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New मानव विकास सूचकांक 2020 Quotes, Status, Photo, Video

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    PopularLatestVideo

Anup kumar Gopal

मानव-मानव से दूरियाँ-2020

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चाँद के पार

नील गगन में चाँद -तारे ,
कभी-कभी यू ही बातें करते ।
धरती पे क्यों है इतनी शोर-गुल सारे,
मानव-मानव से क्यों दूरियाँ बनायी,
"कोरोना वायरस" की आफ़त है आयी।
धरती थम सी गयी है महामारी जो आया, मानव-मानव से दूरियाँ-2020

bam Kumar

मानव श्रृंखला दिवस 2020

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Parasram Arora

खुशियों का सूचकांक.......

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जीवन क़े  पेचीदा  तजुर्बो  से 
जो सादगी  जानी थी मैंने 
उसी ने  खिजां से लड़ने का  और   बहारो   को वापस 
लाने  का हौसला  दिया था  मुझे 
उसी से  ख़डी  हो   सकी    ये  जीवन क़ि मीनारे 
और नेस्तनाबूद हुई  थी  पिछड़ेपन की खाइया 
कालांतर मे  मेरी खुशियों का  संवेदी   सूचकांक .  
जीवन क़े   उच्चतम   बिंदु   का  संस्पर्श करने मे  कामयाब  भी 
हुआ  था खुशियों का  सूचकांक.......

NV Motivation

मानव का विकास बंदरों से नहीं हुआ #viral #Shorts #विचार

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अच्छी और सच्ची बात

अच्छी और सच्ची बात देश, दुनिया,और समाज, व, मानव जीवन मे विकास के साथ.

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salman

2020 2020 2020 2020 202020202020 202020202020 2020 2020 2020 2020 2020 #Shayari

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siddharth vaidya

ना धर्म की सीमा हो,
ना जाति का हो बंधन,
जब वोट करे कोई
तो देखे केवल मन,
राष्ट्र प्रेम जगाकर तुम
मेरी जीत अमर कर दो।।
विकास की गंगा बहाकर तुम,
मेरी प्रीत अमर कर दो।
#विकास

siddharth vaidy #विकास

Datta Dhondiram Daware

विकास #poem

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प्रि-येचा कळाला नाही मला डाव..!
ति-च्या अदाने केला ह्रदयी घाव..!
वि-सरू शकत नाही,मी प्रेमफुला..!
   का-तिल नजरेन केले घायाळ मला..!
स-मस्त काळजात तुझीच छबी..!
चा-हूल लागे मनी गोडगुलाबी..!  
बु-डत्याला दिलास तुच आधार..! 
  क-रू नकोस आता मला निराधार..!
      स्वा-भिमान माझ्या ह्रदयात पेटला..!    
       र-क्ताने माझ्या तुझ्या कपाळी टिळा नटला.! विकास

Yatendra Singh Sikarwar Sonu

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संजय श्रीवास्तव

विकास

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विकास

विकास की इबारत 
चमचमाती सड़के 
क्यूँ रो रही हैं 
थका जिस्म औ
बोझिल सांसे लिये 
जिंदगी सो रही है 
कौन सा सपना 
कौन सी मंजिल 
कुछ भी तो नही 
वक्त के ठेले में 
लगा के पहिया 
खुद को ढो रही है 
क्या करोगे सुनकर 
कहानी उसकी 
रोक सकते हो 
बूढ़ी होती जा रही 
जवानी उसकी 
अरे छोड़ो मियाँ 
चलो चलें वहां 
जहाँ समाजवाद की 
सभा हो रही है। 
समाज के अंतिम व्यक्ति 
की बात करके 
कितनो की आँखे 
खुद को भिगो रही है। 

संजय श्रीवास्तव विकास
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