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सांवर मल बंजारा

धरती धोरा री #nojotovideo

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मुकेश कुमार व्यास

#धरती धोरा री #nojotovideo

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Sunita Bishnolia

धरती धोरां री

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दिल का राजा

धरती धोरा री #ज़िन्दगी

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Ameesa(VARSHA )

वाह री धरती माता

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कभी धरती हरी नीली दिखती थी ।
आज काले कोहरे से घिरी दिखती है ।
जो कभी मुस्कुराती थी आज ।
आज रोती है ।
जख्मो से भरी है ,
तो भी बच्चो का पेट भरती है ।
वाहरी धरती माता 
क्या कहु तुझे
तु तो भारत की माताओ से 
माहन निकली है ।
                           AMEESA PATEL वाह  री  धरती  माता

Ran parmar

आ सावन धरती धोरा री #कविता

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"आ सावन धरती धोरा री"

आ सावन धरती धोरा री
अरे आ सावन धरती राजस्थानी
उमड़ घुमड़ कर चले बादल
भई चारों दिशा गगन अंधेर
काले काले बादल घोर घटाएं छाई
रिमझिम रिमझिम बरसे काले बादल
चेक महक पंछियों की होने लगी
मधुर सुराग कोयल सुनाएं
रिमझिम रिमझिम टपके पानी
ऐसा नाच दिखाएं मोर पपाया
भर आते ताल तलैया
खुश हो जाती धरती मम्मा
छाई छतरी हरी भरी हरियाली
अगन गगन उमड़े रण के आस
चलती पहाड़ों पर ठंडी पवन
पत्ते पत्ते छोड़ मुरझाई देख आसमां
चलते पहाड़ों में खल खल झरने
कल-कल करती बहती नदियां
जब उठ लाते आते सावन
खुश हो जाती धरती मम्मा
आ सावन धरती धोरा री
अरे आ सावन धरती राजस्थानी

By poet - Ran parmar आ सावन धरती धोरा री

Rajesh Sharma

मोररा री धरती, धोरा री धरती प्रचंड शौर्य और शक्ति री धरती पगड़ी म्हारी शान, मावड़ी बोली म्हारी पीछाण जय जय राजस्थान #WallTexture

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मोररा री धरती, धोरा री धरती 
प्रचंड शौर्य और शक्ति री धरती
पगड़ी म्हारी शान, 
मावड़ी बोली म्हारी पीछाण
जय जय राजस्थान

© Rajesh Sharma मोररा री धरती, धोरा री धरती 
प्रचंड शौर्य और शक्ति री धरती
पगड़ी म्हारी शान, 
मावड़ी बोली म्हारी पीछाण
जय जय राजस्थान

#WallTexture

Ran parmar

आ सावन धरती धोरा री #solace #कविता

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'आ सावन धरती धोरा री'

आ सावन धरती धोरा री
अरे आ सावन धरती राजस्थानी
उमड़ घुमड़ कर चले बादल
भई चारों दिशा गगन अंधेर
काले काले बादल घोर घटाएं छाई
रिमझिम रिमझिम बरसे काले बादल
चेक महक पंछियों की होने लगी
मधुर सुराग कोयल सुनाएं
रिमझिम रिमझिम टपके पानी
ऐसा नाच दिखाएं मोर पपाया
भर आते ताल तलैया
खुश हो जाती धरती मम्मा
छाई छतरी हरी भरी हरियाली
अगन गगन उमड़े रण के आस
चलती पहाड़ों पर ठंडी पवन
पत्ते पत्ते छोड़ मुरझाई देख आसमां
चलते पहाड़ों में खल खल झरने
कल-कल करती बहती नदियां
जब उठ लाते आते सावन
खुश हो जाती धरती मम्मा
आ सावन धरती धोरा री
अरे आ सावन धरती राजस्थानी
 
By poet- Ran parmar आ सावन धरती धोरा री

#solace

Ran parmar

आ सावन धरती धोरा री #SaawanBeetaJaye

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