Find the Latest Status about अजेयता में निहित है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अजेयता में निहित है.
आर.के. शुक्ला
वास्तविक प्रेम अभ्यर्पण में निहित है, अपेक्षा में नहीं । #nojoto
Nimisha Mishra HI
जब पता गलत जगह "फिट " हो जाये तो इतना जान लीजिए ,आप वहां "फिट "तो हो गए ले लेकिन वहां "फिक्स" होना जरूरी नही है ... मानसिक व आन्तरिक दूरी बनाइये वहां से अपने जैसे लोगो के संपर्क में रहिए ,...अपना एक अलग सर्कल भी बनाइये ,,कुछ अपने जैसे लोगो का सानिध्य मिलता रहेगा , तो जीवन मे महक बनी रहेगी । किसी से निभाने के लिए अपने आपको बिसराने के लिए.....मिटा देने के लिए बाध्य नही होते हम ।.... अर्थात जहां हम लोगो को पसन्द न आये वहां से मानसिक दूरी बना लेने में ही सुख है । ©MishraNimisha® मानसिक दूरी में ही सम्पूर्ण सुख निहित है । #friends
Random quotes Swati
समयनुसार खुद को बदल लेने में ही आपकी भलाई निहित है ... समयनुसार खुद को बदल लेने में ही आपकी भलाई निहित है ...
PUNEET KUMAR
मेरा दिल अनेकता में एकता को देख खुश हो जाता है पर समाज के ज़र्रे-ज़र्रे को बिखरा देख फिर से टूट जाता है #अनेकता में एकता
Sheelu Jha
Kashmir अनेकता में एकता ही हमारी शान है,इसलिए तो हमारा भारत महान है। अनेकता में एकता#
Anuj Ray
" अनेकता में एकता" lखुद गर्जीयो ने देश में, साजिश के जाल बुनकर. कर दिया इतिहास धूमिल ,हिंदुओं का चुनकर.. जो पाठ्यपुस्तक में पढ़ाया, झूठ मिश्रित सच , रख दिया करके उजागर, जुल्म कितने आज तक, सरदार था जिसकी बदौलत देश बांधा एकता.. कर पुष्प अर्पित उनको तुम,अपनी दिखा दो नेक ता .. गर्व हर्षित पर्व यह कुछ ऋण चुका लो देश का कैसे रहते हैं इकट्ठे," अनेकता में एकता " अनेकता में एकता
poetry with ansha
जो अनेकता में एकता का प्रतीक था.. अब वहां एकता में अनेकता की गंध आने लगी है...!! . ©poetry with ansha अनेकता में एकता
अशेष_शून्य
जैसे सौरमंडल में "जीवन केंद्र" सूर्य में निहित है : ठीक वैसे ही जीवन में "जीवन केंद्र" पिता में निहित है।। -Anjali Rai जैसे सौरमंडल में "जीवन केंद्र" सूर्य में निहित है : ठीक वैसे ही जीवन में "जीवन केंद्र" पिता में निहित है।।
M.S Rind"
जिसे भी अपना मान लिया मान दिया सम्मान दिया जाति धर्म से ऊपर उठ कर मनुजता का प्रमाण दिया। हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सब हैं भाई भाई अनेकता मे एकता एक मिसाल लिखा। कवि मन हो रवि जैसा जिसमे न कभी भेद भाव दिखा माना सारा संसार ही है घर जैसा पर निजता पर बात आई तो सबसे ऊपर हिंदुस्तान रखा। ©M.S Rind" #अनेकता में एकता #election