Find the Latest Status about त्वम् from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, त्वम्.
दासनुदास सोम
तत्वमसि (तत् त्वम् असि ) सामवेद वह तुम ही हो ‘That art thou’ or ‘You are that’ ©दासनुदास सोम तत् त्वम् असि #वेदान्त
NC
विष्णुप्रिया
गृहस्थ और वैराग्य के मध्य उलझे कुछ विचार, कुछ भाव, कुछ मान्यताएं, और, उनका उत्तर खोजती मैं... इसी उधेड़बुन में यह कहनी रच गई... ' हिमाद्रि ' कैप्शन में पढ़े... हिमालय....यह....नाम सुनते ही तीव्र अद्यात्मिक ऊर्जा का संचार सा होने लगता है मेरे भीतर । फिर भी आज तक हिमालय दर्शन का सौभाग्य, प्राप्त ना हो
Thakur Sai Ankur
ध्यान रहें...! जीवन और मरण स्वम् परमात्मा के हाथ में हैं। लेकिन जागृत और विवेकपूर्ण जीवन हमारा अधिकार हैं। इसलिए अपने जीवन का एक ही लक्ष्य होना चाहिए और वो हैं। जागृत और विवेकपूर्ण जीवन ध्यान रहें...! जीवन और मरण स्वम् परमात्मा के हाथ में हैं। लेकिन जागृत और विवेकपूर्ण जीवन हमारा अधिकार हैं। इसलिए अपने जीवन का एक ही लक्ष्य
Vikrant Rajliwal
यदि आप किसी कठिन कार्य या चुनोती की मान्यता को गलत साबित करने के लिए प्रयास करते है और विजयी हो जाते है तो यह आपका अज्ञान या अहंकार कहला सकता है। इसके विपरीत यदि आप उसी कठिन कार्य या चुनोती की मान्यता के विरुद्ध स्वम् को सही साबित करते हुए, स्वम् के आत्मविश्वास से संघर्ष करते है और विजयी हो जाते है तो यह आपका ज्ञान या आत्मविश्वास कहला सकता है। विक्रांत राजलीवाल द्वारा लिखित। 14/06/2019 at 12:42 join my blog site vikrantrajliwal.com & subscribe my youtube channel. https://www.youtube.com/channel/UCs02SBNIYobdmY6Jeq0n73A यदि आप किसी कठिन कार्य या चुनोती की मान्यता को गलत साबित करने के लिए प्रयास करते है और विजयी हो जाते है तो यह आपका अज्ञान या अहंकार कहला सकत
Vikrant Rajliwal
Kavi, Shayar & Natakakar Vikrant Rajliwal (YouTube Channel) पहली नज़र। "जल्द ही आपके अपने YouTube चैनल Kavi, Shayar & Natakakar Vikrant Raj
अमित चौबे AnMoL
★नल की व्यथा . यदि चल सकता में भी,अपने पैरों से तो में चलकर जाता मेरी पंग पंचायत तक और कहता इन महंगे नलों की टोंटियों ने छीन लिये है... सुकुमारियो के हाथ इसके कारण ही छोड़ रही हैं वो साथ। में चल सकता नही पर तुमने चलाना क्यों छोड़ दिया।। #नल #ही #आज #का #गरीब #पंचायत #पंगु आधुनिक नल से तातपर्य अमीर व्यक्तियों से है जिनके द्वारा सरपंच विधायको को मोटी रकम खिलाकर स्वम् के। का
Anil
अपने विचारों से शुद्ध होना अपनो से छोटे के प्रति दया होना अपनो से बड़ों के लिए सम्मान होना अपनी इक्छाओ का अंत कर देना सिर्फ इंसानो के प्रति ही नही , समस्त प्रजातियों के प्रति दया होना अपने कर्तव्य के प्रति सजग होना हिंसक ना होकर अहिंसक होना सच्चाई को स्वीकार करना वैराग्य की और अग्रसर होना बुराई को अंत करनी क्षमता होना स्वम् की अच्छाई को न मरने देना ©Anil अपने विचारों से शुद्ध होना अपनो से छोटे के प्रति दया होना अपनो से बड़ों के लिए सम्मान होना अपनी इक्छाओ का अंत कर देना सिर्फ इंसानो के प्रति