Find the Latest Status about नज़र के सामने from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नज़र के सामने.
Manoj Nigam Mastana
तेरा ख्याल,तेरी आरजू,तेरी जुम्बिश, नज़र के सामने रंगों का शामियाना है...!! ~ डॉ कुमार विश्वास ©Manoj Nigam Mastana तेरा ख्याल,तेरी आरजू,तेरी जुम्बिश, नज़र के सामने रंगों का शामियाना है...!! ~ डॉ कुमार विश्वास #You&Me
Dilbag Creator
WASIF MASOOD
Nitu Singh जज़्बातदिलके
ज़रा बैठ नज़र के सामने बेधड़क दीदार करने दे मोहब्बत की इस बारिश में मोहब्बत बार बार करने दे ©Nitu Singh(जज़्बातदिलके) ज़रा बैठ नज़र के सामने बेधड़क दीदार करने दे मोहब्बत की इस बारिश में मोहब्बत बार बार करने दे ©️Nitu Singh(जज़्बातदिलकेे) #singhnitu #नीत
Shah Aftab
gaTTubaba
मैं तो शायद भूल गया उसे पर वो मुझे कहां भूला हैं ? कोई और आइना हैं नज़र के सामने वो हिचकियां भेजता रहता हैं मैं आगे निकलना चाहता हूं वो पीछे बुलाता रहता हैं हवाओं के साथ रहता मैं मुझे जमीं पर बुलाते रहता हैं साथ मैंने रखा नहीं फिर भी साथ रहता हैं सुनाई नहीं देता मुझे पर कुछ तो कहते रहता हैं उसका दर्द पता नहीं पर कुछ तो सहते रहता हैं....!! ©gaTTubaba #Affection मैं तो शायद भूल गया उसे पर वो मुझे कहां भूला हैं ? कोई और आइना हैं नज़र के सामने वो हिचकियां भेजता रहता हैं
Kunwar Sa
बैठे उन्हीं के आंगन में फिर भी उनसे बात नहीं की हमने, नज़र के सामने थे फिर भी उनसे मुलाकात नहीं की हमने, कुछ बातें हमारी तहज़ीब के तले दफन
Juhi Grover
उसका चेहरा नज़र के सामने जब भी आ जाता है, सुकून की बेचैन रोशनी अन्दर तक फैला जाता है, मग़र उसका चुपके से यों घूरना कतई पसन्द नहीं। उसका बार बार यादों में अाना बहका सा जाता है, मेरा ही अक्स उस में महसूस होता दिख जाता है, मग़र परछाई बन करके यों सता जाना पसन्द नहीं। तन्हा रातों में जब उसका मुस्कुराना याद आता है, कभी खुशी तो कभी ग़म का एहसास करा जाता है, मग़र यों मिलन की आस जगा के जाना पसन्द नहीं। पसन्द हैं यादें,जब उसका साथ महसूस हो जाता है, पसन्द हैं वो बातें, जिनमें उसका ज़िक्र आ जाता है, मग़र अश्कों के साथ उसका बह जाना पसन्द नहीं। एेसे अजनबी एहसास, मग़र चेहरा याद रह जाता है, बिन देखे, बिन जाने,अनजानी तस्वीर बना जाता है, एहसास हैं इतने, मग़र फिर भी कोई सम्बन्ध नहीं। उसका चेहरा नज़र के सामने जब भी आ जाता है, सुकून की बेचैन रोशनी अन्दर तक फैला जाता है, मग़र उसका चुपके से यों घूरना कतई पसन्द नहीं। उसका चेहरा नज़र के सामने जब भी आ जाता है, सुकून की बेचैन रोशनी अन्दर तक फैला जाता है, मग़र उसका चुपके से यों घूरना कतई पसन्द नहीं। उसका ब
Odysseus