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अमित अनुपम
मदिरा अनंत मदिरा कथा अनंता। मदिरालय है मंदिर और मदिरापान हैं करते इनके भक्ता। मदिरालय में ही आकर बह जाए धर्म की आड़ में जो नफरत पलता। ऊंच नीच और जाति पाति का इसके आंगन भेद है मिटता। छल, प्रपंच, द्वेष या फिर नफरत सब मदिरा पीते ही है छंट जाता। होश में जो अक्सर झूठ बोले पीकर वो सब सच कह जाता। कोई मदिरा पीकर वांचें ज्ञान कोई मदिरा पीकर हुड़दंग मचाता। सही रूप निखरकर है बाहर आये दो घूंट मदिरा जैसे ही अंदर जाता। गम जो नासूर बने रहते दिल के मदिरा पीते ही कम हो जाता। बिन मदिरा पीये जो होते दुश्मन। पीकर मदिरा वो हो जाते भ्राता। राष्ट्र भक्तों की गर गिनती हो इनका नंबर है पहला आता। अर्थव्यवस्था को दिया सहारा। फिर भी है इनको दुत्कारा जाता। मदिरा रहस्य है मुश्किल बड़ी हर किसी के समझ न आता। मदिरा अनंत मदिरा कथा अनंता। अमित अनुपम मदिरा अनंत मदिरा कथा अनंता।
कृष्ण तनय जी महाराज श्रीधाम वृन्दावन
नारायण नारायण नारायण नारायण जय जय श्री भगवान परशुराम जी की हम सभी देशवासियों को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित करते हैं।और सभी लोग ओमिक्रांन जैसे संक्रमण से सावधान रहें । ©कृष्ण तनय जी महाराज श्रीधाम वृन्दावन नारायण नारायण नारायण नारायण #Glow
Anjali Jain
पद्मनाभन मंदिर,तिरुअनंतपुरम, केरल ©Anjali Jain पद्मनाभन मंदिर,केरल 03.07.23
rajkumar
श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि ©rajkumar श्रीमन नारायण नारायण हरि हरि लक्ष्मी नारायण नारायण हरि हरि
Birendra k Mishra
बंदउ गुरु पद पदुम परागा सुरुचि निवारे सरस अनुरागा मंगल भवन या मंगल हारी द्रवहु सुदसरथ अजर बिहारी हरि अनंत हरि कथा अनंता कहानी सुना हूं बहु बिधि सब संता © Birendra k Mishra #NojotoRamleela हरि अनंत हरि कथा अनंता कहां हो सुना हूं बाहुबली सब संता
Yogi Sonu
हरी अनंता हरी नाम अनंता भगवान हमारी सोचने की छमता से कही अनंत है जितना हम सोच भी नही सकते।। ©Yogi Sonu #SunSet हरी अनंता हरी नाम अनंता भगवान हमारी सोचने की छमता से कही अनंत है जितना हम सोच भी नही सकते।। #yogisonu
Yogita Harne
मेरा यह लेख तानाजा द अनसंग वारियर से प्रेरित है.... शिवराया शिवाजी एवं तानाजी जैसे वीरो को हम नमन करते हैं 🙏🙏🙏 पर इस पूरी कहानी में मुझे दो वीरांगनाए भी दिखी उनका यूद्ध अस्त्र उनका आत्मबल,संयम, विश्वास और भक्ति थे जो सिखाते हैं स्त्री की शक्ति बाहुबल से नहीं आत्मबल 1) प्रथम मातोश्री जीजा मा साहेब उनका विश्वास थथा अपने पूत्र पर और अपनी माँ भवानी की भक्ति पर एक पल भी विचलित नही हुई ) सावित्रीबाई संयमित पर तीव्र महिला जो अपने पति की प्रेरणा ढाल बनी विपरीत परिस्थितियों मे भी अपना संयम नही खोया और वचन सिर्फ कहा नहीं उसे निभाया भी अपने शिव की शक्ति बनकर तभी हम नारी को शक्ति बनकर पूजते हैं जय भवानी जय शिवाजी जगदंब..... नारायणी