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Rakhi Om
"शैतानियां बचपन की" बिना स्वार्थ के बोलेपन में सब को बाती थी सब लोतपोट होते थे आज भी याद आती है मन ही मन मुस्कुराते है जब भी बचपन याद आता है ©Rakhi Gupta #शैतानियां बचपन की #poem #Poetry
Sunita Sharma
बचपन की शैतानियाँ याद करती हुँ... जब वो नादानियाँ, मुझे महका जाती है... वो क्रीड़ा और अठखेलियाँ, हर दिवारों में दफन है... बचपन की शैतानियां। वो भी किया दिन थे... अजनबी थी दुनियादारियाँ, हसीन अहसासों से.. महक रही हैं क्यारियाँ , किस्से और कहानियों में है.. बचपन की शैतानियाँ। मनोहर था वो जमाना... माँ का आंचल पापा की लोरियाँ, पल में रूठना पल में मान जाना... शताती थी हमारी धमाचौकड़ियाँ, संजोए रखी है वो निशानियाँ... बचपन की शैतानियाँ॥ #बचपन की शैतानियां #nojotohindi #nojotopoetry#quotes
Ashish Kanchan
बचपन का शौक़ छोटी उमर थी जब हमारी, हुआ करता था क्रिकेट खेलने का बड़ा भारी शौक़, मैदान हो या घर का कमरा, आता था हमारे हुनर का मौसम तो बेरोक-टोक, बस ये खेल था कमज़ोरी, वरना बड़ों की बात मानने में, हम थे श्रवण कुमार के भी आगे, पर हुए कभी पिटाई के आसार, तो है याद किस कदर फ़र्राटे से थे भागे, वहीं मेहमान कमरे में टांड़ पे रखी थीं, नई लायी वो मूर्तियाँ राजस्थानी, हमारी हरकतों को अच्छे से जान, हमें चेतावनी मिली वहाँ ना करना मनमानी, तब तय किया सिर्फ़ मैदान में जंग होगी, और किनारे रख दिया वो गेंद-बल्ले का खेल, पर गुज़रते थे बगल से, तो लगता था हमें आवाज़ दे रही है, गेंद बन वीराना की चुड़ैल, एक मासूम गेंद से किसी का क्या बिगड़ जाएगा, ये ख़्याल दिमाग़ में बत्ती सा जगा, सोचा सिर्फ़ कैच-कैच खेल लेते हैं बरामदे में, जो मेहमान कमरे के दरवाज़े से था लगा, अरसे गुज़र गए, कैच-कैच के क्रिकेट में हो रहा था, सचिन सा खिलाड़ी तैयार, और उसी धुन में गेंद ऐसी उछली हवा में, के छत पे लगे पँखे से जा लड़ी ज़ोरदार, घूमते पँखे से गेंद घुसी मेहमान कमरे में, और वहाँ रखे सोफ़े के कंधे से जो ऊँची उछाल मारी, टांड़ पे रखी मुर्तियों को भनक न लगी, और गूँज गयी घर में एक आवाज़ भयंकर हाहाकारी, उसी एक पल आने वाली अनचहीती घटनाओं की तस्वीर, आँखों के सामने चल पड़ी, और पलक झपकते हमारी सवारी, हवा के पँखों पे सवार, फिर एकबार गुमशुदा होने निकल पड़ी। #बचपनकाशौक़ #शैतानियां #yqdidi #yqbaba #yqhindi #yqtales #yqdiary
Anamika
पड़ोसियों से अनबन होने, पर मां न पक्ष लेती थी, गल्ती उनके बच्चों की , और दो-चार मेरे धर देती थी। 😀😀 #पड़ोसी #यादें_मीठी_सी #बचपन_के_वो_दिन #येउनदिनोंकीबातथी #शैतानियां #तूलिका #yqchildhooddays #tulikagarg
Sushma Sonu Thakur
बचपन और शैतानी वो बचपन की शैतानियां आज भी याद है। गलतियां करने पर भी पापा प्यार से समझाते और माँ गुस्से से जब भी रोने लगती मैं माँ ने स्नेहपूर्वक गले से लगाना और प्यार करना। भुलाए नही भूलती वो बचपन की यादे आज उन्ही शैतानियों को याद कर चेहरे पर मुस्कान आ जाती है #nojotohindi #nojotoquotes #nojotopoem #sushmathakur #बचपन #शैतानियां #याद #गलतियां #माँ #पापा
Chetna Singh
मेरी सारी शैतानियां सिर्फ तुझ से है . इस भीड़तंत्र में , मेरी सारी मेहरबानियां सिर्फ तुझ से है. कहने को तो बहुत हैं, मेरी जिदगानियां सिर्फ तुझ से है. अजीब सी हवा चली है नफ़रतों वाली, मेरी प्रेम की निशानियां सिर्फ तुझ से है . पता नहीं चलता कौन कैसा है, मेरी सारी होशियारियां सिर्फ तुझ से है. सुनो ना मेरी सारी शैतानियां ..✍️✍️ ©Chetna Singh #Tuaurmain मेरी सारी शैतानियां ..✍️✍️ #myfeeligs #mythoughts #myquotes #lovequotes #chetnasingh #Nojoto
Dpk Kumar
पता नहीं क्यों इस अफसाने के बिना जिंदगी क्यों अधूरी लगती है यह दो लोगो के एक होने की कहानी है।। कहानी #कहानी
Durga Bangari
मैं उसकी, पूरी कहानी का "मैन" क़िरदार ना सह़ी । पर मेरे बिना उसकि कहानी अधुरी रहेगी ॥ #कहानी-कहानी
KoyaComputerWork
घास, बकरी और भेड़िया एक बार की बात है एक मल्लाह के पास घास का ढेर, एक बकरी और एक भेड़िया होता है। उसे इन तीनो को नदी के उस पार लेकर जाना होता है। पर नाव छोटी होने के कारण वह एक बार में किसी एक चीज को ही अपने साथ ले जा सकता है। अब अगर वह अपने साथ भेड़िया को ले जाता तो बकरी घास खा जाती। अगर वह घास को ले जाता तो भेड़िया बकरी खा जाता। इस तरह वह परेशान हो उठा कि करें तो क्या करें? उसने कुछ देर सोचा और फिर उसके दिमाग में एक योजना आई। सबसे पहले वह बकरी को ले कर उस पार गया। और वहाँ बकरी को छोड़ कर, वापस इस पार अकेला लौट आया। उसके बाद वह दूसरे सफर में भेड़िया को उस पार ले गया। और वहाँ खड़ी बकरी को अपने साथ वापस इस पार ले आया। इस बार उसने बकरी को वहीँ बाँध दिया और घास का ढेर लेकर उस पार चला गया। और भेड़िया के पास उस ढेर को छोड़ कर अकेला इस पार लौट आया। और फिर अंतिम सफर में बकरी को अपने साथ ले कर उस पार चला गया। सीख – मुसीबत चाहे कितनी भी बड़ी हो, खोजने पर समाधान मिल ही जाता है। ©KOYA COMPUTER WORK कहानी #कहानी