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Rajesh Arora
......... ©Rajesh Arora स्वार्थ की राजनीति #nojotohindi #nojotoenglish #nojohindi #Shayar #poem #Poet #Politics
pradeep
जो अपने आप को नेता लगाते हैं उन्हें नेतृत्व की क्षमता का ज्ञान ध्यान ही नहीं , इसलिए जोड़-तोड़ राजनीति की खिचड़ी पकड़ते हैं जोड़-तोड़ की राजनीति जोड़-तोड़ की राजनीति
ASHOK KUMAR POET
यारो ये दुनिया स्वार्थ का एक पिंजरा है। अपने स्वार्थ के लिए किसी को भी इसमें सुआ बना के रखा जा सकता है। यारो ये दुनिया अथाह है इसमें भांति भांति रंग के लोग है। इस जहाँ में चेहरे अलग अलग हो सकते लेकिन जाति सभी की एक मानव । अमीर गरीब होते है मानव लकिन ऊँचे नीचे नहीं । राम रहीम और मौला एक है इसे पाने का सबका पंथ अलग । आज स्वार्थ की खातिर लोगों कोअपनो के , घले घोटते देखा हैं । खुले आम हो रही हत्या निरापराधों की जंगल छोड बसे अपराधी महलों में । हर इंसान बटा जाति में कैसे होवे . देश महान । अशोक कुमार poet स्वार्थ की दुनिया
Vivek Yadav
स्वार्थ हर तरह की भाषा बोलता है, हर तरह की भूमिका अदा करता है, यहाँ तक कि निःस्वार्थता की भाषा भी नहीं छोड़ता!! स्वार्थ की भाषा
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
महाराष्ट्र की महाराजनीति से अब एकदम साफ हुआ की, "कांग्रेस सेक्युलर पार्टी नही रही" "शिवसेना हिंदुत्ववादी पार्टी नही रही" "बीजेपी भ्रस्टाचार मिटाने वाली नही रही" "जनता सरकार बनाने वाली नही रही" "न्यायपालिका संविधान बचाने वाली नही रही" सबसे बड़ी बात,"भारत लोकतांत्रिक नही रही" ।। महाराष्ट्र की राजनीति
Mukesh Boliwal
।। संविधान ख़तरे में है ।। उम्र जिसने जनता का धन खा के बिताई , अपने जेब भरने के लिए देश की बली चढ़ाई , सत्तर सालो से कर रहे थे अपनी मन मानी , परिवार जिसने अपने हित के लिए देश की आबरू लुटाई । आज सत्ता बदली है देश हित के काम हो रहे है । देश की ऊनती देख कर कहते है संविधान ख़तरे में है ।। खाओ ओर खिलाओ ये नारा घर घर गूंजता था , न्याय मांगने पर ये कानून भी गूंगा था , अमीर ज्यादा अमीर ओर गरीब यहां लाचार था , कितने भस्टाचार के यहां किसे सुनाऊ ... यहां आये दिन एक नया गोटाला था । अब सत्ता बदली है ना खाऊंगा ना खिलाऊंगा ये नारा घर घर गूंजता है । देख के अपना भूरा हाल कहते है संविधान ख़तरे में है ।। छप्पन इंच की छाती जिसकी देश हित को समझता भलीभांति , हर गली हर मोहल्ले में बोलता काम जिसका , दुश्मन नाम से ही कॉप जाते ऐसी पहचान उनकी , भारत को विश्व गुरु बनना उनका एक मात्र लक्स । अब सत्ता बदली है अब देश बदल रहा है हर व्यकि खुशहाल है । देख बदलते भारत को कहते है संविधान खतरे में है ।। #NojotoQuote आज की राजनीति ..