Find the Latest Status about सफेद दाग का इलाज from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सफेद दाग का इलाज.
Sonu Kumar Yadav
सफ़ेद चादर की दाग सफ़ेद चादर ओढ़े समा हैं। सफ़ेद मोखोटा पहने जहान हैं।। लगी दाग हैं, सफ़ेद चादर में, ये दाग ना जाने कब हतेगी। ये दाग ना जाने कब घटेगी।। मेरा शरीर विकारों में घिरा हैं, दामन पे जो दाग लगा हैं। कोई ना उसको धो सका हैं, कुछ भी उसका ना बिगर सका हैं। हमने सोचा था ! ये सफ़ेद चादर सदा सफ़ेद रहेगी। वक़्त ने जो केहर ढाया हैं, मन को विकारों से घेरा हैं। मैला मन हैं, मैला तन हैं। मैला पूरा जग हुआ हैं।। जो चादर कल - तक सफ़ेद थी वो आज मैली हुई हैं। मैला चादर ओढ़ा हैं , वक़्त ने जो तोफा दिया है। सोचा था मैने प्रेम बरसे गा । सोचा था मैने , प्रेम के पुष्प खिलेंगे। ना प्रेम बरसा , ना पुष्प खिला। ना चादर प्रेम के रंग में रंगा। ना चादर प्रेम से लाल हुआ । ना मन की मुक्ति हुई , ना विकारों ने प्रेम को मुक्त किया। ...कवि सोनू #Love #सफेद#चादर#की#दाग
Sonu Kumar Yadav
सफ़ेद चादर की दाग सफ़ेद चादर ओढ़े समा हैं। सफ़ेद मोखोटा पहने जहान हैं।। लगी दाग हैं, सफ़ेद चादर में, ये दाग ना जाने कब हतेगी। ये दाग ना जाने कब घटेगी।। मेरा शरीर विकारों में घिरा हैं, दामन पे जो दाग लगा हैं। कोई ना उसको धो सका हैं, कुछ भी उसका ना बिगर सका हैं। हमने सोचा था ! ये सफ़ेद चादर सदा सफ़ेद रहेगी। वक़्त ने जो केहर ढाया हैं, मन को विकारों से घेरा हैं। मैला मन हैं, मैला तन हैं। मैला पूरा जग हुआ हैं।। जो चादर कल - तक सफ़ेद थी वो आज मैली हुई हैं। मैला चादर ओढ़ा हैं , वक़्त ने जो तोफा दिया है। सोचा था मैने प्रेम बरसे गा । सोचा था मैने , प्रेम के पुष्प खिलेंगे। ना प्रेम बरसा , ना पुष्प खिला। ना चादर प्रेम के रंग में रंगा। ना चादर प्रेम से लाल हुआ । ना मन की मुक्ति हुई , ना विकारों ने प्रेम को मुक्त किया। ...कवि सोनू #Love #सफेद#चादर#की#दाग
Sonu Kumar Yadav
सफ़ेद चादर की दाग सफ़ेद चादर ओढ़े समा हैं। सफ़ेद मोखोटा पहने जहान हैं।। लगी दाग हैं, सफ़ेद चादर में, ये दाग ना जाने कब हतेगी। ये दाग ना जाने कब घटेगी।। मेरा शरीर विकारों में घिरा हैं, दामन पे जो दाग लगा हैं। कोई ना उसको धो सका हैं, कुछ भी उसका ना बिगर सका हैं। हमने सोचा था ! ये सफ़ेद चादर सदा सफ़ेद रहेगी। वक़्त ने जो केहर ढाया हैं, मन को विकारों से घेरा हैं। मैला मन हैं, मैला तन हैं। मैला पूरा जग हुआ हैं।। जो चादर कल - तक सफ़ेद थी वो आज मैली हुई हैं। मैला चादर ओढ़ा हैं , वक़्त ने जो तोफा दिया है। सोचा था मैने प्रेम बरसे गा । सोचा था मैने , प्रेम के पुष्प खिलेंगे। ना प्रेम बरसा , ना पुष्प खिला। ना चादर प्रेम के रंग में रंगा। ना चादर प्रेम से लाल हुआ । ना मन की मुक्ति हुई , ना विकारों ने प्रेम को मुक्त किया। ...कवि सोनू #Love #सफेद#चादर#की#दाग
Er Mohammed sazid Ali Tak