना है अभी तन्हाइयों में ही है जुस्तजू हयात में हर मोड़ पर यहाँ ये ज़िंदगी है कट रही रुसवाइयों #yqbaba #gazal #philosophy #yqdidi #सफ़र_ए_प्रेरित

read more
(पूरी ग़ज़ल कृपया कैप्शन में पढ़े !!)
221 2121 1221 212

आँचल में तू छुपा ले मुझे, डरता हूँ यहाँ
माँ दे पनाह मुझ को तू परछाइयों में ही

तेरे दिये वो ख़त, हैं मिरे पास हमनवाँ
रक्खें हैं ख़त वो सारे तो, अलमारियों में ही

मैं मोहताज़ हूँ नहीं, तेरी दी भीख का
साँसें गुज़र बसर न हों, लाचारियों में ही

इस आग की लपट में तुम मुझ को जलने दो 
परवानों को तो जलने दो, चिंगारियों में ही होने दो बात अब ये तो खामोशियों में ही
दिल को धड़कना है अभी तन्हाइयों में ही

है जुस्तजू हयात में हर मोड़ पर यहाँ
ये ज़िंदगी है कट रही रुसवाइयों

A NEW DAWN

कभी देखा है उन पुरानी अलमारियों में कभी अल्बामो तो कभी मेरी सहेली के बीच दबे पीले पड़ चुके पन्नो को? उन पे वो स्याह और ने नीले फैले हुए दाग, #poem #letters

read more
पत्र
(In caption) कभी देखा है उन पुरानी अलमारियों में कभी अल्बामो तो कभी मेरी सहेली के बीच दबे पीले पड़ चुके पन्नो को? उन पे वो स्याह और ने नीले फैले हुए दाग,

Rabiya Nizam

कभी देखा है उन पुरानी अलमारियों में कभी अल्बामो तो कभी मेरी सहेली के बीच दबे पीले पड़ चुके पन्नो को? उन पे वो स्याह और ने नीले फैले हुए दाग, #poem #letters

read more
पत्र
(In caption) कभी देखा है उन पुरानी अलमारियों में कभी अल्बामो तो कभी मेरी सहेली के बीच दबे पीले पड़ चुके पन्नो को? उन पे वो स्याह और ने नीले फैले हुए दाग,

एक अजनबी

#हमने_इश्क_किया #कृपया_पूरी_पढ़े 🙏🏻 बहुत_मेहनत_लगी_है। हमने इश्क़ किया,बंद कमरों में फ़िजिक्स पढ़ते हुए, ऊंची छतों पर बैठकर तारे देखते ह

read more
mute video
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile