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Manish Tusham Panipat
गाने वाले को नहीं पता, क्या गा रहा है... लेकिन जिन्हें प्यास है अपने पिया की... वे तो मर जाएंगे जीते जी, तड़प उठेंगे, भीग जाएंगे आंसुओं से। तुम कहीं भी जाओ,वो खोज ही रहा है तुम्हें।
Ranjeet Pandey
दिलों में आग लबों पर गुलाब रखते हैं सब अपने चेहरों पे दोहरी नका़ब रखते हैं हमें चराग समझ कर बुझा न पाओगे हम अपने घर में कई आफ़ताब रखते हैं
Kamaal Husain
होंठ पन्खुंडी गुलाब उसका Read in caption #yourquote #yqdidi #yqbhaijaan #AndMine #alpamehta#Kamalhusain होंठ पन्खुंडी गुलाब उसका कुछ इस कदर है सबाब उसका नशें ने उसका नशा क
Rajni Bala Singh (muskuharat)
तुम्हारी यादों के झरोखों से कुछ याद आ गया...... तुम्हारा वह मुस्कुराना और फिर रूठ जाना कुछ याद दिला गया ........... कितने ही अनमोल पल हमने मिलकर बिताए थे आज मुझे तुम्हारी हर बात याद दिला गया....... प्यार से तुम्हारा मुस्कुरा कर मुझसे जिद करके मांगना ना को हां में बदल देने का अंदाज़ तुम्हारा मेरे मन को रुला गया......... काश तुम फिर आ जाती मुझसे जिद करके कुछ मांग लेती मैं अपनी जान तुम्हें न्योछावर कर देती तुम्हारी एक हंसी के लिए मैं सब कुर्बान कर देती....... मेरे दिल के हर कोने में तुम बसी हो कहीं भी जाओ मेरे मन से नहीं हटती हो......... कभी खुदा पर कभी अपने आप पर तरस आता है कैसे कोई भी किसी अनमोल नगीने को भूल पाता है..... ©_muskurahat_ तुम्हारी यादों के झरोखों से कुछ याद आ गया...... तुम्हारा वह मुस्कुराना और फिर रूठ जाना कुछ याद दिला गया ........... कितने ही अनमोल पल हमने
kumaarkikalamse
प्रिय फ़ुरसत, तुम मिलती नहीं सभी को, हर कोई तुम्हारा तलबगार है तुम मिल जाती जब जब, तुम से ही फिर पूरा संसार है। तुम जानती हो मैंने सोचा नहीं था कि तुम्हें कभी कुछ लिख पाऊँगा, पर फिर एक ख़ास शख़्स ने कहा तुम्हें लिखूँ, पर मन में था क्या लिखूँ, कैसे लिखूँ.. अब कलम उठाई है, तुम और वो खास शख़्स तय करना कितना तुम्हारी उम्मीदों पर खरा उतरा हूँ..। तुम जानती हो अक्सर वक़्त गुजर जाता है तुम्हारी तमन्ना में और उस तम्मना मैं खयाली पुलाव बनाता हूँ कि तुम मिलोगी तो यह करूँगा, वह करूँगा, ऐसे करूँगा, वैसे करूँगा पर.. तुम जानती हो दुनिया का सबसे भारी शब्द है 'पर'.. मेरा मन करता है जैसे टूटा हुआ पत्ता किसी शाख से साहिल के करीब आ जाता है वैसे ही मैं तुम्हारे करीब, तुम्हारी गोद में आकर अपनी थोड़ी थकान मिटा दूँ, और ठहर जाऊँ थोड़ी सी देर..। तुम जानती हो फूरू(तुम्हें याद है ना मैं तुम्हें प्यार से फू
Anil Siwach
Anil Siwach