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Thanesh Jangid Skc

पारिवारिक एवम् मानवीय मूल्यों के संवर्धन हेतु वंदनम् कार्यक्रम, जयपुर। #nojotophoto #विचार

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 पारिवारिक एवम् मानवीय मूल्यों के संवर्धन हेतु वंदनम् कार्यक्रम, जयपुर।

Pankaj Wadhwani Advocate

आजकल "नैतिक मूल्यों" की जगह "मूल्यों" पर ध्यान दिया जा रहा है.... #StoryOfHonesty #विचार

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Bandhu Sahni

मानवीय सरोकार #जानकारी

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"Vibharshi" Ranjesh Singh

मानवीय प्रतिक्रिया

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हर‌ बदलाव का आंकलन करता हूं 
कौन कब बदला है उसकी भी‌ खबर रखता हूं 
वैसे तो चेहरे ‌सब मासुम लगते हैं 
इसलिए सबके इरादों पे नज़र रखता हूं 
रसायन शास्त्र के विपरीत, 
यहां लोगों के समीकरण कभी भी बदल सकते है 
इसलिए किसी को‌ अपना बनाने से पहले 
थोड़ी ‌सी‌ सब्र रखता हूं #NojotoQuote मानवीय प्रतिक्रिया

Bhanu Pratap

मानवीय रहें #Life_experience

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सभी व्यक्तियों को सजा से डर लगता है, सभी मौत से डरते हैं, बाकी लोगों को भी अपने जैसा ही समझिए, खुद किसी जीव को ना मारें और दूसरों को भी ऐसा करने से मना करें। मानवीय रहें

SHAYARA BANO

#मानवीय क्रूरता #कविता

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नफरत से भरी मेरी निगाहें,
और नफरत पर ही फिदा हूं मैं।

आंसू बहा रही इंसानियत
कितना बेरहम ,बेहया हूं मैं।

प्रकृति से लड़कर खुद के लिए
 इजाद कर ली आराम की चीज़ें,

अनेक जानें ली, प्रकृति को रौंदा 
कितना वहशी ,दरिंदा हूं मै।

जिससे है मेरा वजूद 
उसी से जुदा हूं मैं।

05/04/2023

©SHAYARA BANO #मानवीय क्रूरता

VIKY KIWI

कविता पर कविता

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Arpit Agnihotri

साहित्य एक साधना है एक जीवन दर्पण है मानवीय मूल्यों से साक्षात्कार का एक खूबसूरत रंगमंच है अर्पित ब्रजेन्द्र अग्निहोत्री

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Alone  कुछ तो है कि मेरे होकर भी तुम मेरे नहीं हो
तुम्हारी खामोशी में जाने क्या राज़ छिपा है
अर्पित ब्रजेन्द्र अग्निहोत्री साहित्य एक साधना है एक जीवन दर्पण है
मानवीय मूल्यों से साक्षात्कार का एक खूबसूरत रंगमंच है
अर्पित ब्रजेन्द्र अग्निहोत्री

नंदन.

मानवीय विचार हिन्दीदिवस

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कर्म प्रधान विश्व रचि राखा ।

जो जस करहि सो तस फल चाखा ॥
वर्तमान समय में उक्त पंक्ति का गलत व्याख्या किया गया है, या यूं कहूं की इसकी आधी व्याख्या की गई है। कर्म करने से परिणाम की प्राप्ति होती है वह परिणाम कर्म की दिशा और दशा सुनिश्चित करती है, अर्थात कर्म के गर्भ से सिद्धांत की उत्पत्ति होती है। जिससे कर्म की और अधिक संगठनात्मक और संरचनात्मक विकास हो पाती है। परंतु आज कर्म की प्रधानता के आढ़ में सिद्धांतों की महत्ता को धूमिल किया जा रहा है। यही हमारी मानव सभ्यता के अवनति की प्रथम सीढ़ी सिद्ध होती है।
. नंदन

©M.N.Sahitya Sangh,Katihar Mn75 #मानवीय #विचार #हिन्दीदिवस

Rashmi Hule

सुप्रभात। एक व्यक्ति शिखर पर पहुँच कर भी कैसा व्यवहार करता है, इसी से उसके मानवीय मूल्यों का पता चलता है। #शिखर #Collab #yqdidi YourQuoteA #YourQuoteAndMine

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गुरुर क्या करना..
एक दिन निचे उतर कर
मिट्टी में ही है मिल जाना सुप्रभात।
एक व्यक्ति शिखर पर पहुँच कर भी कैसा व्यवहार करता है, इसी से उसके मानवीय मूल्यों का पता चलता है।
#शिखर #collab #yqdidi  #YourQuoteA
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