Find the Latest Status about बे जा बे from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बे जा बे.
Vishal Singh Rajput
पुरानी होकर भी ख़ास होती जा रही है मोहब्बत बेशरम है, बे-हिसाब होती जा रही है मोहब्बत बेशरम है, बे-हिसाब होती जा रही है
Mohammad Ibraheem Sultan Mirza
पुरानी होकर भी खास होती जा रही है, मोहब्बत बेशरम है, बे हिसाब होती जा रही है, ___________________________ मौहम्मद इब्राहीम सुल्तान मिर्जा,, पुरानी होकर भी खास होती जा रही है मोहब्बत बेशरम है, बे हिसाब होती जा रही है
Anu Verma
मंज़िल कुछ भी नहीं है साहब ये वहम है अपना सोचो आप कुछ भी लेकिन हकीकत यही है मिट्टी में है मिलना.. ©Anu Verma vairagi #बे
Lata Sharma सखी
*बे* यूँ ही बैठी थी, मेरी दोस्त आई और बोली, *अबे!* का कर रही *बे*.. सच अजब लगा.. उसका ये *बे* कर करे बोलना.. और दिमाग सोचने लगा.. कितना बकवास होता है न ये *बे* शब्द भी.. जहां भी लगता है वहीं या तो दर्द देता है या बेड़ा गर्क कर देता है.. परवाह में लगे तो *बेपरवाह* बना देता है, ख्याल में लगे तो किसी को *बेख्याल* कर देता है दखल में लगे तो *बेदखल* कर देता है फिक्र में जो लगे तो *बेफ़िक्र* कर दर्द से दिल भर देता है.. मुरव्वत में लगे तो *बेमुरव्वत* बनाये, वफ़ा में लगे तो *बेवफा* बना दे.. शर्म में लगे तो *बेशर्म* बना लाज ही छीन ले.. गैरत में लगे तो *बेगैरत* बना दे.. और नाम में लगे तो *बेनाम* बना दे, पहचान ही छीन ले.. और तो और अपनी जान में ही लगे तो, सांस छीन *बेजान* बना देता है.. सच ही है ये *बे* शब्द बेड़ा गर्क कर देता है, मन को दर्द से भर देता है... ©Lata Sharma सखी #बे
Gautam Kumar
कुछ ख़बर बे-ख़बर बनता जा रहा है , ज़िन्दगी एक शहर बनता जा रहा है । कुछ ख़बर बे-ख़बर बनता जा रहा है , ज़िन्दगी एक शहर बनता जा रहा है । #जिन्दगी #शहर #gautamkumar #nojoto #shayari #thoughts
Sagar Naggrewal
बे रंग सी इस ज़िन्दगी में, अब क्या होली के रंग भरूँ,,, जब चाँद ही चला गया तन्हा छोड हमें, इन अँधेरो से फिर क्या शिकवा करूँ,,,✍ ©Sagar Naggrewal बे रंग
Juber Khan
जिंन्दगी कुत्ते सी हो गई कुत्ता तो हड्डी के पीछे भाग ता है मगर हम एक बेवफा के पीछे बहगते है वह रे जमने तेरी हद हो गई बे सरमी के आगे दुनिया रद हो गई बे सरमी
Sarla singh
सिकवा तेरी बेवफाई का तुम्ही से करेगे अगर गिला है तुमसे तो सिकायत भी तुम्ही से करेगे जब अपना कहाँ है तुम्हे तो इज्जत भी देगे हम वो चहाने वाले नही ऐ सनम जो रूसवा तुम्हे गैरो में करेगे बे वफाई