Nojoto: Largest Storytelling Platform

New अभिमान का Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about अभिमान का from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अभिमान का.

Ek villain

#BahuBali अभिमान का त्याग #Society

read more
अहंकार परछाई की तरह अंत तक साथ नहीं छोड़ता धन काहे का रूप का अहंकार शक्ति का इनकार प्रकट रूप में रहता है इनके अतिरिक्त भी एक विशेष प्रकार का इनकार होता है जो इतना सूक्ष्म होता है कि अदृश्य में रहकर आचरण में समा जाता है और अनुभव भी नहीं होता कुछ लोग सामान्य लोगों से अधिक धार्मिक होते हैं अन्य यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मैं प्रतिदिन कितने घंटे पूजा करता हूं मैं इतनी मालाएं फिर आता हूं मैं अमुक मंदिर में दान देता हूं मैं अनाथालय में दान देता हूं मैं निर्धनों को खाना खिलाता हूं आदि इत्यादि

©Ek villain #BahuBali अभिमान का त्याग

Mohan raj

यदि सफल होना चाहते हो, तो पहले अपने अभिमान का, नाश कर डालो !! #Life

read more
यदि सफल होना चाहते हो,  
तो पहले अपने अभिमान का,
नाश कर डालो !!
Har har mahadev

©Mohan raj यदि सफल होना चाहते हो,  
तो पहले अपने अभिमान का,
नाश कर डालो !!

Mohan raj

हर किसीको अपने ज्ञान का अभिमान तो होता है, मगर अपने अभिमान का ज्ञान नहीं होता !! #Life

read more
mute video

Mohammad Ibraheem Sultan Mirza

ज्यादा बोझ लेकर चलने वाले अक्सर डूब जाते हैं, ... फिर चाहे वह अभिमान का हो या सामान का हो,

read more
ज्यादा बोझ लेकर चलने वाले अक्सर 

डूब जाते हैं,

फिर चाहे वह अभिमान का हो या 

सामान का हो,
___________________________

मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा,, ज्यादा बोझ लेकर चलने वाले अक्सर डूब जाते हैं,
...
फिर चाहे वह अभिमान का हो या सामान का हो,

Poetry with Avdhesh Kanojia

हुआ अंत अत्याचारी का, नाश हुआ अभिमान का। तिहूँ लोक में गूँज रहा है, जयकारा श्रीराम का।। ✍️अवधेश कनौजिया© #कविता #nojotophoto

read more
 हुआ अंत अत्याचारी का, नाश हुआ अभिमान का।
तिहूँ लोक में गूँज रहा है, जयकारा श्रीराम का।।
✍️अवधेश कनौजिया©

Poetry with Avdhesh Kanojia

poetry #poem #Ram #Truth life love #Satya हुआ अंत अत्याचारी का, नाश हुआ अभिमान का। तिहूँ लोक में गूँज रहा है, जयकारा श्रीराम का।। ✍️अवध

read more
हुआ अंत अत्याचारी का, नाश हुआ अभिमान का।
तिहूँ लोक में गूँज रहा है, जयकारा श्रीराम का।।
✍️अवधेश कनौजिया© #poetry #poem #ram #truth #life #love #satya 

हुआ अंत अत्याचारी का, नाश हुआ अभिमान का।
तिहूँ लोक में गूँज रहा है, जयकारा श्रीराम का।।
✍️अवध

RituRaj Gupta

सूर्य:- ----- उगता सूरज, नए जोश, नए दिन और नए संचार का आगाज़ है, दोपहर का सूरज, अपनी कार्यकुशलता, अभिमान #positivity #livinglife #positiveAttitude #liveyourlife #poetryhub #eveningthought #riturajgupta

read more
सूर्य:-
-----
उगता सूरज, 
नए जोश, नए दिन
और नए संचार का आगाज़ है, 

दोपहर का सूरज,
अपनी कार्यकुशलता, अभिमान
का प्रतीक है, 

ढलता सूरज,
अपनी आत्मीयता, बड़प्पन
कि दिखाता पहचान है !! सूर्य:-
-----
उगता सूरज, 
नए जोश, नए दिन
और नए संचार का आगाज़ है, 

दोपहर का सूरज,
अपनी कार्यकुशलता, अभिमान

Ansh Rajora

वह एक जिसे हम अनेक नाम से जानते हैं😊🙏 क्या वही हमारी कला का केंद्र नहीं😊 फिर अभिमान का तो प्रश्न ही नहीं💐💐 First collaboration with Meethi J #HUmanity #yqbaba #yqdidi

read more
  सफलता के नशे में चूर है होश का नहीं ठौर है
नादान हैं समझेंगे एक दिन असल कर्ता तो कोई और है💗 वह एक जिसे हम अनेक नाम से जानते हैं😊🙏 क्या वही हमारी कला का केंद्र नहीं😊 फिर अभिमान का तो प्रश्न ही नहीं💐💐
First collaboration with Meethi J

Satya Prakash Upadhyay

प्यार और दोस्ती में क्या अंतर है? प्यार है एहसास दिलों का न चाहिए इसको बाह्य समर्थन गुलशन मस्त बहारों से या किलकारी या हो प्रेम निवेदन है इ #कविता #Pyardosti

read more
प्यार और दोस्ती में क्या अंतर है?

प्यार है एहसास दिलों का न चाहिए इसको बाह्य समर्थन
गुलशन मस्त बहारों से या किलकारी या हो प्रेम निवेदन
है इसमें कोई भेद नही बस अभिमान का है होम अर्पण
चिरस्थायित्व उर आश्वासन के संग बढ़ता जाता और आकर्षण

मित्रता की शुरुवात है होती जब प्यारे दो दिल मिलते हैं
एक दूजे का साथ जो प्रतिपल बिन बोले हीं देते हैं
न कोई होती लेनी देनी सब अपना हीं होता है
 इस पवित्र बंधन को समझे वो सच्चा सामाजिक ज्ञाता है प्यार और दोस्ती में क्या अंतर है?

प्यार है एहसास दिलों का न चाहिए इसको बाह्य समर्थन
गुलशन मस्त बहारों से या किलकारी या हो प्रेम निवेदन
है इ

gourav saini (loveishkraj singh saini)

*पैर में से काँटा निकल जाए तो* *चलने में मज़ा आ जाता है,* *और मन में से अहंकार निकल जाए तो..* *जीवन जीने में मज़ा आ जाता है..* #विचार

read more
*पैर में से काँटा निकल जाए तो*
       *चलने में मज़ा आ जाता है,*
*और मन में से अहंकार निकल जाए तो..*
     *जीवन जीने में मज़ा आ जाता है..*


     *चलने वाले दो पैरों में कितना फर्क है ,*
         *एक आगे है तो एक पीछे  ।*
    *पर न तो आगे वाले को अभिमान का सुख है*
      *और न पीछे वाले को अपमान का दुख ।*
           *क्योंकि उन्हें पता होता है*
      *कि पलभर में ये बदलने वाला है ।*
       *" इसी को  जिन्दगी  कहते हैं "?*                    
        🌹 *शुभप्रभात* 🌹_
happy rose day...
गौरव सैनी *पैर में से काँटा निकल जाए तो*
       *चलने में मज़ा आ जाता है,*
*और मन में से अहंकार निकल जाए तो..*
     *जीवन जीने में मज़ा आ जाता है..*
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile