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Dwivedim 18
रूह कापती हैं,उन चीजो से रुबरु होने से जिनका वास्ता देकर आपने मोहबत का इज़्हार किया था । dwivedim रूह कापती हैं ।
Khushiram Yadav
खतो में झूठी कैफियत लिख लेते हैं हम कापते हाथों से भी खैरियत लिख देते है 😔✨💝 ©Khushiram Yadav #achievement कापते हाथो से 😔
Lovelorn Vinit
chandan
मुहब्बत का दर्द इस कदर है सीने में कि कुछ लिखने से कलम भी कापती है ।' ©chandan कितना दर्द है आप के सीने में , जैसे लगता लिखने से कलम भी कापती है ।
Shadab Khan
Jitesh soni ( Yash )
जिंदगी के सफर में आखरी सांस तक साथ देने वाला भी एक हमसफ़र होना चाहिए. .. ©Jitesh soni ( Yash ) . अगर कापते हाथों को सहारा मिल जाए तो, आगे का सफर और आसान हो जाता है,,,,,, बस कोई होना चाहिए जो आखरी वक्त तक साथ निभा सकें #unconditional #L
vinod sharma
मुझको यकीन है कहने से शरमाता होगा !! पर अकेले में मुझे अपना, सिर्फ़ अपना बताता होगा !! नज़र सबसे बचाकर आईने से जो मिलाई होगी, धुंधली सी सही,पर तस्वीर मेरी ही नज़र आई होगी !! माना कापते होंठो से कुछ भी ना कहा होगा मगर, आँख तो एक पल के लिए उसकी भी भर आई होगी !! माना झूठी ख़ुशी से लोगो को झुठलाता होगा!! पर अकेले में मुझे अपना, सिर्फ़ अपना बताता होगा !! मुझको यकीन है साफ साफ कहने से शरमाता होगा ! पर अकेले में मुझे अपना, सिर्फ़ अपना बताता होगा !! नज़र सबसे बचाकर आईने से जो मिलाई होगी, धुंधली स
yogesh atmaram ambawale
उंच उंच आकाशी भिरभिरायचंय मला पतंग व्हायचंय. वेगवेगळ्या आकारात सजायचंय कन्नी कापत सर्वांची, आकाशात एकट्याचंच राज्य करायचंय. नमस्कार प्रिय मित्रानों💕 इंग्रजी नव-वर्षानंतर चाहुल लागते ती मकरसंक्रात ची. मकरसंक्रात ची विशेषता म्हणजे पतंग उडवणे,तिळगुळ चे लाडु करणे. चला
Rakesh frnds4ever
हाथों की लकीरों में ना जाने क्या लिखा है,, अनगिनत लोगों के दरमियान भी हरदम एकेले होता हूं ना जाने कितने हाथों ने छोड़ा है इन हाथों को ना जाने कितनी ही बार किसी के हाथों को पकड़ने के हर प्रयास विफल रहे हैं कभी कहीं कोई अपनेपन का स्पर्श महसूस नही किया है इन हथेलियों ने हर बार स्नेह, प्यार, दुलार, साथ, दयालुता, सहयोग, भावात्मक, अपन्वतव, ओर सभी सकारात्मक स्पर्शों से वंचित रही हैं ये हथेलियां और अंगुलिया काश कोई इक बार तो कम से कम काश कोई थाम ले इन्हें कब तक ये हमेशा छूटते रहेंगे, टूटते रहेंगे, कापतें रहेंगे , बिखरते रहेगें,,,.... ©Rakesh frnds4ever #sparsh #हाथोंकीलकीरों में ना जाने क्या लिखा है,, अनगिनत लोगों के दरमियान भी हरदम एकेले होता हूं ना जाने कितने हाथों ने छोड़ा है इन हाथों