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AK__Alfaaz..

#ज़िन्दगानी_मे_कुछ_यूँ_भी ..होता है अक्सर.. जब माँ बाप खुद के घर से ही बेघर कर दिये जाते हैं... **अश्क-ए-ग़म-- tear of sorrow **दीदा-ए-पुर-नम- #yqbaba #yqdidi #yqtales #yqhindi #yqquotes #yqsahitya

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अश्क-ए-ग़म दीदा-ए-पुर-नम से छुपाये न गए..,
ये वो माँ बाप हैं जो अपने ही घर से निकाले गए.., #ज़िन्दगानी_मे_कुछ_यूँ_भी ..होता है अक्सर.. जब माँ बाप खुद के घर से ही बेघर कर दिये जाते हैं...
**अश्क-ए-ग़म-- tear of sorrow
**दीदा-ए-पुर-नम-

SHAYAR ANHAR

अनीस अनहर अचलपुरी #lovebeat #शायरी

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Anas Akbari

#मीर तकी#मीर

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आग थे इब्तिदा-ए-इश्क़ में हम 

अब जो हैं ख़ाक इंतिहा है ये #मीर तकी#मीर

IsmailZabih Patel

मीर तकि मीर #DearZindagi

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#DearZindagi रंगीनी ए इश्क़ उसके मीले पर हुई मालूम,
सोहबत न हुई थी किसी खूंखार से अब तक।
मीर तकि मीर मीर तकि मीर

IsmailZabih Patel

मीर तकि मीर #DearZindagi

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#DearZindagi आरजूए  हजार रखते है,
तो भी हम दिल को मार रखते।
मीर तकि मीर मीर तकि मीर

Kasturika Mishra

@मीर तकी मीर @splash2020

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Mohammad Anees "Rahi"

हसीनों पे लाज़िम है बेवफाई क्या
इश्क़ में एक चलन है वो निभा रहे हैं

वो खुश्बूं  है बिखर रही है चार सूं
हम है कि सांसों में उन्हें बसा रहे हैं

मेरी किताबों में भी वो शामिल है यूं 
हर वर्क पे हर लफ्ज़  में मुस्कुरा रहें हैं

हमारे अहद से वाकिफ हैं  इसलिए शायद
अब किसी अजनबी को वो आजमा रहे है

पहरे है इस वक़्त हर शय पर और ज़माने की निगाहें है
तेरे हिस्से में इंतज़ार है 'राही' अभी वो मेहंदी लगा रहे है #बेवफा #इंतजार #अनीस राही

Deepak gupta

#मीर तकी़ मीर# #याद#

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HintsOfHeart.

#Style_is_the_man! 1.मीर तक़ी मीर #शायरी

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Manmohan Dheer

मीर

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ग़ज़ल : मीर तकी मीर 

फ़क़ीराना आए सदा कर चले
मियाँ खुश रहो हम दुआ कर चले

जो तुझ बिन न जीने को कहते थे हम 
सो इस अहद को अब वफ़ा कर चले 

कोई ना-उम्मीदाना करते निगाह
सो तुम हम से मुँह भी छिपा कर चले

बहोत आरजू थी गली की तेरी
सो याँ से लहू में नहा कर चले

दिखाई दिए यूँ कि बेखुद किया
हमें आप से भी जुदा कर चले 

जबीं सजदा करते ही करते गई 
हक-ऐ-बंदगी हम अदा कर चले

परस्तिश की याँ तईं कि ऐ बुत तुझे 
नज़र में सबों की ख़ुदा कर चले

गई उम्र दर बंद-ऐ-फ़िक्र-ऐ-ग़ज़ल 
सो इस फ़न को ऐसा बड़ा कर चले

कहें क्या जो पूछे कोई हम से "मीर"
जहाँ में तुम आए थे, क्या कर चले मीर
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