Find the Latest Status about गलियन में from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, गलियन में.
शशांक गौतम
अबीर गुलाल से माहौल भयो अतिपावन है, बृज की गलियन में आयो झूम के फागन है !! होली खेल रयो नंदलाल ब्रज की गलियन में 🥰❤️ #yqdidi #yqbaba #yqlove
KAVI VISHNU PRASAD DWIVEDI
गलियन में देव दिखाता हूँ,वृंदावन कुंज गलिन सी है। गली गली त्योंहारों में,आभास लिए मधुवन सी है।
KAVI VISHNU PRASAD DWIVEDI
गलियन में देव दिखाता हूँ,वृंदावन कुंज गलीन सी है। गली गली त्योंहारों में,आभास लिए मधुवन सी है। कवि विष्णु प्रसाद द्विवेदी फतहगढ़
Aparna Shambhawi
कागा read in caption #poem #hindi #nojoto #piya #love #intezaar Nitish Sagar Vandana Bhardwaj Nojoto Nojoto Hindi कागा बोलो ना मेरी अँगिय
Khusboo Mishra
सुन री सखी मोरी: कौन को सुनाऊं दुबिधा मोरी; कोनसे कहूं हृदय की पीर री। जोगन भई जोगिया की; अलबेली हुई श्याम पिया की। मन न भाए मोहे रंग कोई; जब से रंग गई चुनरी श्याम रंग मोरी। रात्रि अंखियां बरसे मोर प्रियतम की याद में; न जाने कौन देश में बैठो है वो देख मोहे इस हालात में। जोग रमाया जोगन बनाया; अब न जाने गलियन में वो वापस न आया। प्रेम का बन्धन बांध चितवन में वही समाया मोर री। ए री सखी मोहे मन न भाए कोई रंग री। —khushboo Mishra ✍️ सुन री सखी मोरी: कौन को सुनाऊं दुबिधा मोरी; कोनसे कहूं हृदय की पीर री। जोगन भई जोगिया की; अलबेली हुई श्याम पिया की। मन न भाए मोहे रंग कोई; ज
Shubham Chaubey
Shilpa
हूँ मैं आयी प्रभु तुज शरण शरण है लागी मुझे तेरी लगन लगन है अश्रु भरत मेरे नयन नयन गाऊँ प्रभु गुण गलियन गलियन है निश्चल प्रेम मैं हूँ सरल सरल मम हृदय है जैसे शुभ्र कमल कमल #shilpapandya ©Shilpa हूँ मैं आयी प्रभु तुज शरण शरण है लागी मुझे तेरी लगन लगन है अश्रु भरत मेरे नयन नयन गाऊँ प्रभु गुण गलियन गलियन है निश्चल प्रेम मैं हूँ सरल स
Kaleem Ansari
और कितना लिखू तेरी याद में कोई दम नहीं मेरी फरयाद में मेरी रूह भी छीन के ले गई मुझ से में में ना रहा तेरे बाद में में में न रह तेरे बाद में
डॉ वीणा कपूर "वेणु"...
सागर की लहरों में, मेरे गांव की नहरों में सीमाओं के पहरों में, उथले और गहरों में, सब ओर तुम्हें खोजती, मेरी मौन तलाश। एक दिन तो तुम मिल ही जाओगे पूर्ण है विश्वास। जल सम पारदर्शी गगन सम समदर्शी मेरी भोली आस सागर के किनारे भी अतृप्त है प्यास।। ©Veena Kapoor लहरों में नहरों में गहरों में पहरों में अतृप्त प्यास #sagarkinare
Amit Kumar
हर बार हम खों जाते है चक्रव्यूह के मेले में ढूंढ़ता कोई और है हमें साथी खुद अकेले में -अनभिज्ञ मेले में अकेले में