Nojoto: Largest Storytelling Platform

New लेखक भारतेंदु Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about लेखक भारतेंदु from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, लेखक भारतेंदु.

    PopularLatestVideo

komal

भारतेंदु हरिशचंद्र

read more
mute video

Mangal Pratap Chauhan

हिंदी के कुलदीपक.... भारतेंदु

read more
हिंदी के कुलदीपक.... भारतेंदु

गिरिधर गोपालदास की छत्रछाया में पले-बढ़े थे,
अल्पायु में ही दीखलाया चतुर्दिशा का हर एक बिंदु।
हिंदी, हिंदू ,हिंदुस्तान का उद्घोष किया,
कहलाये आधुनिक हिंदी के पितामह भारतेंदु।।

हिंदी भाषा की नींव रखी,
रीतिकालीन गलियारों से।
मातृभाषा की सेवा में लगे,
तन-मन-धन हृदय विकारों से।।

हिन्द के हिंदी कुलदीपक थे,
निज भाषा के अनमोल उद्घोषक थे।
अल्पायु में ही अमर हो गए,
ऐसे हिन्द के अमर हिंदी संयोजक थे।।

रचनाकार~ मंगल प्रताप चौहान हिंदी के कुलदीपक.... भारतेंदु

Alok tripathi

भारतेंदु हरिश्चंद्र जी की कविता #BlownWish

read more
मुंह जब लागै तब नहिं छूटै जाति मान धन सब कुछ लूटै।
पागल करि मोहि करै खराब क्यों सखि साजन नहिं सखि सराब।

©आलोक त्रिपाठी भारतेंदु हरिश्चंद्र जी की कविता 
#BlownWish

Ankit Upadhyay....

आधुनिक हिंदी साहित्य के पितामह भारतेंदु हरिश्चंद्र 🫡🫡💫💥🙏🙏🤲🤲 #समाज

read more
mute video

Sabir Khan

लेखक #OpenPoetry

read more
#OpenPoetry लिखने वाला चाहे जैसा भी हो,
 उसके लेख को पढ़ें-भाव को पढ़ें,
उसकी लेखनी की प्रशंसा करें।
आपकी प्रशंसा में वो सामर्थ्य है
 जो कि लेखक का जीवन बदलने
 के लिये काफ़ी है।
.....भावार्थ यह है कि किसी की निजी
 जिंदगी पर टिप्पणी न करते हुए
 उसके अच्छे कार्य की प्रशंसा करें,
 उसका जीवन परिवर्तन निश्चित है। लेखक

Shikha Dubey

लेखक

read more
लेखक

अपने भीतर उमड़े शैलाबों में डूब कर उभरता है
तब जा कर वो कुछ लिख पाता है

देर तलक वो खुद से लड़ता है
तब जा कर वो एक मुकाम पाता है

कालिख (स्याही) से कुछ लिखता है 
तब कहीं जा कर इतिहास पन्नों पर छपता है 

शब्दों से संग्राम में कुछ चुन कर लाता है 
तब जा कर उन्हें ,कुछ तहजीब , कुछ तरीके से 
कतार में लगाता है 

फिर कतार में लगे शब्दों को पन्नों पर बिठाता है
तब कहीं जा कर वो लोगों के 
दिलों को छू पाता है लेखक

Sabir Khan

लेखक #Pehlealfaaz

read more
#Pehlealfaaz लिखने वाले समाज के रचयिता हैं, 

समाज लिखने वालों से ही चलता है। 

अब लिखने वाले ही स्वयं सोच लें कि

उनको समाज कैसा बनाना है। लेखक

Vinit Kumar

#लेखक

read more
लेखक अच्छे शब्द इस्तेमाल करने से नहीं बनते बल्कि बनते है समाज की बुर्राईओं के खिलाफ आवाज उठाकर बनते हैं और जब दिल के मरीज खुद को लेखक कहते हैं तो लगता है कौन नाराज हैं समाज से लेखनी,कागज़ या ईश्वर। #लेखक

Andy Mann

mute video

Gurudeen Verma

शीर्षक- और तो क्या ?
---------------------------------------------------------
खास तुम भी होते साथ में,
या फिर मैं होता तुम्हारे साथ में,
और तो क्या ?
 यह खुशी दुगनी नहीं होती।

ये दिन सुकून से गुजर जाते,
मगर इस शक की दीवार को तो, 
तोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी,
और अपने अहम को भी,
छोड़ना ही नहीं चाहता कोई भी।
और तो क्या ?

लोगों नहीं मिल जाता अवसर,
कहानियां नई गढ़ने का,
वहम को और बढ़ाने को,
लेकिन इसमें हार तो,
हम दोनों की ही होती,
लेकिन मुझको बिल्कुल भी नहीं है,
मेरे हारने का कोई गम।

मुझको रहती है हमेशा यही चिन्ता,
मैं तुमको खोना नहीं चाहता हूँ ,
भगवान को तो मैं मानता नहीं हूँ ,
फिर भी मिल जाये कुछ खुशी,
आत्मा को निश्चिंत रखने के लिए,
जला रहा हूँ मैं अकेले ही दीपक,
और मना रहा हूँ मैं अकेले ही दीपावली,
और तो क्या ?
हंस लेता मैं भी--------------------।।




शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

©Gurudeen Verma #लेखक
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile