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vikrajgill
जो नज्म दिलकी धड़कन खुद ही सुनाने लगे वो नज्म फिर कभी गुनगुनाने की जरूरत नहीं गुजरे हो गर नजदीक कभी होकर मेरे दिलके तो दिल का हाल फिर तुम्हें बताने की जरूरत नहीं ©vikraaj gill नज़्म धड़कन की #HeartBreak
Rose Rehan
गुलज़ार की नज़्म सी आंखे थी उसकी देखा जो ग़ौर से तो पढ़ते चले गए । ©Rose Rehan गुलज़ार की नज़्म सी आंखे ।
Archana Deshpande-Pol
नको ना जाऊस कुठे.. सरेल ही रात्र काळी.. सोनेरी उगवतीला, देऊ नवी झळाळी.. सोनेरी पुर्वेला बघ.. रंग किती उधाणलेले.. डोळ्यात साठवून घे.. आनंदाचे रंग ओले.. आनंदाने मांडव सजवू.. प्रीतीचा मोहर फुलेल.. आशेच्या गालावर, गुलाबी लाली चढेल.. खचलीच कधी पावलं तर.. विसावा घे क्षणभर.. पुन्हा एकदा मनात, नव्याने उमेद भर.. नको कोमेजून जाऊस.. पुन्हा नव्याने बहर.. साद घालेल तुला.. नव्या ऋतूचा मोहर.. ©अर् #बहर..
vishnu thore
डोळ्यात जळाले ऋतूंचे बहर उन्हाचे प्रहर वांझ मृगाच्या ओढीने दुपार टळली धुळीत मळली सांज... - विष्णू थोरे ९३२५१९७७८१ बहर......
मैत्रेय
तुझ्या डोळ्यातलं पाणी ढग बनून बरसतं, तेव्हा माझ्या डोळ्यांना पूर येतो मैत्रेय(अंबादास) #बहर
Alok Shukla
तुम्हारी हमारी सुहानी सि यादें, हमारी तुम्हारी पुरानी सि यादें । सजाता रहा जो अधूरे मकाँ को, बचाता रहा मैं रुमानी सि यादें । नजारा बडा ही सँवारा गया है, बचाने मिरी ये जवानी कि यादें । कहो तो जरा क्यूँ युं आना हुआ है, तुम्हें भी रुलाती रहीं मेरि यादें । तुम्हारी हमारी सुहानी सि यादें, हमारी तुम्हारी पुरानी सि यादें । @nikhil_iiii ©Alok Shukla बहर की ग़ज़ल #पुरानी_सी_यादें #कुमारविश्वास #जुबीन_नौटियाल #worldpostday
Anshu Gauri
“अब अगर आओ तो जाने के लिए मत आना” अब अगर आओ तो जाने के लिए मत आना सिर्फ एहसान जताने के लिए मत आना अब अगर आओ तो जाने के लिए मत आना मैंने पलकों पे तमन्नाएँ सजा रखी हैं दिल में उम्मीद की सौ शम्मे जला रखी हैं ये हसीं शम्मे बुझाने के लिए मत आना अब अगर आओ तो जाने के लिए मत आना प्यार की आग में जंजीरें पिघल सकती हैं चाहने वालों की तक़दीरें बदल सकती हैं तुम हो बेबस ये बताने के लिए मत आना अब अगर आओ तो जाने के लिए मत आना अब तुम आना जो तुम्हें मुझसे मुहब्बत है कोई मुझसे मिलने की अगर तुमको भी चाहत है कोई तुम कोई रस्म निभाने के लिए मत आना अब अगर आओ तो जाने के लिए मत आना जावेद अख्तर #Umeed जावेद अख़्तर साहब की नज़्म