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abdol
.......yehkeoslhdkjdhjsokeiueujej .......yjhokDghhipfbkqkpelvkaojb .........eigoqiovbpqp ohkoaobo oho. ........hkwpzm0qjpgkaoldoRppfk ..........রিয়ো। জ্জূগগঘযগ। ..........হজ। উউঝ্গিক্ফুহ ...........দঅলুইক প্ভ্ক্ষ্ল ...........yoigpwpbsombulgw ©abdol kahani 1972 ka
Nilesh kushwaha
जानते हो हमारी जिंदगी में Problem क्युं है? या लोकतंत्र में फ़िल्म को या फिल्म में लोकतंत्र को बिल्कुल वैसे ही मान लिया है, जैसा कि दिखाया जाता है। #NojotoQuote #लोकतंत्र में फ़िल्म को
@BeingAdilKhan
है अर्जित खून-पसीने से, नासाज़ मत हो कौन सिवा तेरे, ज़िन्दगी नाराज़ मत हो सारे रस्तों पर रुकावटें, खुला केवल दरीचा उभरे उधर आहट तेरी, करता आया पीछा हासिल शून्य जो रहेंगे ख़फ़ा एक-दूजे से टूटेंगे अंकुरित सवाल मन ही मन बूझे से फूटी हैं अभी कोंपलें नन्हे इस बागान में करेंगे रखवाली, ना आए कमी सम्मान में तू मुझमें निहित और मैं तुझमें हो जाऊँ रहे अगाध, फलता-फूलता शाद ये गाँव लगे आगोश में सूनेपन के तू भी, जैसे मैं चल मिलकर घर के भेदियों की लंका ढहाऍं ©@BeingAdilKhan #raindrops Anshu writer neelu ADiL KHaN (शहज़ादा) Neha@Nehit_Enola I_surbhiladha
@BeingAdilKhan
Jhooth Bolte The Phir Bhi Kitne Sachche The Hum, Yeh Un Dino Ki Baat Hai Jab Bachche The Hum. झूठ बोलते थे फिर भी कितने सच्चे थे हम, ये उन दिनों की बात है जब बच्चे थे हम। Woh Bachpan Ki Neend To Ab Khwaab Ho Gayi, Kya Umar Thi Ke Raaat Huyi Aur Hum So Gaaye. वह बचपन की नींद तो अब ख्वाब हो गयी, क्या उम्र थी के रात हुयी और हम सो गए। ©@BeingAdilkhan #LongRoad Rupali Sana naaz. S.Anand ADiL KHaN (शहज़ादा) *...shree...*
@BeingAdilKhan
Kabhi Palkon Pe Aansoo Hai, Kabhi Lab Per Shikayat Hai, Magar Aye Zindgi Phir Bhi, Mujhe Tujh Se Mohabbat Hai, Jo Aata Hai Woh Jaata Hai, Yeh Duniya Aani Jaani Hai, Yehan Her Shaks Musafir Hai, Safar Mein Zindagani Hai, ©@BeingAdilKhan #watchtower ADiL KHaN (शहज़ादा) Muskan Payal Pandey I_surbhiladha Anshu writer
@BeingAdilKhan
ज़िंदगी हमेशा इम्तहान लेती रहती है। जीवन के हर मोड़ पर आपको एक से अधिक रास्तों दिखते तो ज़रूर हैं लेकिन हर रास्ता मंज़िल की तरफ तो जाता नहीं । एक ऐसा समय आता है जब आपको यह निर्णय लेना पड़ता है कि रास्ते का चुनाव किस प्रकार किया जाए। लेकिन उसी समय में आपकी नैतिकता, साहस और विश्वास काम आता है। शेरों-शायरी की श्रृंखला में आज हम आपके लिए ऐसे ही आंखें खोल देने वाले शेर लाए हैं- जहां चोट खाना, वहीं मुस्कुराना मगर इस अदा से कि रो दे ज़माना ©@BeingAdilKhan #wholegrain Anshu writer Neha@Nehit_Enola Reet I_surbhiladha ADiL KHaN (शहज़ादा)
@BeingAdilKhan
दिन जल्दी-जल्दी ढलता है! हो जाय न पथ में रात कहीं, मंज़िल भी तो है दूर नहीं यह सोच थका दिन का पंथी भी जल्दी-जल्दी चलता है! दिन जल्दी-जल्दी ढलता है! बच्चे प्रत्याशा में होंगे, नीड़ों से झाँक रहे होंगॆ यह ध्यान परों में चिड़ियों के भरता कितनी चंचलता है! दिन जल्दी-जल्दी ढलता है! मुझसे मिलने को कौन विकल? मैं होऊँ किसके हित चंचल? यह प्रश्न शिथिल करता पद को, भरता उर में विह्वलता है! दिन जल्दी-जल्दी ढलता है! ©@BeingAdilKhan #raindrops neelu ADiL KHaN (शहज़ादा) Anshu writer Neha@Nehit_Enola KHUSHI