Nojoto: Largest Storytelling Platform

New कंठ Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about कंठ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कंठ.

    PopularLatestVideo

Vikas Sahni

___कंठ का कठोर कातिल___

कंठ के कठोर कातिल की प्रस्तुति में
निकल नहीं पा रहा हुनर-ए-गायन 
बस यही सोचकर व्याकुल है मन।
                    ..✍️विकास साहनी

©Vikas Sahni #कंठ_का_कठोर_कातिल

#Music

Anamika Nautiyal

कंठोद्भित आसव जी

read more
          कंठोद्भित आसव जी

Shubhendra Jaiswal

कंठहार  के  बंध को  बांधूं  कैसे  आज
केश खुले हैं केशबंद थाली में मोहताज।
(चित्र आधारित) 
©®Skj..✍️ #शुभाक्षरी #कंठहार #केशबंद

Harpinder Kaur

# कंठस्थ होनी चाहिए किताबें #Books #Poetry

read more
हमें कंठस्थ होनी चाहिए किताबें
ताकि भविष्य- पीढ़ी को बताया जा सके
कि किताबों की सुगंध में 
छिपा रहता है खज़ाना 
इतिहास का, गौरवमयी बलिदानों का
महान योद्धाओं का
जिनके होने से, हमारा अस्तित्व रहा है
किताबों में छिपी रहती हैं
प्रेम की कहानियाँ, समाज के परिदृश्य
और बहुत कुछ
जो एहसास दिलाते हैं
कि ये किताबें ही उन्हें जिंदा रखती हैं

©Harpinder Kaur # कंठस्थ होनी चाहिए किताबें
#Books

Pradeep_Barmeri_04

कंठी पर मोर बोले....💞 #Trading nojoto #लव

read more
mute video

Rambabu Yadav

नील कंठ

read more
 नील कंठ

SUDHIR PANPATIL

पाहिले होते मी,
तिचे हुंदके डोळ्यात...
जे अडकून राहिले,
होते तिच्या गळ्यात...

©SUDHIR PANPATIL #कंठ #Nojoto

Anupam Tripathi

@मुक्त कंठ अम्बर ! #शायरी

read more
Trust me "स्वार्थ्य में तृष्णा मिलाकर, व्यवस्था को पिलाईये।
कुटिलता औ' महत्वाकांक्षा, फ़टे तक मिलाईये।।
आचरण संदिग्ध  हो तो और बेहतर,
का़नून के क़प में अनुशासन हिलाईये।
बे-शर्मी ओढ़ लें ---- जनमत की सेज़ पर,
अब आप तैयार हैं --- सत्ता--सुख़ पाईये।।"
                      : अनुपम त्रिपाठी @मुक्त कंठ अम्बर !

Anupam Tripathi

@मुक्त कंठ अम्बर ! #शायरी

read more
इक इबादत की तरह, हम तो  प्यार  करते हैं।
हो न रूसवा 'वो' कहीं, बार--बार डरते हैं।।
वो तमन्ना है--तआर्रूफ़ है--तजु़र्बा 'अनुपम'।
वो करे -- न भी करे, हम ऐतबार करते हैं।।
                          :  'अनुपम' त्रिपाठी @मुक्त कंठ अम्बर !

Anupam Tripathi

@मुक्त कंठ अम्बर ! #विचार

read more
"आँखें : मन की जु़बान होती हैं,
तीर होती हैं -- क़मान होती हैं।
दुश्मनों के लिए किसी खंज़र से क़म नहीं,
दोस्तों की खा़तिर सलाम होती हैं।।
इन्हीं आँखों में समाए हैं तूफाँ के नजा़रे,
इन्हीं में बहती है सदा दर्द की नदी।
इन आँखों ने रची कई दास्तां 'अनुपम',
ये आँखें ! बे--जुबान होती हैं।।"
                          : अनुपम त्रिपाठी @मुक्त कंठ अम्बर !
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile