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yogesh atmaram ambawale
डर सा लगता है अब, लोगो की बातो का, तुमसे मिलने का, तुमसे मिलने के बाद जब भी हम रस्ते से गुजरते है लोग अक्सर हमे नशेबाज समजते है #darr_lagta_hai #लोगों_की_बातें #नशेबाज #yqhindi #yqfeelings #yqlove #आंखों_का_नशा
OMG INDIA WORLD
💢होगे आप बड़े नशेबाज किसी मयखाने के💓 💢हम भी जेलर है आंखो के कैद खाने के💓 ©OMG INDIA WORLD #OMGINDIAWORLD 💢होगे आप बड़े नशेबाज किसी मयखाने के💓 💢हम भी जेलर है आंखो के कैद खाने के💓
OMG INDIA WORLD
होगे आप बड़े नशेबाज किसी मयखाने के.... हम भी जेलर है आंखो के कैद खाने के...! ©OMG INDIA WORLD #OMGINDIAWORLD होगे आप बड़े नशेबाज किसी मयखाने के.... हम भी जेलर है आंखो के कैद. खाने के...! 😘😘😘😘
Dil Jale.Uday Raj (Subham) writer
जीवन सादा रखो इसी में भलाई है कोई रंग में ना रंगो वरना बहुत कष्ट उठाना पड़ेगा कोई जीवन प्यार में रंग देता है कोई नशे बाजी में रंग देता है कोई दादागिरी में रंग देता है तो कोई नशेबाज बन जाता है
Sanjay Sharma Saras
लुळ-लुळ करै जुहार, साजण सामी गोरड़ी, कद निरखै ! भरतार , दोयूं नैंण उडीकता। ©Sanjay Sharma Saras #राजस्थानी_सोरठा लुळ-लुळ करै जुहार, साजण सामी गोरड़ी, कद निरखै ! भरतार , दोयूं नैंण उडीकता। ©® संजय शर्मा 'सरस' अर्थ - अपने साजन के सामने ब
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
गुपाल /भुजंगिनी छन्द हाथ जोड़कर , करूँ पुकार । बिनती सुन लो , अब भरतार ।। तव लिए रखूँ , मैं उपवास । बनी रहूँगी , पद की दास ।। देखो आया , बालक द्वार । करो नही तुम , आज प्रहार ।। आया अब है , ऊँट पहाड़ । छूते नभ को , बनकर ताड़ ।। ०३/०५/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गुपाल /भुजंगिनी छन्द हाथ जोड़कर , करूँ पुकार । बिनती सुन लो , अब भरतार ।। तव लिए रखूँ , मैं उपवास । बनी रहूँगी , पद की दास ।। देखो आया ,
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
गुपाल /भुजंगिनी छन्द आठ सात पर यति चरणांत एक दो एक । हाथ जोड़कर , करूँ पुकार । बिनती सुन लो , अब भरतार ।। करता तेरा , हूँ उपवास । पथ दिखलाओ , करूँ विकास ।। देखो आया , बालक द्वार । करो नही तुम , आज प्रहार ।। आया अब है , ऊँट पहाड़ । छूते नभ को , बनकर ताड़ ।। ०३/०५/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR गुपाल /भुजंगिनी छन्द आठ सात पर यति चरणांत एक दो एक । हाथ जोड़कर , करूँ पुकार । बिनती सुन लो , अब भरतार ।। करता तेरा , हूँ उपवास । पथ दिखलाओ
Anita Saini
जान बणार जीवण म राखज्यो मानै माण बणार आँख्याँ म राखज्यो मानै लाज बणार माथा प राखज्यो मानै ताज बणार छाती प राखज्यो मानै मोत्यां रो हार बणार म थारी गौरड़ी जी थानै राखस्यूं भरतार माथे रो बोरलो सो सजार हिवड़े म राखज्यो मानै जान बणार जीवण म राखज्यो मानै माण बणार आँख्याँ म राखज्यो मानै लाज बणार माथा प राखज्यो मानै ताज बणार