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श।यर देव Thakur
कोई इश्क़ क्या खाक बिगड़ेगा मेरा, हम उनकी तस्वीर को आंखों में लिए फिरते हैं। ©देव Thakur कोई इश्क क्या खाक बिगड़ेगा मेरा #meltingdown
Rohan goor
Bhakti Kathayen
Rakesh Kumar Dogra
Shankar Yadav
🚩🙏जय श्री राम 🙏🚩 वहशी लफ़ंगों के समूहों द्वारा हज़ार साल तक अनवरत किए आक्रमणों से जब हमारा कोई कुछ न उखाड़ पाया तो दो घर दूर के पड़ोसी के यहाँ उनके जानवर-छाप छोकरों के उत्पात से हमारे देश का भला क्या बिगड़ेगा🇮🇳💪🏼 ? इसलिये कह रहा हूँ कि ज़्यादा दिमाग़ न लगाइए।अगर पड़ोस के घर में मची अफ़रातफ़री के कारण, ज़िंदगी भर आपसे इज़्ज़त पाने वाले और आपके घर में रह रहे, बदबूदार सोच से भरे किसी जाहिल शख़्स का पर्दाफ़ाश हो रहा है तो शोक नहीं, शुक्र मनाइए कि दो पैसे की प्याली गई (वो भी पड़ोसियों की) पर कुत्ते की जात पहचानी गई 👎🏿🤮 ©Shankar Yadav वहशी लफ़ंगों के समूहों द्वारा हज़ार साल तक अनवरत किए आक्रमणों से जब हमारा कोई कुछ न उखाड़ पाया तो दो घर दूर के पड़ोसी के यहाँ उनके जानवर-छाप
vibrant.writer
{ 2 } सुनो, पते की बात बतलाता हूं। किसी के दर्द को समझना अच्छी बात है, पर उस दर्द में घुस जाना ठीक नहीं। उनके दर्द को सुनना सीखो, इन्हीं छोटी-छोटी बातों से कोई हल जरूर निकलेगा, समझाने गए तो रिश्ता बिगड़ेगा। #patekibaat सुनो, पते की बात बतलाता हूं.....2 किसी के दर्द को समझना अच्छी बात है, पर उस दर्द में घुस जाना ठीक नहीं। उनके दर्द को सुनना
Rajan Girdhar
मेरा तुझसे इश्क़ रोज़ है... ❤️💛❣️ . मेरे इश्क़ का रंग हर रोज़ गहरा रहेगा, कि चाहे तुम मेरे हो या किसी और के। . मेरेे इश्क़ का रंग तब भी गह
Anant
नफ़रतों से कहाँ टूटे हैं , दिल ज़माने के ? मोहब्बत, सभी के दिल यहाँ पे तोड़ देती है । जिन बच्चों को छाती से लगाकर घूमती थी माँ! वो औलादें बुढ़ापे में, तड़पता छोड़ देतीं हैं। मुझे लगता है, दुनिया का यही दस्तूर है, शायद ये ज़रूरत पर, अकेला छोड़ देती है। मुक्कद्दर भी, किसी का क्या बिगड़ेगा ? शिद्दत हो इरादों में, तो किस्मत मोड़ लेती है। ईरादा कर लिया जाए, फिर किस बात से डरना? चिड़िया तो , तिनकों से घरौंदा जोड़ लेती है। ©Anant नफ़रतों से कहाँ टूटे हैं , दिल ज़माने के ? मोहब्बत, सभी के दिल यहाँ पे तोड़ देती है । जिन बच्चों को छाती से लगाकर घूमती थी माँ! वो औलादें