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Manku Allahabadi
नवीनमेघमंडली निरुद्धदुर्धरस्फुर त्कुहुनिशीथनीतमः प्रबद्धबद्धकन्धरः। निलिम्पनिर्झरीधरस्तनोतु कृत्तिसिंधुरः कलानिधानबंधुरः श्रियं जगंद्धुरंधरः ॥८॥ भगवान शिव हमें संपन्नता दें,वे ही पूरे संसार का भार उठाते हैं, जिनकी शोभा चंद्रमा है,जिनके पास अलौकिक गंगा नदी है, जिनकी गर्दन गला बादलों की पर्तों से ढंकी अमावस्या की अर्धरात्रि की तरह काली है। शिव तांडव स्त्रोत (श्लोक-8) -Manku Allahabadi शिव तांडव स्त्रोत (भाग-8) #शिव #Tandav #तांडव #shivtandavstotram #mankuallahabadi #Shiva #sambhu #bambhole
Manku Allahabadi
करालभालपट्टिका धगद्धगद्धगज्ज्वल द्धनंजया धरीकृतप्रचंड पंचसायके। धराधरेंद्रनंदिनी कुचाग्रचित्रपत्र कप्रकल्पनैकशिल्पिनी त्रिलोचनेरतिर्मम ॥७॥ मेरी रुचि भगवान शिव में है, जिनके तीन नेत्र हैं, जिन्होंने शक्तिशाली कामदेव को अग्नि को अर्पित कर दिया, उनके भीषण मस्तक की सतह डगद् डगद्… की घ्वनि से जलती है, वे ही एकमात्र कलाकार है जो पर्वतराज की पुत्री पार्वती के स्तन की नोक पर, सजावटी रेखाएं खींचने में निपुण हैं। शिव तांडव स्त्रोत (श्लोक-7) -Manku Allahabadi शिव तांडव स्त्रोत (भाग-7) #Shiva #shivtandavstotram #mankuallahabadi
Anup Malviya
मैं लड़का हूँ छोटे से गाँव का, तुम बड़े शहर की क्वीन प्रिये तुम सुनाती गाने शकीरा की, मैं शिव तांडव में लीन प्रिये!! ©Anup Malviya शिव तांडव
Anjana Gupta Astrologer
ॐमहानृत्य का बिषम समॐ शंकर का ताण्डव और पार्वती का लास्य का ☆वैज्ञानिक आधार☆ प्रत्येक अणु परमाणु के कणो मे होता रहता है।Energy पदार्थ मे ही छिपी होती है।यह पदार्थ का ही रूपान्तरण है।अल्बर्ट आंइन्टीन ने अपने सूत्र E=mc2 मे सिद्ध की है ।E इनर्जी M पदार्थ C प्रकाश वेग. E की मात्रा पार्वती शक्ति शिव बिना मात्रा शव या पदार्थ ।भौतिक जगत के मूल मे ऊर्जा की तंरगे सारी सृष्टि ऊर्जा तंरगो पर ही नृत्य कर रही *नटराज* Anjana Gupta: आधुनिक विज्ञान के अनुसार सृजन और विनाश की लय का क्रम जड पदार्थ के भीतर सूक्ष्म कणो मे भी जारी रहता है।जड पदार्थ के सबएटामिक पार्टिकल्स इस तरह न केवल नृत्य करते है बल्कि स्वंय ऊर्जा नृत्य रूप ही है।ॐ शिव तांडव
Manku Allahabadi
कदा निलिंपनिर्झरी निकुंजकोटरे वसन् विमुक्तदुर्मतिः सदा शिरःस्थमंजलिं वहन्। विमुक्तलोललोचनो ललामभाललग्नकः शिवेति मंत्रमुच्चरन् कदा सुखी भवाम्यहम् ॥१३॥ मैं कब प्रसन्न हो सकता हूं, अलौकिक नदी गंगा के निकट गुफा में रहते हुए, अपने हाथों को हर समय बांधकर अपने सिर पर रखे हुए, अपने दूषित विचारों को धोकर दूर करके, शिव मंत्र को बोलते हुए, महान मस्तक और जीवंत नेत्रों वाले भगवान को समर्पित? शिव तांडव स्त्रोत (श्लोक -13) ©Manku Allahabadi शिव तांडव स्त्रोत (भाग-13) #shiv #harharmahadev #bambhole #mahakaal #mankuallahabadi