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Aarav
भगवान : क्या चाहिये तुम्हें uncle: अच्छी नोकरी , पैसों से भरा कमरा और इस गर्मी ठंडक भगवान : ठीक है.. uncle आज ATM है 😂😂 ©Aarav #कॉमेडी🤣 #कोमेडी
Manish Sarita(माँ )Kumar
मेरा ये कैसा रिश्ता है ख्वाबों ख्यालों के साथ अचानक अंधेरा पसरता है मैं ख़ुद को कहीं कैद देखता अचानक एक दरवाजा खुलता है तेज हवा चलती है अंधेरा रंग बदलता है सब और खून बिखरा पड़ा है लाशों के ढेर हैं मैं भी वहीं कहीं पसरा पड़ा हूं मेरी नब्ज़ जमना शुरू कर देती हैं सांसे थमना शुरू कर देती हैं अचानक जोर से धक्का लगता है मैं औंधे मुंह गिरता हूं किसी के आने की आहट होती है गर्दन पर भरी भरकम सा महसूस होता है मैं आँखें खोलता हूं पूरी जीवन रूपी कविता पसीने से लथपथ सांसें उखड़ रही हैं तब महसूस होता है ©Manish Sarita(माँ )Kumar सांसों की डोर #सांसें #Life
Parasram Arora
उसकी साँसों की रफ्तार मे काफ़ी कमी नजर आ रही है फिर भी यमराज के आने से पहले वो मरने वाला है नही अच्छा फौजी दुश्मन का वार सामने से झेलता है और अच्छा फौजी कभी पीठ पीछे दुश्मन पर वार करता नही सुना था इस बस्ती के सभी बाशिंदे खुश है महफूज़ है पर यहां के हालात देख कर ऐसा हमेँ लगता नही फासी का फंदा तों बड़ा ही मज़बूत. बन कर तैयार हुआ है पर इस फंदे पर चढ़ने के लिये कोई आज तक तैयार हुआ नही ©Parasram Arora साँसों की रफ्तार
V-Kas Nakwal
साँसों की सीडियों से उतर आई जिंदगी बुझते हुए दिए की तरह, जल रहे हैं हम उम्रों की धुप, जिस्म का दरिया सुखा गयी हैं हम भी आफताब, मगर ढल रहे हैं हम साँसों की सीढ़ी
Uttam Dixit
कितनी आसानी से जता दिया अपना प्यार तुमने, कभी हमसे भी पूछा होता कि मुझे साँसें क्यूँ आती हैं। मेरी #साँसों की वजह भी पूछ लेते कभी.... #udquotes #udshayari #प्यार #जताना #साँसें #love
Uttam Dixit
कितनी आसानी से जता दिया अपना प्यार तुमने, कभी हमसे भी पूछा होता कि मुझे साँसें क्यूँ आती हैं। मेरी #साँसों की वजह भी पूछ लेते कभी.... #udquotes #udshayari #प्यार #जताना #साँसें #love
Namrata Srivastava Srivastava
फूलों की चोट से बेहतर है, काँटों की चुभन को सह लेना। जिनकी होवे कड़ुवी ज़ुबांन तुम उनके संग मे रह लेना। 1 अपनत्व दिखा बनके अपने, छलको छलका के छलते हैं । गर दाँव मिले, अपने हाथों जख्मों पर नमक मशलते हैं। गैरों से कहने से अच्छा, हालेदिल दिल से कह लेना। जिनकी होवे कड़ुवी जुबान तुम उनके संग मे रह लेना। दीपान्शु श्री "अनुपम" कैसरगंज जिला बहराइच। ©Namrata Srivastava Srivastava काँटों की चुभन को, #Mic