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Shubhendra Jaiswal

रुग्णता!
प्रतिरोधक क्षमता के 
ह्रास से उपजी
स्वनिर्मित अवस्था है..
प्रतिरोध के अणुओं को 
शिथिल करने की कला में 
पारंगत विषाणु 
विरोध की मौलिक व्यवस्था में
भेद उत्पन्न कर, 
पारस्परिक संरचनात्मक 
गठन को प्रभावित करने की 
वैशिष्ट्यता का दक्षता से प्रयोग,
विरोधी गुणधर्म को 
विखण्डन प्रक्रिया में
ढकेल देती है.. 
तदन्तर..
साम-दाम और 
दण्डानुरागी,
चैत्यनता के बोध से 
प्राप्त उदण्डात्मक फल
निर्विरोध हो जाता है|
फलत:
रूग्णता की व्यापकता
विरोध -प्रतिरोध को
आत्मसात कर
निर्वीर्य कर देती है|

©Shubhendra Jaiswal #शुभाक्षरी #विरोध #प्रतिरोध #भेद #गुणधर्म

Vanshika Agarwal

कैसे परिभाषित करू तुम्हें ❣️ #Love

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SD seju

छोटी सी बच्चि को वायरल करों सपोर्ट करो #nojotovideo #संगीत

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Sanu Chauhan Spn

गम को Delete करो खुशी को save करो दोस्ती को Download करो....... #शायरी

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गम को Delete करो खुशी को Save करो
दोस्ती को Download करो प्यार को Incoming करो
नफरत को OutGoing करो हंसी को Hold करो
और अपनी मुस्कान को Send करो
❤️❤️ सानू सिंह चौहान❤️❤️
WhatsApp - 9454500732 गम को Delete करो
 खुशी को save करो
दोस्ती को Download करो.......

Ajay Daanav

प्यार को परिभाषित नहीं किया जा सकता। #कविता

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हृदय से उपजे विचार हो तुम
शब्दों का मेरे श्रृंगार हो तुम
करती हुई झंकृत मन-वीणा
सातों सुरों की झनकार हो तुम
हूं मैं कविता छंदों में गढ़ी
कविता का मेरी सार हो तुम
हृदय से उपजे विचार हो तुम प्यार को परिभाषित नहीं किया जा सकता।

Akash Chaudhary

प्रेम को परिभाषित नही किया जाता।।❤️ #Poetry

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प्रेम को परिभाषित नहीं करते पात

गन्दी रेत से लथपथ वो पत्ते
जो कभी वृक्ष के वक्ष से
कलाएं करते थे,
कितनी ही चिड़िया तुमको छूकर
गुजरी,
मैं तुम पर आज ढूंढने बैठ गया
उनके पैरों के निशान,
क्या मन नहीं है तुम्हारा तुम उनको
परिभाषित करो,
क्या नहीं बताना चाहते
मुझे अपने प्रेम के विषय में,
तुम्हारी व्यथा और प्रेम से परिचित हूं मैं
समझ रहा हूं पात तुम्हे मैं,
तुम्हे पुरानी चिड़िया की याद
आयी होगी,
चलो मैं अपने दरवाजे से इंतजार में हूं
जब चाहना तब दास्तां सुनाना......,
तुम्हारा मौन समझता हूं मैं,
तुम बता रहे हो शायद मुझे 
प्रेम कभी शब्दों से नहीं किया जाता
वो होता है बस ,बस होता है।।

©Akash Chaudhary प्रेम को परिभाषित नही किया जाता।।❤️
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