Nojoto: Largest Storytelling Platform

New लोमश ऋषि Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about लोमश ऋषि from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, लोमश ऋषि.

Related Stories

    PopularLatestVideo

Rishi Rajak

ऋषि #wisdomwords

read more
mute video

NARPAT SINGH

ऋषि सर

read more
mute video

संजय श्रीवास्तव

ऋषि अग्रवाल

read more
mute video

kvitt_kalash

ऋषि कपूर #कविता

read more
कवित्त कलश 


तुम बुलाओ और मैं न आऊ ऐसी कोई बात नहीं , 
बस कुछ वक्त की देर हुई , और कोई बात नहीं ।
तुम चले गए यह गैरों से सुन कर दिल दुखता था , 
तो सोचा मैं मिल लूं आकर , और कोई बात नही ।
तुम बुलाओ और मैं न आऊ ऐसी कोई बात नहीं।।
भावपूर्ण श्रद्धाजंलि 

Rip ऋषि कपूर

Krishna Yadav

mute video

Rishi

ऋषि की कलम से... #ramleela #rishi #ऋषि #शायरी

read more
mute video

Lomesh Mirche

लोमेश कुमार मनचला छत्तीसगढ़िया #कविता

read more
mute video

कोमल 'वाणी'

ऋषि अग्रवाल #कविता

read more
अधूरी ख़्वाहिश का मुक्कमल सफ़र। 
अमेजॉन पर उपलब्ध हैं ऋषि अग्रवाल

chanu meena

ऋषि कपूर #Chanu

read more
पतझड़, सावन, बसंत, बहार.. 
एक बरस के मौसम चार.. 
पाँचवा मौसम प्यार का.. 
तो फिर ये छठा कहाँ से आ गया.. 
RIP💐💐😥😥
#chanu meena✍ ऋषि कपूर

Devendra kumar

ऋषि चिंतन #समाज

read more
〰️〰️➖➖‼️➖➖〰️〰️
            *‼ऋषि चिंतन‼*
〰️〰️➖➖‼️➖➖〰️〰️
➖➖➖〰️🪴〰️➖➖➖
*☝️--//पहले दो, पीछे पाओ//--*
➖➖➖〰️🪴〰️➖➖➖
👉यह प्रश्न विचारणीय है कि महापुरुष अपने पास आने वालों से सदैव याचना ही क्यों करता है ? *मनन के बाद मेरी निश्चित धारणा हो गई कि "त्याग" से बढ़कर "प्रत्यक्ष" और तुरंत फलदायी और कोई धर्म नहीं है ।* त्याग की कसौटी आदमी के खोटे-खरे रूप को दुनियाँ के सामने उपस्थित करती है । *मन में जमे हुए कुसंस्कारों और विकारों के बोझ को हल्का करने के लिए "त्याग" से बढ़कर अन्य साधन हो नहीं सकता ।*
👉 आप दुनियाँ से कुछ प्राप्त करना चाहते हैं, विद्या, बुद्धि संपादित करना चाहते हैं, तो *"त्याग" कीजिए ।* गाँठ में से कुछ खोलिए । ये चीजें बड़ी महँगी हैं  । कोई नियामत लूट के माल की तरह मुफ्त नहीं मिलती । *दीजिए, आपके पास पैसा, रोटी, विद्या, श्रद्धा, सदाचार, भक्ति, प्रेम, समय, शरीर जो कुछ हो, मुक्त हस्त होकर दुनियाँ को दीजिए, बदले में आपको बहुत मिलेगा ।* 
👉  गौतमबुद्ध ने  *राजसिंहासन का त्याग किया,* गांधी ने *अपनी बैरिस्टरी छोड़ी,* उन्होंने जो छोड़ा था, उससे अधिक पाया । विश्वकवि रवींद्रनाथ टैगोर अपनी एक कविता में कहते हैं - *"उसने हाथ पसारकर मुझसे कुछ माँगा । मैंने अपनी झोली में से अन्न का एक छोटा सा दाना उसे दे दिया । शाम को मैंने देखा कि झोली में उतना ही छोटा एक सोने का  दाना मौजूद था । मैं फुट-फूटकर रोया कि क्यों न मैंने अपना सर्वस्व दे डाला, जिससे मैं भिखारी से राजा बन जाता ।*
〰️〰️〰️➖🍃➖〰️〰️〰️ 
*अखण्ड ज्योति,मार्च १९४० पृष्ठ ९*
   *🍃पं.श्रीराम शर्मा आचार्य🍃*
 〰️〰️〰️➖🍃➖〰️〰️〰️

©Devendra kumar ऋषि चिंतन
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile