Find the Latest Status about पर्दानशीं बूथों from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पर्दानशीं बूथों.
राजीव पटेल 'राहिल'
इलाही खैर कर ज़ालिम अब ना ले अंगड़ाई, कि मेरे ज़िस्म में नशा उतरता है। #अंगड़ाई #पर्दानशीं
राजीव पटेल 'राहिल'
हर्फ़ दर हर्फ़ याद हैं वो खत दो रोजा मोहब्बत के, एहसान किया करती थी कोई पर्दानशीं हम पर कभी। ......✍️राहिल #खत #दो_रोजा_मोहब्बत #पर्दानशीं
Satish Mapatpuri
हर नज़र को तबस्सुम चुराने का फ़न। हुस्न का दीद होते ही होती चुभन। मानिए मशवरा रहिए पर्दानशीं, वरना बेजान बुत भी मचल जाएगा। ,,,,, सतीश मापतपुरी ©Satish Mapatpuri पर्दानशीं #WorldWaterDay
ranjit Kumar rathour
एक आवाज आई थी जा रहे हो पर्दे के पीछे से रुक गए थे कदम मेरे एकाएक लगा कि कह दूं कौन कमबख्त जाना चाहता है मगर रुक गया तो सच मे रुक नही ठहर जाऊंगा लेकिन ये कैसे जा रहा तो बगैर दीदार के कैसे जाऊंगा सो लौटा सधे पाव सरकाया बीच से पर्दा चूमा था उसे सीने से लगा कानो में कहा थैंक्स याद दिलाने के लिए आदतों के बदलना ठीक नही इस कदर भूलना ठीक नही कुछ नया करना होगा कुछ नही तो ये पर्दा ही सही इसे बीच से हटाना होगा ©ranjit Kumar rathour चिलमन को हटाना होगा #ए पर्दानशीं
Housing Provider
कर्नाटक हिजाब/नकाब लड़ाई में मिली बहनों की जीत कॉलेज ने दिया नकाब में पढ़ने की अनुमति पर्दानशीं बहनों को मेरा सलाम ©MDBenefits कर्नाटक हिजाब/नकाब लड़ाई में मिली बहनों की जीत कॉलेज ने दिया नकाब में पढ़ने की अनुमति पर्दानशीं बहनों को मेरा सलाम #roseday
Dr Shefali Sharma
तलब-ए-दीद बेहासिल रही इस कदर हमें ख़्वाब में आके भी यार जो पर्दानशीं रहे झलक नसीब हो ग़र जो रुख से पर्दा हटे शाद हो जाए चश्म और घर में मेरे ईद मने ©Dr Shefali Sharma तलब-ए-दीद बेहासिल रही इस कदर हमें ख़्वाब में आके भी यार जो पर्दानशीं रहे झलक नसीब हो ग़र जो रुख से पर्दा हटे....... तलब-ए-दीद-desire of seen श
SURAJ आफताबी
मश्कारा न उतरने दे बरौनी का सजनी खयाल दीदों का न तो दिलदार का कर अज़मत - ए - बादल में न चीर सीना धूप का अभी माह ज्येष्ठ है , इन्तजार मल्हार का कर न उफ्फ़ न सिसकियाँ लेगी मुकाम लबों पर दे निमंत्रण धूप को पहरा शबनमी दरबार का कर तेरे हुस्न के मुकदमों की अदालत भी लगेगी मगर पहले बंदोबस्त वकील के फुवादी करार का कर वीरान बदन की मस्तूरी में न उलझ जाये "आफताब" मिज़हों में उलझा दिल मेरा यूँ कटि को तलवार न कर दीदा- आँखें अज़मत- बड़ाई, शबनमी दरबार- यहाँ मतलब होंठ से है फुवाद- दिल मस्तूरी- पर्दानशीं मिज़ह- पलकें #yqbaba #yqdidi
pri
दुपट्टा लिपटा था चहरे पे उसके फिर भी कयामत ढा गई उसकी नजरें कहर सी थी अब बताओ क्या करे। कम-ज़र्फ़=dishonorable ख़ुमार=hangover पर्दानशीं=veiled(पर्दे मे रहने वाली औरत) परवान=peak 🖤🥀CoLlab wITh yOUr sOuLFuLL wOrd'S🖤🥀 🖤🥀iTz mY
Ravendra