Nojoto: Largest Storytelling Platform

New हरयाणवी सांग डाउनलोड Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about हरयाणवी सांग डाउनलोड from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हरयाणवी सांग डाउनलोड.

    PopularLatestVideo
2dfc43403c02e4a45d3f6dd91cf9b00a

TAHIR CHAUHAN

कोई कहे दिल वालों की है।कोई कहे मतवालों की है।
हम ने रह बरत क देखी।ये तो बस कंगालों की है।
हम को तो तेरी दिल्ली मैं मिली है बेवफ़ाई।
इन भोले भाले छोरा क।तेरी दिल्ली रास ना आई।
इन हरियाणा के छोरा क ।तेरी दिल्ली रास ना आई।

पार्क कॉलेज मैं बैठे मिल जा,जगह जगह प जोड़े।
हवस के भूखे ज्यादा दिखे प्यार कर्ण मैं थोड़े।
छोड़ क हाथ अपने का।दूजे की पकड़े कलाई।
इन भोले भाले,,,,,,,,,,,,,।
घर वालो का जीत भरोसा।लगा बहाना जॉब का 
पैसे खातिर बॉस पटा ले।चहरे प आजा रौब सा।
बाप समान बूढ़े की फिर बन के फिरे लुगाई।
इन भोले भाले,,,,,,,,,,,,,,,।
मन की काली तन की गौरी।दिल्ली वाली छोरी।
किसे न बांधे किसे न खिंचे ।बांध प्रेम की डोरी।
देके किसे त प्यार निशानी।किसे और त कर ले सगाई।
इन भोले भाले,,,,,,,,,,,,,,।
मैं न छोड़ क और टोह लिए।जाती जाती कह जा 
दुनिया खाली कर जा म्हारी।बस सपना मैं रह जा।
सच्चा प्यार ना मिले दोबारा ।को इन न समझावे।
जावे कोई अपना छोड़ क।वो जगह कदे ना भर पावे।
टूटा दिल तेरी दिल्ली मैं।कैसे करूं भरपाई।
इन भोले भाले,,,,,,,,,,,।
मजनू मर गया प्यार की खातिर।रांझे न जान गवाई।
ऐसी कोई नार ना देखी।दिल त जिस ने निभाई।
देके धोखा तन्ने भी।दुनिया की रीत निभाई।
इन भोले भाले,,,,,,,,,,,,,,,।
चाहे किसे न बुरी या लागो।चाहे लागो अच्छी।
पर यारो ये बात तो है।बिल्कुल साँचम सच्ची।
जो बीती ताहिर प दुनिया त आन सुनाई 
इन भोले भाले,,,,,,,,,,,,,,।
ताहिर।।। #हरयाणवी सांग दिल्ली रास ना आई।

#हरयाणवी सांग दिल्ली रास ना आई।

18 Love

c101470ef3e174c6caeef5f05758de83

Sanjay Verma

#हरियाणवी #संस्कृति #सोंग
bee8c19a4568bc88ae4254c279b4642d

Satywan Ranga Official

तपश्या हरयाणवी सोंग without Music
#heaven

तपश्या हरयाणवी सोंग without Music #heaven #nojotovideo #संगीत

27 Views

f90401d9a38b92b618e820ba9869f359

Anand Kumar Ashodhiya

खेतड़

मैं खेतड़ तूँ मेम साहब, याहड़े जुगत लगे ना तेरी।
तेरे सिम्पल बाणे नै, छोरे ज्यान काढ़ ली मेरी।।

मैं सरकारी में पढ़ रहया, तेरे कॉलेज का रंग चढ़ रहया।
मेरा रंग भी काला पड़ रहया, तूँ भूरी भक्क सुनेहरी।।

बस तेरे तै प्यार करूँगी, ना कुँए जोहड़ पडूँगी
बिन आई मौत मरुँगी जै बात सुणे ना मेरी।।

म्हारे घर मे छप्पर ढारा, तेरे खड्या महल चौबारा
मैं सोनीपत ते आ रहया, तूँ दिल्ली के रँग ले रही।।

आनन्द तेरी बात सुणुगी , तेरे आँगन बीच रहूँगी।
तेरी गेल्या कष्ट सहूँगी, तूँ सुणले बिनती मेरी।।

गीतकार : आनन्द कुमार आशोधिया

©Anand Kumar Ashodhiya हरयाणवी

#हरयाणवी

9 Love

5735dff4724789ee4d0b82f782380aa8

Dinesh Sharma Dinesh

हरियाणवी कविता 

हरयाणे का रंग 
 - दिनेश शर्मा दिनेश

हरियाणवी कविता हरयाणे का रंग - दिनेश शर्मा दिनेश

93,612 Views

ce2017997c26d8f709cd3b8818eb7821

Monu dalal

हरयाणवी शायरी #हरयाणवी# 

#mohabbatein

हरयाणवी शायरी #हरयाणवी# #mohabbatein

53 Views

f90401d9a38b92b618e820ba9869f359

Anand Kumar Ashodhiya

किस्सा रसकपूर
तर्ज : यह पर्दा हटा दो, ज़रा मुखड़ा दिखा दो

ओ नसीबन बाई, तू महफ़िल में गाणे आई
तनै अक्कल कोन्या आई, कैसा गाणा चाहिए ।
महफ़िल में गाणे वाळा भी कोए स्याणा चाहिए।।
ओ नसीबन बाई.....

गुरु मानसिंह नेत्रहीन थे, ज्ञान का पेडा लागे
उसकी मेवा तोड़ तोड़ कै, बड़े बड़े साँगी खागे
ना छाप काटके गाइए, रंग नया छाँट के ल्याईए
कोए ऐसा राग सुनाइये के रंग छाणा चाहिए।
महफ़िल में गाणे वाळा भी कोए स्याणा चाहिए।।
ओ नसीबन बाई.....

गीत भजन और राग रागणी, नाटक या नौटंकी
जितनी कर दयूं, उतनी ए थोड़ी, प्रशंसा लख्मीचंद की
ढंग की लय भी ठाई जा सै, बेसुरी बुरी बताई जा सै
इज्जत की खाई जा सै, ना के पाप कमाणा चाहिए।
महफ़िल में गाणे वाळा भी कोए स्याणा चाहिए।।
ओ नसीबन बाई.....

मायने के महँ श्री दयाचन्द नए नए छंद बणावे 
नई रागनी, नई तर्ज, इसी लय सुर में वो गावै 
चाहवै सै सारा जमाना, प्रसिद्ध कर दिया जग में मायना
इसा मारे तीर रक्काना, के मन भाणा चाहिए।
महफ़िल में गाणे वाळा भी कोए स्याणा चाहिए।।
ओ नसीबन बाई.....

करके याद गुरु अपणे ने, नई रागणी त्यार करै
मांगेराम पाणची आळा, लय सुर की इसी मार करै
पार करै गंगा जी माई, वार करी ना कथा बणाई, 
इसी शब्दाँ की करी घड़ाई, मन हर्षाणा चाहिए।
महफ़िल में गाणे वाळा भी कोए स्याणा चाहिए।।
ओ नसीबन बाई.....

जाट मेहरसिंह फौज में होके, देश के ऊपर मरग्या
देशभक्ति और वीर रस ने, नस नस के महँ भरग्या
करग्या ऊँचा नाम बरोणा, दुश्मन ते कदे डरो ना
बिन आई मौत मरो ना, हँगा लाणा चाहिए।
महफ़िल में गाणे वाळा भी कोए स्याणा चाहिए।।
ओ नसीबन बाई.....

आज बाजे भक्त और धनपत सिंह ना चन्दरबादी साथ में
श्री राजकिशन गए शीश निवा, ब्राहमण जगननाथ ने
बात ने गलत नहीँ बोलेगा, आनन्द नरजे में तोलेगा
इन्हकी चरण रज ले लेगा, शीश निवाणा चाहिए।
महफ़िल में गाणे वाळा भी कोए स्याणा चाहिए
ओ नसीबन बाई.....

गीतकार : आनन्द कुमार आशोधिया  © 2020-21 #हरयाणवी
f90401d9a38b92b618e820ba9869f359

Anand Kumar Ashodhiya

भात  - हरयाणवी रागनी

हे रै चाची ताई अगड पड़ोसन शुभ गीत गवावण लागी 
सासु ननद दौरानी जिठाणी सब भाती  लिवावण  लागी 

मेरे भतीजे चाँद सितारे, सूरज सा मेरा भाई 
तोरण ऊपर खड़ी  बराबर मेरी माँ की जाई 
आगे आगे बैंड बाजता, नाचे लोग लुगाई 
टैम पे आग्या माँ का जाया, मेरी होगी मान बड़ाई 
धो के बारणा चौक पूर  दिया फेर पटड़ा बिछावण लागी 

गज की छाती करके भाई, पटड़े ऊपर खड्या हुया 
लोटे नेग गेरने नै वो मेरी नणदी तै भिड़्या हुया 
मेरे सर पै  चुन्दड़, गल में माला, सोने का कंठा  घड्या हूया 
तोरण ऊपर धर दिया चुन्दड, हीरे मोती जडया हुया 
नणदी प्यारी लड़ लड़ कै  नै, नेग धरावण लागी 

माथे चावल लाती जा, मेरा थर थर हिरदा हिलता 
देख देख कै  भाई भतीजे मेरा मन आनन्द में खिलता 
बिन मांगे जब सब मिल ज्यावे, ना मांगे कुछ भी मिलता 
धी बेटी तै दान करा हुआ दूगना चुगणा फलता 
बड़ी बूढी सब कट्ठी हो के दान का धर्म बतावण लागी 

देइ मान बराबर दौराणी जिठाणी, मेरी ऊँची गर्दन करदी 
हज़ार, पाँच सौ, सौ दो सौ के नोटों ते थाली भर दी 
सबके गल में हार घाल दिए सर पे चूंदड़ धर दी 
आनन्द का यो देख नज़ारा मेरी झर झर अँखियाँ झरती 
खाण्ड  कसार और घी बूरा ते फेर भाती जिमावण लागी 

गीतकार : आनन्द कुमार आशोधिया  © 2020-21 #हरयाणवी
f90401d9a38b92b618e820ba9869f359

Anand Kumar Ashodhiya

किस्सा भगत पूरणमल - रागनी 6
वृत्तांत : सुंदरा दे की अर्ज गुरु गोरखनाथ से

गुरु गोरख मैं तेरी शरण में, कहया मानल्यो मेरा ।
मेरी ईच्छा पूरी होज्या तै आबाद रहो थारा डेरा ।।

मैं सतमासी, निरणाबासी, पूरणमासी आज सै
ब्राह्मण न्यौतु, व्रत करूँ, धर्म पुन्न का काज सै
सारा डेरा, आवै तेरा, भोजन मेरे घर आज सै
सारे बाबा, ल्यावै छाबा, भिक्षा खातिर नाज सै
मैं ब्रह्मकुमारी, अर्ज लगारही, चढ़ता आवै सवेरा ।।
मेरी ईच्छा पूरी होज्या तै आबाद रहो थारा डेरा | |

जितने साधु, सारे न्यौतूं, त्यार धरे हैं सत पकवान
कल की बरती, भक्ति करती, मेरा रखल्यो आदर मान
गाणा बजाणा, न्हाणा खाणा, और साथ में हो जलपान
सूती ताणा, भगवाँ बाणा, सबतै बाँटूँ, एक एक थान
व्रत मैं खोलूँ, खुशी में डोलूं, देखकै उसका चेहरा ।।
मेरी ईच्छा पूरी होज्या तै आबाद रहो थारा डेरा ||

करल्यो तावळ, मीठे चावळ, ठण्डी होती थाळी
गरम मसाले, सारे डाले, लाल मिर्च और काळी
नमकीन पापड़, बढिया सापड़, दही आगरे आळी
घी-बूरा और मोतीचूरा, लाडुवाँ की अदा निराळी
जल्दी चालो, भोजन खाल्यो, चिन्ता में जी मेरा ।।
मेरी ईच्छा पूरी होज्या तै आबाद रहो थारा डेरा ||

नौकर चाकर, दास और दासी सारे सेवा में तैयार
पैर पकड़ती, अर्ज मै करती, सेवा में खड़ी ताबेदार
बारम्बार, करूँ गुहार, मेरी सुणल्यो अर्ज पुकार
मैं राधा वो कान्हा सादा, दर्शन दे दो कृष्ण मुरार
आनन्द शाहपूर वाले नै किसा रुप का जादू फेरा ।।
मेरी ईच्छा पूरी होज्या तै आबाद रहो थारा डेरा ।।

गीतकार : आनन्द कुमार आशोधिया  © 2020-21 #हरयाणवी
d8e867781e5fb3dd76151beddef3189c

राहुल जाटू

 हरयाणवी

हरयाणवी #nojotophoto

0 Love

ff5fd9c6bf6abb2a611c1a429c93c350

Manish Choudhary

कोए मन्दिर की सीढिया प घिसड़दा 
रहया 

किसी न वो बिना मांगे मिलगी 😟
(वाह र ऊपरआले 👍
#मनीष #हरयाणवी
ff5fd9c6bf6abb2a611c1a429c93c350

Manish Choudhary

इस 8 घण्टे की रात मै 

ऐकला होकै पल -पल मरणा के होवै है यो मेरे तैं "आपनै" सिखाया 😊
#मनीष #हरयाणवी
ff5fd9c6bf6abb2a611c1a429c93c350

Manish Choudhary

किस्मत नै क्यूँ दोष द्यो हो 

ज्यब थारी खुद की पाटी पड़ी है हालाता नै देख कै 😒
#मनीष #हरयाणवी
f90401d9a38b92b618e820ba9869f359

Anand Kumar Ashodhiya

लव सव

तेरे लव सव का मन्ने बेरा कोन्या, इस लव ते दूर रहूँगी।
तेरी नस नस में छल भरया पड़ा, इस छल ते दूर रहूँगी।।

कदे बाबू कदे जानू शोना, तू दिन देखै ना रात जले।
जब भी बाजे फोन की घण्टी, आज्या सै मेरी स्यात जले।।
तने के करणी से बात जले, तेरी कॉल तै दूर रहूँगी

खेत गली घर गितवाड़े में, मेरे पाछे पाछे आए जा।
पठ्यां के मह हाथ फेर, आँख्यां की कोर नचाए जा।।
तूं मन में लहोर मचाए जा इस, आनन्द तै दूर रहूँगी।

तू  ढ़बियाँ गेल्या करै मसखरी, ले ले के नै नाम मेरा।
थारे घरां उल्हाणा भेजूंगी मैं, जब बुझूंगी गाम तेरा।।
बँधवा कै इन्तजाम तेरा फेर, चैन की सांस लेऊँगी।

मेरे भाईयाँ नै जाण पाटज्या, तूं अपणे हाड़ तुड़ा लेगा।
जै फँसग्या तूँ आनन्द कै तन्ने उसते कुण छुड़ा लेगा।।
तेरे पड़ते हे हाथ जुड़ा लेगा, जै उसते जा कह दूँगी।।

गीतकार : आनन्द कुमार आशोधिया  © 2020-21 #हरयाणवी
f90401d9a38b92b618e820ba9869f359

Anand Kumar Ashodhiya

बेईमानी और लालच

सोने की चिड़िया कहलावे पर, हिन्द कैसे भरे उडारी |
बेईमानी और लालच की लोगो,  देश के लगी बिमारी ||

तूँ  सूं खा के आया था कि प्रजा की सेवा करूंगा
अपने हितों से बढ़कर मैं, जनता के हित करूँगा 
माँ भारती के चरणों में नित अपना शीश धरूंगा
देश की खातिर जीऊंगा और देश पे ही मरूंगा

ले के शपथ, भूल गया इब तूँ, हो गया भृष्टाचारी |
बेईमानी और लालच की लोगो,  देश के लगी बिमारी ||

तूँ रक्षक बन के भक्षक हो गया, क्यों वर्दी पे दाग लगावे सै
जो भी आज्या तेरी शरण में, तूँ उस ते ए  रिश्वत खावे  सै
हराम  का पैसा लूट लूट के, तूँ घर में अन्न धन ल्यावे सै
पाप की कमाई खिला खिला क्यूँ, घर क्यां के पाप चढ़ावे सै

हराम का खा सूत बने हरामी, तेरे चाले कर्म अगाड़ी  |
बेईमानी और लालच की लोगो,  देश के लगी बिमारी ||

लगी नौकरी सरकारी तेरी, तूँ बाबू बन गया दफ्तर में
दिन भर टाइम पास करे जा, सब घूमे जा तेरे चक्कर में
एक भी फाइल पास करे ना, कौन खड़ा हो तेरी टक्कर में
दो पैसे में तूँ ज़मीर बेच दे, कदे चाय पानी कदे शक़्कर में

तेरी गाडी भरी रिश्वत की रित जा, जब घर में बड़े बिमारी |
बेईमानी और लालच की लोगो,  देश के लगी बिमारी ||

सफ़ेद और सूती के बाणे ते, ढाप लिया तने तन और मन
झूठ कपट और छल करके तने ठग लिया देश का एक एक जन
जन कल्याण और विकास करूँगा, सीख लिया तने झूठा फन
जनता का पैसा लूट लूट के, कोठा में भर लिया धन ही धन

पैसों का अम्बार लगा लिया पर तेरी ज़िंदगी होगी खारी |
बेईमानी और लालच की लोगो,  देश के लगी बिमारी ||

किस के दोष लगावे आनन्द, भृष्ट जगत यो सारा है
नेता, बाबू और पुलिसिया इसी समाज से आ रहा है
नैतिक पतन चरम पे हो गया,  बस अपना ए आपा चाह रहा है 
संस्कृति भी डूब गई इब  नंगापन ही छा  रहा है
मैं, मैं, मैं, मैं, मेरा, मेरा, स्वार्थ की चली दुधारी   |
बेईमानी और लालच की लोगो,  देश के लगी बिमारी ||

गीतकार : आनन्द कुमार आशोधिया

©Anand Kumar Ashodhiya #लालच

#हरयाणवी
f90401d9a38b92b618e820ba9869f359

Anand Kumar Ashodhiya

धोखा चीन का

मेरी माँ ने शेर जणया सै, ना उसका दूध लजाऊँगा।
रणभूमि में वीर लड्या करैं, ना पाछै कदम हटाऊंगा।।

भारत माँ का मैं वीर सिपाही, दयूं बॉर्डर ऊपर पहरा।
चौकी ऊपर खड़या तिरंगा, फर फर फर फर फहरा।
चौकस रहियो, चौकस रहियो, मेरा कमाण्डर कह रहा।
धोखेबाज लुटेरे चीनी, घात करैं घणा गहरा
सलूट मारके, अटेंशन होग्या, न पलक ताही झपकाउंगा।।

इतनी कहके सी ओ साहब, दौरा करने चल्या गया।
करके वायदा चीन भूलग्या, याद कराने चल्या गया।
बिन हथियारां बात करी पर, धोखे के मंह छल्या गया।
तू तू मै मै धक्कामुक्की, झगड़े में निहत्था दल्या गया।
बीस तीस चीनी कट्ठे आग्ये, एकला ए सबक सिखाऊंगा।।

भारत माँ के बीस लाड़ले, चीनीयां गेल्या भिड़गे।
बिन हथियारां टूट पड़े, फिर दुश्मन स्यामही अडगे।
चीनी ले रहे लाठी डंडे, हम ताल ठोंक के बड़गे।
भर भर कौली नाड़ तोड़ दी, चीनी ठंडे पड़गे।
कुछ मारे, कुछ नदी में गेरे, एक एक ने मजा चखाऊंगा।।

दहशत फैल गई चीनीयां में, छोरियाँ की ज्यूँ रोवें।
शव पे शव और टूटी गर्दन, रो रो मुंह ल्हकोवें।
हम बीस शेर हुए खेत देश पे, वे चालीस का शव ढोवें।
इब देख के शक्ल हम वीरों की, वे धरती में सिर गोवें।
करके देश सुरक्षित आनन्द, चिर निद्रा सो जाऊँगा।।

गीतकार : आनन्द कुमार आशोधिया

©Anand Kumar Ashodhiya #धोखाचीनका

#हरयाणवी
7e02ccabd23d1ff4ec2e9b61361da30b

Mahnoor

तू हसता खेलता रहिए मेरी जान...
हम तो एक कोना में पड़े भी ज़िंदगी काट ल्यांगे...
अर सोच ना करिए घनी...
हम कलम कागज़ गेल अपने दुख बाट ल्यांगे...

©Rachna Kaushik
  #हरयाणवी
ff5fd9c6bf6abb2a611c1a429c93c350

Manish Choudhary

हरकते ही नही...मेरी हर बात रूहानी थी

इश्क़ इज्जत आळा था....ना कोई जिस्म की मनमानी थी..😞

#मनीष #हरयाणवी
f90401d9a38b92b618e820ba9869f359

Anand Kumar Ashodhiya

असली दर्द

तूँ छोड़ के गई मन्ने, कोए गम ना था।
तूँ बोलती भी कोन्या, यो भी कम ना था।
पर असली दर्द मेरे इस,बात का हुआ।
जब देखके भी मन्ने तू, इग्नोर मारगी।।

मैं रोवता रहया, जंग झोवता रहया।
चैन खोवता रहया, तनै टोहवता रहया।
पर असली दर्द मेरे इस, बात का हुआ।
जब फोन पे भी आपां ने, ब्लॉक मारगी।।

मन मार भी लिया, तन हार भी लिया।
तेरे प्यार का यो भूत सिर तै, तार भी लिया।
पर असली दर्द मेरे इस, बात का हुआ।
जब यारां की तूँ म्हारे स्यामही, बोर मारगी।।

मन रूठ भी गया, दिल टूट भी गया।
तेरे प्यार आळा भांडा इब, फ़ूट भी गया।
पर असली दर्द मेरे इस, बात का हुआ।
जब गैरां के रूपया की तूँ, मरोड़ मारगी।।

गैरां की बाँहयां में तूँ, झूल भी गई।
आनन्द के प्यार ने तूँ, भूल भी गई।
पर असली दर्द मेरे इस, बात का हुआ।
जब गले में लपेट सांप, मोर मारगी।।

गीतकार : आनन्द कुमार आशोधिया  © 2020-21 #हरयाणवी
f90401d9a38b92b618e820ba9869f359

Anand Kumar Ashodhiya

कदे आज्या याद तेरी

तूँ छोड़ गई, मुख मोड़ गई, संग ले गई याद सुनहरी ।
मैं डरता रहा, पल पल मरता रहा, कदे आज्या याद तेरी।।

तेरी यादों की बाँध गाँठड़ी, मन्ने कोणे के म्ह धर दी।
साँस रोकणा चाहूँ था पर साँसा में तू बसगी।
मेरी आत्मा फन्द में फँसगी,  करके याद तेरी।।

मुस्ता मुस्ता दिल मुस गया, फेर खुसण लाग्या चैन।
झर झर सोता सूख गया फेर, सूख गए मेरे नैन।
थके नैन तेरा रस्ता तकते, हुई धुंधली याद तेरी।।

तूँ शून्य हो गई, मैं सुन्न हो गया, ना मेरा रहा वजूद।
समूल नष्ट हुआ, बड़ा कष्ट हुआ, भरा ब्याज और सूद।
दो ऊत पकड़ के ले चाले, फेर आगी याद तेरी।।

जी भी दे दिया, ज्यान भी दे दी, इब के रहगी तूँ खटक बता।
परम् ज्योत में आके मिलग्या, फेर आनन्द के अटक बता।
जीव आत्मा रही भटक बता, क्यूँ आवे याद तेरी।।

गीतकार : आनन्द कुमार आशोधिया  © 2020-21 #हरयाणवी
f90401d9a38b92b618e820ba9869f359

Anand Kumar Ashodhiya

मेरे तन की ढेरी हो ली

तेरे प्रेम में पड़ के ने मेरे तन की ढेरी हो ली 
तेरी मर्जी तूं जाणे पर मैं तो तेरी हो ली

तूं आवे ना ख़त तेरा मैं, देखे जा सूँ बाट पिया
मैं मरूँ अकेली घुट  घुट कै तूँ, कित लेवै सै ठाठ पिया 
के मरु कालजा काट पिया, इब देर भतेरी हो ली 
तेरी मर्जी तूं जाणे पर मैं तो तेरी हो ली   

टेलीफोन मोबाइल धोरे, तूँ कदे करे न कॉल पिया 
चौबीस घण्टे रहूँ तड़फती, होज्या सै बेहाल जिया 
तने जब भी कर ल्यूं कॉल पिया, तेरी शाम सवेरी हो ली 
तेरी मर्जी तूं जाणे पर मैं तो तेरी हो ली   

मेरे ते प्यार करया करता इब पूजन लाग्या हिन्द ने
तेरे बिरह में पागल होगी, चाहे बूझ लिए आनन्द ने 
के रो ल्यूं इस आनन्द ने एक बे, दिखा के शान ल्ह्को ली 
तेरी मर्जी तूं जाणे पर मैं तो तेरी हो ली   

गीतकार : आनन्द कुमार आशोधिया  © 2019-20 #हरयाणवी
22ece64f49dfa377b574948512238884

Dr Ashish Vats

वा न्यू बोली.. #हरियाणवी Repost/feedback #drvats #Haryanvi #hariyanvi #हरयाणवी #DilSeDesi #हरियाणवी_कविता #desi #BoloDilSe #Mylanguage
f90401d9a38b92b618e820ba9869f359

Anand Kumar Ashodhiya

किस्सा रसकपूर : रागनी 3

हे अधराजण कर शान बाहण मेरी, करदे मन की चाही।
रतनसिंह नै ल्यो सेवा में, मेरा चचेरा भाई।।

तेरे आगै जोडे हाथ खड़ी सै, फतेकॅवर पटराणी।
रंगमहलों में तू लागै मनै अक्लमन्द घणी स्याणी।।
तू जाणै या मैं जानूँ सूँ , नहीं तीसरे नै जाणी।
जो लगज्या भेद तीसरे नै हो पीहर की ईज्जत हाणि ।।
भीड़ पड़ी में जावै पिछाणी, रिश्तेदार लुगाई।

जो राजा ते करूँ सिफारिश, मेरा पीहर छोटा होज्या।
बाकि राणियाँ नै जाण पटै तै, चाळा ए मोटा होज्या ।।
अपणा सिक्का अपणे धोरै, धरया धरया खोटा होज्या।
जो इसने नौकर रख लेगी ते के तेरे टोटा होज्या।।
गगांजी में ज्यौं बोज्या तूं, करले अगत कमाई।

बालअवस्था रतनसिंह की, गलती होती नर तै।
मेरे चाचा ने काढ़ दिया वो छोह में आकै घर तै ।।
लिया सहारा आज बहाण का चाचाजी के डर तै।
बदनामी तै बचणा चाहूँ, जैसे लो हा जर ते ।।
पैंडा छुटता दिखै मरकै, किसी आण चढी करड़ाई।

घणी देर की विनती कर रही, सुण आनन्द शाहपरिया।
इस छोरे नै ल्यो राख नौकरी चाहे जिस तरिया।।
इतने दासी दास महल में, इसका भी करदो जरिया।
चीड़ी चोंच भर ले ज्यागी ते के घट ज्यावै दरिया।।
परमेशर की पकड़ डगरिया, चालो राही राही।

गीतकार : आनन्द कुमार आशोधिया  © 2020-21 #हरयाणवी_रागनी
#हरयाणवी
983ba16af2ae02127e375e72f8833dd2

Sourabh Sharma

दुनिया छोटी स मेरे यारा आगे। #haryanvi #हरयाणवी
ff5fd9c6bf6abb2a611c1a429c93c350

Manish Choudhary

कदे कदे मजबूरी म माणस इग्नोर करणे पड़ ज्याया करे...

अर कदे कदे सो सो कोस की दूरी होण प माणस की गोर करणी पड़ ज्याया करे..✌🏼✌🏼

#मनीष #हरयाणवी#जाट
f90401d9a38b92b618e820ba9869f359

Anand Kumar Ashodhiya

किस्सा रसकपूर - रागनी 10
हो न्यादर, मतना मारे लात, राखले, अधराजन की बात
जात का, थेहड़ा पिट ज्यागा, महल में, बेरा पट ज्यागा

वो दिन भूल गया डयोढ़ी पे, ठोंके था सलाम
ठोंके था सलाम
मेरे हुक्म तै छुटया था, जब, पीटे था तने गाम
पीटे था तने गाम
राम का, करले दिल पे ख्याल, आज मेरा, यो हे एक सवाल
टाल कर, दुखड़ा मिट ज्यागा, दुख का बादल हट ज्यागा

काल ताही मैं हाकिम थी, तूँ नौकर मैं राणी
नौकर मैं राणी
सारी प्रजा सुख में बसती, मैं हे धक्केखाणी
मैं हे धक्केखाणी
स्याणी, होके हुई बिरान, रे मतना खींचे मेरे प्राण
कान दे, छोड़ लटक ज्यागा, दर्द तै पर्दा फट ज्यागा

राजा रुस्या, प्रजा रूसी, रूस गई तकदीर
रूस गई तकदीर
मार कै कोड़े खाल खींच ली, होवे सै घणी पीर
होवे सै घणी पीर
होगे कपड़े झीरमझीर,रे बेबस, होगी अर्धनग्न
अंग का, वस्त्र फट ज्यागा, शर्म तै हिरदा फट ज्यागा

आनंद शाहपुर आळे ने भी, ख्याल करया ना मेरा
ख्याल करया ना मेरा
दे के हुक्म डिगरग्या बैरी, मेरा करग्या उज्जड डेरा
करग्या उज्जड डेरा
तेरा मानूँगी एहसान, बख्श मेरा, दुख पा रहया सै गात
रात जा, दिन भी छंट ज्यागा, भूप का गुस्सा हट ज्यागा

गीतकार : आनन्द कुमार आशोधिया

©Anand Kumar Ashodhiya #रसकपूर

#हरयाणवी
f90401d9a38b92b618e820ba9869f359

Anand Kumar Ashodhiya

निशाना

लौंग तेरी का लश्कारा चमकै काना की बाळी
ठहर हूर मत मार निशाना भरकै आँख दुनाळी

जब भी झपकै पलक पाँवड़े, दिल दूणा दूणा धडकै
आँख की कौर नचावै मतन्या, तीर काळजै रड़कै
फडकै सै तेरी भौंह काळी किसी मटकै अदा निराळी

काजल डोरे खींच लिए ये पहलम ए आँख कटीली सैं
गोरे मुख पे नूर बरस रहया, आंख झील सी नीली सैं
पतला सुतवाँ नाक होंठ जणू फळ मेवे की डाळी

उज्ज्वल दन्त पँक्ति धौळी तूँ हँस हँस फूल बखेरै सै
जब भी देखै नजर उठा कै, नशे मन पे बिजळी गेरै सै
छोल काळजा गेरै सै जब कुकै कोयल काळी

लाम्बी पतळी कमल नयनी, घर करगी मेरे दिल मे
फिर आंख्या तै ओझल होगी, हूक उठी इसी दिल मे
बिल में बड़गी नागण काळी आनन्द की देखी भाळी

©Anand Kumar Ashodhiya
  निशाना

#हरयाणवी

9 Love

f90401d9a38b92b618e820ba9869f359

Anand Kumar Ashodhiya

तोताचश्मी

सुवे की ज्यूँ फिरै चाखता, कदे आवै कदे जा
तेरे प्रेम की चाहना कोन्या, जित मर्जी धक्के खा

इर्दगिर्द मेरे चक्कर काटै तेरै चैन पडै दिन रात नहीं
भँवरे की ज्यूँ मंडरावै जब तक कर  ल्यूँ बात नहीं 
रात गई और बात गई फेर बदल्या तेरा सुभा

पहले दिन तै जाणु थी तेरी फितरत धोखा देवण की
बीच समन्दर डोबैगा ना आसंग किश्ती खेवण की
तेरी हरदम नीत मटेवण की करै हस्ती मेरी फ़ना

दस दिन भीतर तेरे प्रेम का सारा ए भाँडा फुट गया
मेरे तै जब दिल भरग्या तेरा प्रेम का धागा टूट गया
छूट गया रँग नकली पल में इब दूजा रँग चढ़ा

जाण गई पहचाण गई इब तेरे हाथ ना आवण की
चौगरदे मुँह फिरै मारता दे छोड़ बाण मुँह बावण की
गावण की जै रीस करै तै तूँ आनन्द शाहपुर गा
गीतकार : आनन्द कुमार आशोधिया

©Anand Kumar Ashodhiya तोताचश्मी

#हरयाणवी

तोताचश्मी #हरयाणवी #कविता

7 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile