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Lavkush M
जब-जब ठंडी आती है, हमको बड़ा सताती है, राते बड़ी बड़ी देकर, दिन छोटे कर जाती है। सारा दिन बस रजाई में, आलस की अंगडाई में, जाने कब फुर हो जाता है, तपते की कढाई में। ©Lavkush M #कविता। ठंडी की बात।
Anamika
अभी आया उबाल ,अभी हो गई ठंडी शब्दों की उथलपथल सजाये बैठी मन की मंडी.. #cinemagraph #मंडी #ठंडी #सुबहसुबह #यूंही #timepass
मुरली कुमार
जब ठंड की ठंडी में ठिठुर के मेरा शरीर ठंडा पर जाएगा, क्या तब आओगे तुम? ठंड की ठंडी #yqbaba #yqdidi #love #quote
Murli Bhagat
जब ठंड की ठंडी में ठिठुर के मेरा शरीर ठंडा पर जाएगा, क्या तब आओगे तुम? ठंड की ठंडी #yqbaba #yqdidi #love #quote
shuchi
ठंड का आनंद तो वो उठाते , साहब.... जिनके सर पर छते ! ठिठुरती रातों में हाल तो बेहाल उनका , जो फुटपाथ पर सोते .... डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि ' ©shuchi #no #L♥️ve #Winter #कविता #ठंडी
Kanak Lata Jain
आज ठंडी- ठंडी पुरवाई तन को छू कर बही, तुम्हारी याद में अधरों पर मुस्कान बिखरी रही, मुद्दतों बाद तबियत में आज रवानी आई थी, तुम्हारी ख्वाहिश और जुस्तजू में बेकरार रही ।। कनक लता जैन ✍️ ©Kanak Lata Jain ठंडी ठंडी पुरवाई
SKgujjarchauhan
पंछी भी चलें घोंसलों में अपने ठंड काफी बढ़ गई है। चलो sk हम भी चलतें है। शाम ठंडी हो गई है। बातें skgc की ✍️ 🕉️ ©SKgujjarchauhan #Dostiforever #शायरीदिलसेनिकलीहुई #शायरी #विचार #कविता #शाम #ठंडी #writer_skgujjarchauhan #skgujjarchauhan
Shishpal Chauhan
ये ठंडी -ठंडी हवाएं, ये कातिल अदाएं। ये वादियां, ये फिजाएं। ये ठंडी -ठंडी हवाएं।। दिल को मेरे तड़फाए, एकेले अब तो रहा न जाए। ये तकती निगाहें, दिल भरता है ठंडी आहें। ये ठंडी- ठंडी हवाएं।। ये चांदनी रातें, किससे करूं इश्क की बातें। इस बेदर्द जमाने में जवानी संभाली न जाए, जोबन पर रहती है सबकी गलत निगाहें। ये ठंडी -ठंडी हवाएं।। यहां सारे हैं हवस के भेड़िए, स्वयं को स्वयं से कैसे बचाएं। किस- किस पर विश्वास जताएं, दिल की बात किसे सुनाएं। ये ठंडी- ठंडी हवाएं।। ये ठंडी ठंडी-हवाएं ।। , ©Shishpal Chauhan #ये ठंडी-ठंडी हवाएं
PRIYANKA GUPTA(gudiya)
🤒😳भयंकर ठंड आ गई है।🤒😳 ------------------------------------------------------- सुनो मित्रों जरा ध्यान से रहना,भयंकर ठंड आ गई हैं। मानो प्रकृति इंसानों के कर्मों का देने दण्ड आ गई है।। -------------------------–--–--------------------–---- रहते जो निसदिन अकड़ में,उनमें भी सिकुड़न आ गई हैं। कल तक थी हल्की अब इसमें कठोरता आ गई है।। ------------------------------------------------------- चाहे तुम मनाली में रहना, या दिल्ली में रहना। रजाई ओढ़कर शान्तचित्त बिस्तर में पटाये रहना।। ------------------------------------------------------- पेप्सी,दही को छोड़,गर्म चाय पकौड़ी खाते रहना। सुबह - सुबह नहाकर राम जी का नाम लेते रहना।। ------------------------------------------------------- बच्चे हो या बूढ़े,सबकी जिन्दगी करने त्रस्त आ गई है। बच के रहना मित्रों बिना धूप वाली ठंड आ गई है।। ------------------------------------------------------- 😁😁😁😁😁😁😁😂😂😂😂😂😂😂 प्रियंका गुप्ता🙏✍️.. उफ़्फ़ ये ठंडी####भयंकर ठंड आ गयी है।####जनवरी 2020।।😊