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प्रभाकर अजय शिवा सेन

जग की पर्यावाची मघा😁😁😁😂😄😅

©प्रभाकर अजय शिवा सेन जग का पर्यावाची 

#Roses

जग का पर्यावाची #Roses

8 Love

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Parasram Arora

खून को पानी का पर्यायवाची  मत मान. लेना
अनुभन कितना भी कटु क्यों न हो वो.कभी कहानी नही बन सकताहै 

उस बसती मे  सच  बोलने का रिवाज  नही है
यहां कोई भी  आदमी  सच.को  झूठ बना कर पेश कर सकता है

ताउम्र अपना  वक़्त   दुसरो की भलाई मे  खर्च करता रहा वो
ऐसा आदमी कुछ पल का वक़्त भी अपने लिये निकाल नही   सकता है

©Parasram Arora पर्यायवाची......

पर्यायवाची...... #शायरी

7 Love

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Shivraj Anand

         (मनुष्यों को अपने हृदय की सु बुद्धि से दीपशिखा जलाने चाहिए।उन्हे इक दुसरे के मध्य भेदभाव डालकर मौजमस्ती नही करनी चाहिए।मौजमस्ती दो पल की भूल है उनके कुबुद्धि का फल शूल है) 

      इस प्रकृति के 'विशद -अंक 'मे कलिकाल की संसृति का "श्री गणेश" होता है जहां सुख आने पर आनंद  सुखित हो जाती है वही दुख आने पर सुप्त- व्यथा जागृत होती है उसी प्रकृति के विशद अंक मे एक छोटा-सा  गांव है -दामन पुर ।जो चारो ओर नदी यों से घिरा हुआ है।कहीं - कहीं खुले मैदान हैं तो किसानों की चांद तोडने जैसी काम भी है।लोग अपनी - अपनी संस्कृति से जुड ने का प्रयत्न कर रहे है।वहीं पथ के किनारे आम्र - पीपल के द्रुत लगे हुए हैं जिससे शीतल समीर बह रहा है और प्यारे अभिन्न निमग्न हो रहे हैं।वहां के अधिकांश ग्रामीण अल्प ज्ञ है ।वे किसी को ठेस लगाकर नही,अपितु खुन -पसीना बहाकर अपना जीविका चलाते है ।वे अपने काम के आगे भगवान को स्मरण करना भूल जाते है परेशानी सहन कर सकते है किन्तु पराजित नही।

      उसी गांव मे दानि क राम और भोजराम नामक दो भाई निवास करते है।वे भाई तो दोनों एक है परन्तु स्वभाव एक नही पराई चीजों पर आंखें गाढाना बडे भाई दानि क राम का पेशा है लालच ने उन्हे अंधा बना दिया है मानो कुबेर का धन पाकर भी सन्तोष नही और बगैर सन्तोष के लालच का नाश कहां? हां छोटे भाई भोजराम शील - स्वभाव के है।उन्हे दुनिया की लालच नही है सिर्फ दो बख्त की रोटी पर भरोसा है वे लक्ष्मण के चरण चिन्ह पर चलने वाले हैं।उनके भीतर बङे भाई के प्रति सेवा व समर्पण के भाव है ।तभी तो वे दानि क राम के हर उड़ती तीर को झेलते रहे पर उन्हे क्या जो राम न होकर एक प्रपं ची ठहरे..।

      असल मे दानि क राम अपने आप को छोटे भाई भोजराम की अपेक्षा ज्यादा समृद्ध और सम्पन्न समझते है परन्तु उससे ज्यादा उनका अहंकार है। वे नित्य रामायण का पाठ भी करते है तब भी त्रिशूल के उस महान सिद्धांत को भूल ही जाते है जिसमे लिखा है-सत वचन बोलना चाहिए।सत्य कर्म और सत्य विचार से रहना चाहिए।हां वे इस सिद्धांत को पढते जरूर है किन्तु अपने ।हकीकत कि दुनिया मे नही उतार सकते।वे दुनिया के श्रेष्ठ ग्रंथो में एक  'श्रीराम चरित्र मानस 'मे यह भी पढते है कि "भाई की भुजा भाई  ही होता है।" फिर उसी भाई वैमनस्यता किसलिए?तू- तू ,मैं - मैं क्यों ?

      माना कि दानि क राम के पास वैभव -वस्ती विपुल है पर प्रलय की अपेक्षा जीवन तो वि थु र ही है फिर ऐसा अहंकार क्यों मानो प्रलय के बाद भी जीवन का नाश नही होगा। दानिक राम के अहंकार रुपी दीमक ने छोटे भाई के प्रेम- भाव रुपी मखमल को चट् लिया है जो यह समझ नही पा रहे हैं कि छोटे भाई भोजराम के झोपड़ी में अपनों का प्यार और दुसरों का आदर भी है।वे गुरुर के आखों से संसार को देखते है कि मेरे पास क्या नही है? सबकुछ तो है और उसके पास टूटी -फुटी झोपड़ी जिसमें भी खाने -पीने की तेरह -बाईस।वह तो भुख के मार से मारा -मारा फिरता है। सायद बडे भाई दानिक राम को संसार की वास्तविकता का ठीक -ठीक बोध नही है कि इस संसार मे राजाओं का राज हो या धनवानों का धन सब क्षणिक होता है।फिर गर्व किसलिए? 

         वे आधी खोपड़ी के जाहिल व्यक्ति हैं जो साधारण से जिन्दगी को लेकर ऊंच -नीच के कार्य करते हैं कभी किसी कि जिल्लत करते हैं तो कभी किसी पर इल्जाम लगाते हैं किन्तु जब इन कर्मो के परिणाम समीप आते हैं तो वे चल नही सकते या जैसे -जैसे उनके जीवन की अंतिम घडी यां आने लगती हैं उनकी जीवन के हर कर्म बोलने लगती हैं। 

        दानिक राम के दो पुत्र हैं कार्तिकेश्वर व अचिन्त कुमार ।कार्तिकेश्वर एक शराबी है जबकि अचिन्त कुमार सिविल कोर्ट दामन पुर का मशहूर वकील है उसकी नीति अलग सी है -'वह सत्य का घोर विरोधी है।'उनकी पत्नी अपाहिज है वह पति- प्रपंच के आगे परेशान  है तब भी तन -मन -धन से पति के चरणों मे प्रेम करती है।वह एक धर्म- पत्नी होने के नाते यह जानती है कि दान और तीर्थ से बढकर भी पति की सेवा है। एक दिन अनायास कार्तिकेश्वर शराब के नशे मे मदमस्त होकर अपने काका भोजराम को मारने दौडा.. अब भोजराम क्या करते?वे भागते -भागते पुलिस थाने जा पहुंचे।पुलिस आरक्षक ने देखते ही भोजराम को सलाम किया।क्योंकि वे गांधी टोपी व कुर्ता पहने हुए थे।तत्पश्चात पुलिस ने कार्तिकेश्वर को दो हाथ लगाते हुए कारावास मे डाल दिया।मानों दानिक राम के पहाड़ से अहंकार को एक सबक मिल गया हो।लेकिन फूंक से पहाड कहां उडने वाला?

        ( कुछ दिनों बाद ) जब वह जेल खाना से बाहर आया तो पुन:वही बर्ताव करने लगा.आखिर कब तक?एक दिन दानि क राम के आंखो से गुरुर का चश्मा उतर गया।अब उनके पास गुरुर के चश्मे को पहनने के लिए आंखें नहीं रही ।अचानक वकील अचिन्त कुमार दुनिया से चल बसा! उन्हे जिस धन -दौलत गर्व था उसी धन -दौलत ने उनका साथ छोड दिया।फिर पैसा -पैसा किसलिए?क्या पैसों से यमराज ने वकील  अचिन्त कुमार का जान बख्शा?नहीं न।वे कल के कुकर्मो से आने वाले कल को खो दिए।

     जगत के जंजाल मे आकर दानिकराम अपने पुत्र वकील  अचिन्त कुमार को बांध लिए थे किन्तु अपने अहंकार को नही।इस जगत के 'जंजाल' मे आकर अहंकार को नहीं,अपितु उस राम -नाम को भज ना चाहिए जिनका नाम 'अनइच्छित ही अपवर्ग निसेही है।'फिर अहंकार किसलिए? मायाजाल और मोहनी मे फंसने के लिए ।

 प्रकृति के बिश द अंक मे कलिकाल की संसृति(भव, जन्म - मरण )का जय श्रीराम होता है।

©Shivraj Anand जगत का जंजाल -संसृति

जगत का जंजाल -संसृति #समाज

4 Love

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Jogendra Singh writer

आपके अनुसार Nojoto का पर्यायवाची  क्या है
Answer in comment section

©Jogendra Singh Rathore 6578 nojoto ka पर्यायवाची

#Light

nojoto ka पर्यायवाची #Light

19 Love

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kishori jha

 पर्यावाची  स्वाद #yemausam

पर्यावाची स्वाद #yemausam #Thoughts

81 Views

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ShadoW

कुछ दर्दों की दवाएं ना होती,
अगर दुनिया में माँएं ना होती...

©ShadoW माँ...हर दवा का पर्यायवाची है...
#maa #Mother #viral #thought #Feeling 

#MothersDay

माँ...हर दवा का पर्यायवाची है... #maa #Mother #viral #thought #Feeling #MothersDay #विचार

10 Love

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निशब्द

उजाले का पर्यायवाची.... #Life #Life_experience #Motivational #Hindi #Nojoto #yqdidi #yqbaba #yqaestheticthoughts #Light

उजाले का पर्यायवाची.... Life #Life_experience #Motivational #Hindi #yqdidi #yqbaba #yqaestheticthoughts #Light #विचार

27 Views

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Parasram Arora

कोई  पुरखो को   पानी  पहुंचा  रहा हैँ  कोइ गंगाओ मे  पाप  धो रहा हैँ   कोई  पथर की प्रतिमाओं  के सामने  बिना भाव  सर  झुकाये बैठा हैँ 
धर्म  के  नाम पर  हज़ार  तरह  की मूढ़ताएं  प्रचलन मे हैँ धर्म से  संबंध तो   तब होता हैँ जब  आदमी  जागरण की  गुणवत्ता  हासिल कर लेता हैँ  
जहाँ  जागरण  होगा  वहा अशांति  कभी  हो ही नहीं सकती  
क्यों कि  जाग्रत  आदमी  विवेकी  होता हैँ      इर्षा  क्रोध  की  वृतियो  से  ऊपर  उठ  चुका होता हैँ औदेखा  जाय तो  धर्म औऱ  शांति पर्यायवाची  शब्द  हैँ धर्म  औऱ  शांति...... पर्यायवाची  शब्द हैँ

धर्म औऱ शांति...... पर्यायवाची शब्द हैँ

11 Love

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#CTK -Funny 0r Die

पप्पू को नहाते वक़्त पड़ोस की लड़की ने देख लिया
काफी हंगामे के बाद मामला कोर्ट पहुँचा

जज साहब:- आखिर तुम चाहते क्या हो?
पप्पू:- बदला न्याय और बदला दोनों पर्यायवाची हैं। #CTK

न्याय और बदला दोनों पर्यायवाची हैं। #ctk

18 Love

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kishori jha

 हिन्दी  पर्यावाची sabad समझिए #wobaatein

हिन्दी पर्यावाची sabad समझिए #wobaatein #Thoughts

99 Views

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brijesh mehta

...................................
..

©brijesh mehta
  प्रेम का कोई समानार्थक, प्रायवाची शब्द नहीं है, 
दुनिया में!

प्रेम का कोई समानार्थक, प्रायवाची शब्द नहीं है, दुनिया में! #Life

286 Views

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Manoj Bhatt

संस्कृति का दर्द

संस्कृति का दर्द #कविता

20,713 Views

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kishori jha

 हिन्दी टॉपिक पर्यावाची sabbad
#WoRasta

हिन्दी टॉपिक पर्यावाची sabbad #WoRasta #Thoughts

117 Views

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manoj kumar jha"Manu"

धरती का दुःख क्यों, समझते नहीं तुम।
धरा न रही अगर, तो रहोगे नहीं तुम।।

सुधा दे रही है वसुधा हमें तो,
भू को न बचाया, तो बचोगे नहीं तुम।।

"भूमि हमारी माता, हम पृथिवी के पुत्र"*
वेदवाणी कह रही, क्या कहोगे नहीं तुम।।
(स्वरचित)
* माता भूमि: पुत्रो अहं पृथिव्या:
(अथर्ववेद १२/१/१२)

 धरती का दुःख हम नहीं समझेंगे तो कौन समझेगा।
इसमें धरती के पर्यायवाची शब्द भी हैं।

धरती का दुःख हम नहीं समझेंगे तो कौन समझेगा। इसमें धरती के पर्यायवाची शब्द भी हैं।

0 Love

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Manjul

किसी ने पूछा मुझसे की चांद का पर्यायवाची क्या है..
मैनें नाम तुम्हारा बता दिया..

©Manjul Sarkar
  #चांद #नाम #पर्यायवाची #L♥️ve #Hindi #nojohindi #hindi_poetry
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Vikas Sharma Shivaaya'

मूरख संग न कीजिए ,लोहा जल न तिराई।
कदली सीप भावनग मुख, एक बूँद तिहूँ भाई ।

मूर्ख का साथ मत करो-मूर्ख लोहे के सामान है जो जल में तैर नहीं पाता डूब जाता है -संगति का प्रभाव इतना पड़ता है कि आकाश से एक बूँद केले के पत्ते पर गिर कर कपूर, सीप के अन्दर गिर कर मोती और सांप के मुख में पड़कर विष बन जाती है।

.🙏 बोलो मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹

©Vikas Sharma Shivaaya' संगति का प्रभाव

संगति का प्रभाव #समाज

9 Love

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omni motivationalTv

संगति का असर

संगति का असर #जानकारी

153 Views

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Ranjit Kumar

#संगति का #प्रभाव।

#संगति का प्रभाव। #विचार

58,119 Views

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Dinesh Sharma Jind Haryana

# संपति का बंटवारा

# संपति का बंटवारा #शायरी

4,059 Views

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Anil Kumar

समाज और संस्कृति का दाशला

समाज और संस्कृति का दाशला

26,958 Views

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SK Poetic

कहते हैं कि" संगत से गुण होत है संगत से गुण जात।" यानी कि हमारे आसपास कैसे लोग रहते हैं इसका बहुत बड़ा असर हमारे जीवन पर पड़ता है।हम अपने आसपास अच्छे और बुरे लोगों से घिरे हुए है अच्छा संगति किस्मत वालों को मिलती है फैसला हमें करना है कि हम किसे चुनते हैं हमारी ऐसी उम्र है कि बुरी चीजों को बहुत जल्दी अपना लेते हैं और अच्छी चीजों से दूर भागते हैं अक्सर गलत और सही में फर्क नहीं कर पाते हैं कई बार हम गलत दोस्तों को की बातों में आ जाते हैं यह अनुचित है अच्छी संगति हमें सफलता की ओर ले जाती है और बुरी संगति आदि का अंधकार की ओर हमें कोशिश करनी चाहिए कि हमें अच्छाइयों को अपनाएं और बुराइयों को त्याग है हमें सभी से प्यार करना चाहिए गिरना नहीं

©S Talks with Shubham Kumar संगति का असर
#Goodevening

संगति का असर #Goodevening #विचार

9 Love

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DR. LAVKESH GANDHI

संगति का प्रभाव

 स्वाति नक्षत्र में जब वर्षा की बूंँदे
केले के पेड़ पर पड़ती हैं तो  वह कपूर बन जाता है.
जब वही बूंँद सीप के मुंँह में जाती है तो मोती बन जाता है.
जब वही बूँद साँप के मुंँह में जाती है तो वह विष जाता है.
और जब वही बूँद जब मिट्टी पर पड़ती है तो वह  कीचड़ बन जाता है. इसे संगति का प्रभाव कहते है.

©DR. LAVKESH GANDHI
  #friends #
# संगति का प्रभाव#

friends # # संगति का प्रभाव#

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Mahima Jain

•| पर्यायवाची कविता |•

' गर्व ' जिसको करना था,
' घमंड ' था उसने कर लिया।
' मान ' सम्मान सब मिट गया,
' अहंकार ' भी चकनाचूर हुआ।।
 मेरी पहली पर्यायवाची कविता। ❤️
शब्द - अहंकार
पर्यायवाची - गर्व, घमंड, मान

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Challange done for -

मेरी पहली पर्यायवाची कविता। ❤️ शब्द - अहंकार पर्यायवाची - गर्व, घमंड, मान ____________________________________________ Challange done for - #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़महाप्रतियोगिता #hindmaahi #prantimahima #pranti2021 #prantitask3 #meriparyayvachikavita

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Ek villain

अतीक रास्ते ने अपनी एक संस्कृति होती है धरती संत भी राष्ट्रीय किसान को एक ज्ञान चेतना के आत्मा परिष्कार दस्सो फल है और विश्व को परिवार जाने की अनुभूति मानव एक बार और अनुमति का सूरज कारण संस्कृति है संगीत के कारण हम आदित्य रास्ते हैं लेकिन विदेशी सत्ता के दौरान यह संस्कृति को शांति दे प्रति गो का अपमान हुआ सोमनाथ अयोध्या का सीन मथुरा के मंदिर सहित अनेक मंदिर दहन किए गए भारतीय जन परंपरा को अंधविश्वास कहा गया भारतीय जीवनशैली के प्रति अनुस्था पैदा की गई पश्चिमी से अतीत दृष्टिकोण में भारतीय परंपरा की खरीद करने का पाठ किया है प्राचीन भारत बहुत किया जा रहा था हिंदू होना अपमानजनक था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय बोर्ड के संस्कृत विचार प्रवाह के निर्देश दिया करती प्रगतिशील रेगुलर बा वामपंथी तत्व बली बाला रहे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन में प्रधानमंत्री ने भारतीय बोध का बिगुल फूंक दिया इसकी दिव्यता से जी की वामपंथी सेकुलर प्रधानमंत्री पर हमलावर है भारत में विज्ञान शोध और बोध की प्राचीन परंपरा के अनुसार प्रधानमंत्री ने काशी में धार्मिक कार्य में हिस्सा लेकर सावधान के सर्कुलर भावना का अपमान किया है सर्कुलर भारतीय विचार है यूरोप में चर्चा राज व्यवस्था के बीच लंबे संघर्ष ए सेकुलर बाद जन्मा

©Ek villain # संस्कृति के नवजागरण का एजेंडा

#HappyNewYear

# संस्कृति के नवजागरण का एजेंडा #HappyNewYear

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Sonal Panwar

" हिंदी- हमारी संस्कृति का प्रतिबिंब "

हमारे देश की प्रखर संस्कृति का
स्पष्ट प्रतिबिंब है हिंदी,
हमारे स्वाभिमान और सम्मान की
गर्वित भाषा है हिंदी,
कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत की
प्रमुख पहचान है हिंदी,
हमारे नैतिक मूल्यों और संस्कारों की 
सरल संप्रेषक है हिंदी,
सम्पूर्ण विश्व में बोली जाने वाली प्रमुख 
तीसरी भाषा है हिंदी,
सरल, प्रचलित और समृद्ध राष्ट्र भाषा 
हमारा गौरव है हिंदी,
वर्णमाला के स्वर्णिम आखर और
देवों की देवनागरी लिपी से 
अलंकृत व सुसज्जित है हिंदी,
अपने मन के भावों को उकेर कर
कागज़ के धवल पन्नों पर,
हर लेखक की लेखनी को देती पहचान
वो मातृभाषा है हिंदी,
देश की राष्ट्रीय एकता को बनाती अक्षुण्ण 
और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देती पहचान
हमारी राष्ट्रभाषा है हिंदी।

- सोनल पंवार ✍️

©Sonal Panwar हिंदी - हमारी संस्कृति का प्रतिबिंब

#Hindidiwas

हिंदी - हमारी संस्कृति का प्रतिबिंब #Hindidiwas #कविता

8 Love

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mangalviras

आज कै समय की एक महत्वपूर्ण सच्चाई ये है की ः एक पिता अपनै बच्चों को एक अच्छी शिक्षा और एक उंची पोस्ट पर पहुंचाने मे तो सफल हो गया ः
लेकिन अपनै बच्चों को संस्कार और सभ्यता का पाठ पडाना भुल गया और इस का परिणाम ये आ रहा है की वो बच्चे अपने पराये का मान सम्मान करना तो ठीक उनसै सही तरीके सै बात तक नही कर पा रहे है ः और इसका परिणाम ये आ रहा है की एक अच्छी शिक्षा मिलनै पानै के बाद भी ः बहुत सै परिवार टुटते बिखरते जा रहे है ः

ः। ।मंगल विरास ।।

©mangalviras
  #Missing संस्कृति और संस्कारों का अभाव

#Missing संस्कृति और संस्कारों का अभाव #प्रेरक

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