आह भर देते हो
तुम मुझमें प्राण हर बार
मेरी पलकें चूमकर
जब भी मेरे रोम रोम से
नमी सूखने लगती
और मैं निस्प्राण होने लगती हूं
मेरी पसलियां #yqdidi#yqaestheticthoughts#अशेष_शून्य
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सुसि ग़ाफ़िल
मैंने देखा है जैसे छोटा बच्चा पड़ोसी से दूध का डोलू भरवा कर लाता है और रास्ते में आते आते वह ढोलू छलकने लगता है हालांकि उसका ढक्कन बंद होता