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Kunal Salve
ती त्याच्या सोबत मन मारून जगते सुखी तर खूप आहे बोलून, मुळीच खुश नाही हे पण बोलते ! #अर्थ #प्रेम #मराठी #लेखनी
Seema Chauhan simi
🖋️अच्छा लेख,वह नहीं जो लोगों को सिर्फ अच्छी सीख दे। बल्कि अच्छे लेख में लोगों में अच्छी सोच और नई उम्मीदों को जागृत करने की सामर्थ्य भी होनी चाहिए। Seema Chauhan लेखनी का लेख#nojoto
Pnkj Dixit
🌷लेखनी 💓 हौसलों से उड़ान भर कर , प्राण फूंक कर चली लेखनी । प्रेम भाव से सबक सिखाती , यह ज्ञान से भरी भली लेखनी । क्रांति का सूत्रपात करती लेखनी विश्व में सौहार्द भरती लेखनी। रीति रिवाजों में संस्कार लिखती लेखनी ढकोसलों का पर्दाफाश करती लेखनी । दो धारी तलवार होती है लेखनी मन का हरिद्वार होती है लेखनी । न्याय में श्रीराम होती है लेखनी अन्याय पर परशुराम होती है लेखनी । दान में बलि - कर्ण - सा होती है लेखनी प्राण बचाने में जटायु हनुमान होती है लेखनी। सूरज का ताप, चांद की शीतलता होती है लेखनी गंगा - यमुना - सरस्वती का संगम होती है लेखनी । कबीर - सूर ,तुलसी - दिनकर का ज्ञान लेखनी प्रसाद - पंत, निराला-महादेवी का मान लेखनी । ब्रह्म - विष्णु - महेश का अवतार लेखनी आसुरी शक्तियों का करती विनाश लेखनी । मूल अधिकारों का सतत् प्रयास लेखनी विश्व में लहराती तिरंगा ,विकास लेखनी । शुद्ध - सत्य विचारों का खिलता कमल लेखनी अनुभव आदर्शों का चरमोत्कर्ष लेखनी । हिंदी - साहित्य का उद्विकास भारतेंदु लेखनी भारत माता के माथे की बिंदी हिंदी प्राण लेखनी । ३०/०५/२०१९ 🌷👰💓💝 ... ✍ कमल शर्मा'बेधड़क' 🌷लेखनी 💓 हौसलों से उड़ान भर कर , प्राण फूंक कर चली लेखनी । प्रेम भाव से सबक सिखाती , यह ज्ञान से भरी भली लेखनी । क्रांति का सूत्रपात करती
Deepali Singh
तु हिस्सा मेरी लेखनी का... एक जुनून था वो कहीं दफ़न हो गया ये भाषा वो पेशा और आशा अब निराश हो गया कभी पूछना, इसे दिखाना, कुछ बताना अब इन पन्नों में ही सिमट कर रह गया लिख लेती हूं पर तरासता नहीं अब वो लिखावट जो उसकी नजर को तरसता रहा हो ये लेखनी की चासनी में अब मिठास नहीं स्याही भी कागज में नमकीन सी है घुली हुई । ©Deepali Singh #तु हिस्सा मेरी लेखनी का...
Rahul Shastri worldcitizens2121
Safar July 10,2019 सत्संग का अर्थ होता है गुरु की मौजूदगी! गुरु कुछ करता नहीं हैं, मौजूदगी ही पर्याप्त है। ओशो सत्संग का अर्थ
Aman Baranwal
मिट्टी का जिस्म और आग सी ख्वाहिशें, खाक होना लाजमी है, क्योंकि आदमी आखिर आदमी है! जीवन का अर्थ