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Parasram Arora
नैतिकता कहती हैं सही को चुनो और गलत को छोड़ो अच्छे को चुनो बुरे को छोड़ो धर्म कहता हैं सही हौ या गलत हौ बस दोनों को देखो भर कभी भी चुनो मत चुनाव रहित चेतना में रहो t ©Parasram Arora नैतिकता और धर्म
Sarita Shreyasi
कबतक ठहरे रहोगे जड़ हो कर? अपना सत्य सिद्ध करने या बातों के सुलझने तक। शेष हैं अशेष सवाल-जवाब और अंतहीन तर्क-कुतर्क, नैतिकता और कर्त्तव्य के तराजू लिए बैठा है ये वानर मन? किससे लड़ोगे और कितनी बार खुद को छलोगे? अब जाने दो, इसलिए नहीं कि तुम में धीरज और साहस नहीं, इसलिए कि हर बात तुम्हारी ऊर्जा के लायक नहीं। Read in caption #क्यूँ उलझे पड़े हो अबतक, अपनी वेदना के मकड़जाल में, क्योंकि तुम आहत हुए थे? वो लोग बहुत आगे बढ़ गए उस मोड़ और समय से जहाँ तुम आज भी खड़े हो। उन्
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी मर्यादा और नैतिकता से परे कोई आस्था और धर्म नही होता है दूसरो को मिटाकर अर्घ भगवान को देना स्वीकार चढ़ावा नही होता है हिंसा के प्रपंच रचकर आहुति मन्त्रो की स्वीकारी नही जाती है लाशों के ढेरों पर सत्ता तो बन सकती है मगर धर्म की स्थापना के लिये तप त्याग शांती करुणा दया की इबादत लिखनी पड़ती है पुरुतोत्तम राम तो भारत के जन जनके रगों में बसे है तेरा मेरा राम कहकर बपौती किसी एक की हो नही सकती है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #NojotoRamleela मर्यादा और नैतिकता से परे कोई आस्था और धर्म नही होता #nojotohindi
kanta kumawat
#FourLinePoetry अपनी कलम ना मर्द का पक्ष लू ना नारी का सजा ही न्याय हैं हर एक भ्रष्टाचारी का कान्ता कुमावत ©kanta kumawat अपनी कलम न्याय और नैतिकता #fourlinepoetry
Deepanshi Srivastava
मनुष्य की अंत:प्रज्ञा में ही शुभता का प्रत्यय निहित है, वह अशुभ का चयन अज्ञानता या विकल्प हीनता की स्तिथि मे ही करता है । अर्थात मनुष्य अपने संज्ञान में सदैव नैतिक ही बने रहना चाह्ता है। अत: हमें मानवतावाद से कभी विमुख नही होना चाहिये और मानव सेवा को ही अपना प्रथम धर्म समझ कर उसका पालन करना चाहिये । -दीपांशी श्रीवास्तव #नैतिकता
Sabir Khan
आजादी हर जगह अच्छी नहीं होती, जब नैतिक मूल्यों का अवमूल्यन होने की संभावना हो। नैतिकता
Ek villain
राजस्थान में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सनातन ही राष्ट्रीय धर्म में मुख्यमंत्री योगी के इस बयान पर अब विपक्ष के कुछ नेता राजनीति के तहत उनकी आलोचना करने में जुट गए हैं वह यह भूल गए हैं कि सनातन से जुड़ी सभी परंपराएं राष्ट्रीय के लिए जुड़ी है छत्रपति शिवाजी गुरु गोविंद सिंह गुरु तेग बहादुर महाराणा प्रताप या फिर बंदा बैरागी समेत अनेक महापुरुष ने सनातन से जुड़े रहते हुए केवल और राष्ट्रहित में ही काम किया ऐसे अनगिनत महापुरुषों की संख्या भारत के सनातनी परंपरा में देखने को मिली है सनातन की पूजा पद्धति में भी राष्ट्रीयता की झलक है ©Ek villain #Chaahat सनातन धर्म और राष्ट्रीय धर्म
Aditya Awasthi
नैतिकताओं के इस भँवर में सही नैतिकता अपने आप को समझ के आती है । जीवन की हर नयी परिस्थिति के लिए बने बनाए नियम नहीं हो सकते हर नयी परिस्थिति में क्या सही करने के लिए सतत ध्यान की आवश्यकता होती है। ©Aditya Awasthi #नैतिकता #जीवन
Ek villain
बिना नैतिकता के व्यक्ति कुछ भी नहीं हो सकता पर मानव नहीं सत्य निष्ठा ईमानदारी सबीन सीनता नैतिकता के आधार हैं यह उन गुणों का व्यक्ति में अभाव हो जाता है तो वह अपने चरित्र से पारित हो जाता है सही गलत का विवेक खो बैठता है ऐसे व्यक्ति सभ्य समाज के लिए घातक होते हैं वह निजी स्वास्थ्य की पूर्ति के लिए किसी भी हद तक जा सकता है रावण कंस हिरण नर्क छुपा आदि की स्वास्थ्य प्रति नैतिक पतन की कहानी हमें खूब पढ़ी और सुनी है रावण ने सारी मर्यादा और धर्म को ताक पर रखकर माता सीता का हरण किया कंस ने अपनी बहन की संतानों का वध करने में हाथ तक नहीं कापे हिरण का सोफा ने तो अपने ही पुत्र के प्राण लेने में कोई कसर नहीं छोड़ी वर्तमान में भी ऐसे उदाहरण पर्याप्त मिल जाते हैं जहां निजी स्वास्थ्य के लिए हर तरह की मर्यादा को किनारे कर दिया जाता है ऐसी नैतिकता वहीं का परिवेश हमें कल क्या ₹2 का क्या हम पाठ्य पुस्तकों में स्वास्थ्य पर आता बेईमानी भ्रष्टाचार की गाथा अपनी भावी पीढ़ी को पढ़ाएंगे बढ़ती भौतिक और कुछ पा लेने की आधी दौड़ में वैसे भी नैतिक मूल्य की भूमिका नहीं रह गई है उपलब्ध की अनुभूति से व्यक्ति यहां नहीं देखना चाहता कि रास्ते सही गलत है या नहीं किंतु गलत मार्गो से बहुत दूर तक ले जा सकते हैं इस सृष्टि में किसी समय तमोगुण हावी भले ही हो जाए सतोगुण के अस्तित्व को समाप्त नहीं कर सकता भोग विलास का और भौतिक सुख-सुविधाओं के ऊपर आम होकर एक दिन वापस सत्य के पद पर आना ही होगा क्योंकि सत्य के पथ पर चले बिना मुक्ति नहीं मिलेगी शांति पाना चाहते हो तो प्रभु नाम के रस में लीन हो जाओ आत्म तत्व की प्राप्ति जिज्ञासु होना पड़ेगा बिना नैतिक आत्म भाव के मानव जीवन का कोई अस्तित्व नहीं है ©Ek villain # नैतिकता #MerryChristmas