Nojoto: Largest Storytelling Platform

New पोष्ट आँफीस भरती Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about पोष्ट आँफीस भरती from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पोष्ट आँफीस भरती.

Related Stories

    PopularLatestVideo

Poonam Awasthi

माँ भारती की आरती #कविता

read more
mute video

राजीव भारती

# मरती बेटियां लाचार सरकार # राजीव भारती

read more
मरती बेटियां लाचार सरकार 

बेटियां जो सृष्टि की उत्पत्ति का प्रारंभ है
रिश्तों को नूतन आयाम दे ऐसी स्तंभ है
बेटियां तो समाज परिवार का सम्मान हैं
बेटियां जो माता पिता का स्वाभिमान है
बेटियां हर कार्य में माता की मददगार है
मां बाप का दुःख जानें इत्ती समझदार हैं
पर इन बेटियों का आखिर क्या कसूर है
नहीं मालूम लोगों के मन   क्या फितूर है
वो चीखती है चिल्लाती है कई कई बार
पर न कोई सुनता उसकी करुण पुकार
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की चर्चा आम
पर छिन रहा है मानो जीने का अधिकार
शहर दर शहर हो रहा है उनसे अनाचार
इतनी अधिकता मानो मानवता शर्मसार
राजनैतिक दल सेंक रहे अपनी रोटियां
पर बेटियों पर होता अत्याचार लगातार
आये दिन मर रहीं हैं कोई न कोई बेटियां
कभी निर्भया, कभी अंकिता व़ निकिता
नाम और चेहरे बेशक होते पृथक पृथक
किन्तु जीवन तो खो रही आखिर बेटियां
समय पर न्याय मिलना भी संभव नहीं
न्याय भी जाति-धर्म में हो गया विभक्त
मीडिया राजनैतिक प्रभाव से हैं संत्रस्त 
नेताजी अपनी गद्दी बचाने में  हैं व्यस्त 
कब तक बेटियां झेलेंगी अन्याय हर बार
और मूकदर्शक सी सरकार होगी लाचार
करनी होगी कोई न कोई सटीक उपचार
वरन् बेटियां तो मरती रहेंगी यूंही हर बार

राजीव भारती
पटना बिहार (गृह नगर)

©Rajiv Ranjan Verma # मरती बेटियां लाचार सरकार
# राजीव भारती

Jogeshwari Sadhir

घिरती साँझ में आरती करती हुई माँ #पौराणिककथा

read more
mute video

Chaudhary Rana Bhai

प्यार भरी धरती और उनके वासी.....

read more
अरे हम भी शिकारी थे किसी जमाने मे,
मगर बेजुबानों को कभी नही मारा,
कितनी सिद्दत से पंछियों को दाना खिलाते हो साहेब 
इतने अच्छे हो तो पिंजरे से रिहा कर दो। प्यार भरी धरती और उनके वासी.....

मैत्रेय

#भरती

read more
#भरती

   समुद्रावरून येणारा अंगाशी सलगी करणारा सुखद वारा, पार्श्वभूमीला समुद्राची बेधुंद करणारी गाज  आणि सोबतीला तो, ती त्याला अशी काही बिलगली होती जसं काही एकच कुडी होती ती. सगळं कसं स्वप्नवत वाटत होतं तिला.ती आणि तो बराच काळ असेच चालत राहिले, निःशब्द, बराच काळ चालल्यावर ती भानावर आली तर तो नव्हताच कुठेही. म्हणून तिने मागे वळून पाहिलं तर तिच्या एकटीच्याच पाऊलखुणा उमटल्या होत्या तिथल्या रेतीत.
  
   आज बरोबर सहा महिने झाले त्याला जाऊन.तिच्या डोळ्यातली लाट हलकेच जाऊन धडकली किनाऱ्याला आणि समुद्राला भरती आली.

                                  मैत्रेय(अंबादास) #भरती

Jogeshwari Sadhir

गांव में उतरती हुई साँझ और आरती करती हुई माँ #पौराणिककथा

read more
mute video
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile