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Prashant Mishra
था एक शख्स जो रस्ते अलग बनाता था कि जिसके डर से हर अंग्रेज थरथराता था ग़ज़ब के शख्स थे "सुभाष चंद्र नेताजी" कि जिनके सामने हिटलर भी सर झुकाता था --प्रशान्त मिश्रा नेताजी सुभाषचंद्र बोस जयन्ती
Sunil lambadi
हर खून का हिसाब लूंगा, हर मान का सम्मान दूंगा। चलाना है जिंदगी की गाड़ी, हर वक्त का हिसाब दूंगा। आजाद हिंद फौज हमारा, आजादी का बिगुल बजेगा। छुन-छुन लाओ हो हौंसला, हर एक कतरा का हिसाब दूंगा। माँ भारती की शान खातिर, अपना जीवन दान कर दूंगा।।✍️ सुभाषचंद्र जयंती शुभकामनाएं💐💐 ©Sunil lambadi सुभाषचंद्र बोस जयंती #ChildrensDay
मोहित मिश्रा "अचल"
क्या कहते हो साहब चरखे से आज़ादी आई थी लड़े जो अंग्रेजों से क्या जाया ही जान गवाई थी भगत सिंह जब फाँसी झूले क्या वो भी तुमको याद नही नेता जी ने जो बात कही क्या उसका भी सवांद नहीं जलियांवाला बाग में मरते दम तक कसमें खाई थी क्या कहते हो साहब चरखे से आज़ादी आई थी नेताजी सुभाषचंद्र बोस को नमन
Anand Kumar Ashodhiya
नेताजी सुभाषचन्द्र बोस जयन्ती 23 जनवरी 23 तारीख इंडिया गेट पर जाकर शीश झुकाउंगा। नेताजी की प्रतिमा पर फूलों का हार सजाऊंगा ।। सुभाष बोस की प्रतिमा हुई स्थापित इंडिया गेट पर। पराक्रम दिवस के अवसर पर अनावरण इंडिया गेट पर।। शहीदो की कुर्बानी बगैर भला कौन आज़ादी देता जी। अदम्य साहस और पराक्रम से अतिरेक थे नेता जी।। बुद्धि बल, ओजस्वी चेहरा, भला कौन भुला सकता है। एक हुँकार से अंग्रेजो को जो मौत की नीँद सुला सकता है।। खून के बदले आज़ादी, ये नारा स्वयं ही अद्भुत था। हिन्द के बाँकुरों के सम्मुख, अंग्रेजी शासन विचलित था।। ऐसे वीर पराक्रमी को मैं श्रद्धा सुमन चढाता हूँ। करके याद शहीदों को गौरव से सलूट लगाता हूँ।। रचयिता : आनन्द कवि आनन्द कॉपीराइ ©Anand Kumar Ashodhiya नेताजी सुभाषचंद्र बोस जयंती 23 जनवरी #नेताजीसुभाषचंद्रबोसजयंती23जनवरी
Md Hasnain Araryavi.
ये शख्स कहे थे, तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूंगा. लेकिन आज कल लोग, एक दूसरे का खून निकाल ने पे तुले हैं, और आज़ादी को भी ख़त्म करने पे तुले हैं। 😥😥 किया ये बात सत्य है के नहीं ? ©Md Hasnain Araryavi. #netaji सुभाषचंद्र बॉस जी. Md Hasnain Araryavi