Find the Latest Status about रंग रोगन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रंग रोगन.
BANDHETIYA OFFICIAL
टीका टिप्पणी न करो। टीका चंदन का ही सही, टीका चूना का तो नहीं ही , आलम ऐसा है होली भी, रंग की बात,अंग की बात, रंग संग रागिनी न करो। टीका टिप्पणी न करो। ©BANDHETIYA OFFICIAL #टीका ही नहीं तो रंग रोगन क्या? #Colors
Dr Jayanti Pandey
मेरी शौहरत ओ हैसियत से रश्क न कर नींदें दे कर मैंने कुछ सपने कमाए हैं मेरा आज मत देख , मेरे अतीत पर भी जा नंगे पैरों से चल कर इस ऊंचाई तक आए हैं चला हूं बहुत मैं अकेला, बेसहारा,बेबस बिवाइयों जैसे दुख, दुनिया से छुपाए हैं दीवारों के चमकते रंग रोगन पर न जा आधी से ज़्यादा उम्र,इसकी नींव में दबाए हैं सोता हूं अब भी मैं, लकड़ी के पाटों पर वैद्य ने अब मखमली गद्दों से परहेज़ बताए हैं मेरी शौहरत ओ हैसियत से रश्क न कर नींदें दे कर मैंने कुछ सपने कमाए हैं मेरा आज मत देख , मेरे अतीत पर भी जा नंगे पैरों से चल कर इस ऊंचाई तक आए हैं मेरी शौहरत ओ हैसियत से रश्क न कर नींदें दे कर मैंने कुछ सपने कमा
आयुष पंचोली
प्रेम की सार्थकता किसी को उसी रूप मे स्वीकार करने मे हैं, जैसा वह हैं। ना की उसकी मूल प्रकृति को बदल कर उसे मशीन बना स्विकार करने मे। प्रेम सिर्फ रूह का रूह से रिश्ता हैं। वह इस मानव देह की चीजो और बातों से परे हैं। और अगर फ़िर भी आप किसी की आदतों और उसके रहन-सहन, खान-पान, आचार-विचार को समझने मे लगे हैं, तो आप प्रेम को कभी समझ ही नही पायेंगे। प्रेम की पवित्रता समर्पण मे हैं, ना की रंग रोगन मे। इसलिये प्रेम खूबसुरत हैं, बाकी सब कुछ छलावा ।🙏 ©आयुष पंचोली ©ayush_tanharaahi #kuchaisehi #ayushpancholi #hindimerijaan #mereprashnmerisoch प्रेम की सार्थकता किसी को उसी रूप मे स्वीकार करने मे हैं, जैसा वह हैं। ना की उसकी मूल प्रकृति को बदल कर उसे मशीन बना स्विकार करने मे। प्रेम
Manjeet Sharma 'Meera'
अम्बुज बाजपेई"शिवम्"
किसी के पास गिरवी रख छोड़ा है दिल हमने, हमें अब इश्क़ करने की इजाज़त नहीं है। ना रंग रोगन न मरम्मत मुमकिन है इसकी, जो फ़िर से नई हो जाए ये वो इमारत नहीं है। ना हुस्न पसन्द आता है न सूरतें लुभाती हैं अब, किसी के लौटने की उम्मीद में रहने की अब आदत नहीं है। सफेद लिबास तो बड़े आम हो गए है शहर में, परतों में छिपे रंगीन चेहरों में अब शराफ़त नहीं हैं। मैं कभी चुप हो जाऊं तो ख़ामोशी समझ लेना मेरी, ज़ोर से चिल्ला कर बुलाने की अब मुझमें ताकत नहीं हैं। Pic_credit:- @beast_desires किसी के पास गिरवी रख छोड़ा है दिल हमने, हमें अब इश्क़ करने की इजाज़त नहीं है। ना रंग रोगन न मरम्मत मुमकिन है
Ravendra
सुसि ग़ाफ़िल
वैसे तो हम ज्यादातर इंग्लिश बोलने की कोशिश करते हैं और लिखने की कोशिश करते हैं जैसे कि मोबाइल में ऑफिस में कंप्यूटर में किसी काम की फाइल में लगभग इंग्लिश की होती है यहां तक की जब हम अपनी प्रेमिका से बात करते हैं वहां पर भी आई लव यू जैसा कुछ बोलते हैं परंतु इन सबसे हटकर जब हमारा दिल टूटता है या फिर एकदम से झटके वाला पल होता है उसमें हमें हिंदी याद आती है कहने का मतलब उस समय कहें गए वाक्य ज्यादातर हम हिंदी में कहते हैं वह इसलिए कहते हैं क्योंकि हिंदी ही हमारी नीवं है और नीवं पर तुम कितनी भी मिट्टी डाल लो कितना भी रंग रोगन पेंट कर लो कितनी बड़ी मंजिल बना लो आखिर में जब वजूद पर बात आती है तो नीवं की बात आती है | तो फिर क्या समझे हिंदी है तो हम हैं| वैसे तो हम ज्यादातर इंग्लिश बोलने की कोशिश करते हैं और लिखने की कोशिश करते हैं जैसे कि मोबाइल में ऑफिस में कंप्यूटर में किसी काम की फाइल में
R.S. Meena
जालें घरों में अक्सर दिखाई देने लग जाते है, कुछ जालें। उन पर ध्यान नहीं देने पर वो पड़ने लग जाते हैं काले।। घर की बात करे संग में घर की निगरानी रखने वालो की, हर दीवार कहती है उनसी, फिक्र करे गोंद से जालों की। जालों का संबंध, मानव के मस्तिष्क से प्रतीत होता है, घर में जालें हो, तो घरवालों के मन से अतीत खोता है। प्रकृति के खेल निराले, हर किसी को ये समझ ना आये, स्वच्छता का संदेश छिपा है, मन में जालें कभी ना पाले। जालें हटाने हो घर में से, तो त्यौहारों की राह ना देखे, लग जाये उन्हें हटाने, जो आये हाथ में, झटपट लेके। साफ-सफाई या रंग-रोगन में अपनी भूमिका को ना टाले, धन से घर रंगवाकर, मन के जालें हटाने का भ्रम ना पाले। मन के जालें हटाने में हो, तो प्रकृति की शरण में जायें, रहे निरोगी हमेशा, शुद्ध हवा संग फलों का प्रसाद पायें। घरों में अक्सर दिखाई देने लग जाते है, कुछ जाले। उन पर ध्यान नहीं देने पर वो पड़ने लग जाते हैं काले।। जालें घरों में अक्सर दिखाई देने लग जाते है, कुछ जालें। उन पर ध्यान नहीं देने पर वो पड़ने लग जाते हैं काले।। घर की बात करे संग में घर की निग
Ravendra
Unconditiona L💓ve😉
आपको पता है मईया आपकी गौरी मूरत बहुत ही सजल और मोहनी मुरतिया होती है..! जो मुझे भी अतिप्रिय है मईया, लेकिन जब रक्त रंजित होकर नर मुंड धारण कर, अर्धनग्न होकर तांडव करती है, दुष्टो का विनाश करती है तो आपके यह रूप देख मैं अबोध बालक डर जाता हूँ, और बिलख बिलख के रोने लगता हूँ कि आप मेरी करुण ध्वनि सुन शांत हो जाओ और मुझे दुलार कर अपनी ममता का पान कराव!! ,, हे माँ गौरी मुझे अपने में समाहित कर ले अब 😔🙏 माटी माटी मा गड़ना करके नव दुर्गा ला बनाए वो.... आनी बानी के रंग रोगन में अंग तोर सजाए वो.... माटी माटी मा गड़ना करके नव दुर्गा ला बनाए वो..