Nojoto: Largest Storytelling Platform

New तुहिन का पर्यायवाची Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about तुहिन का पर्यायवाची from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, तुहिन का पर्यायवाची.

    PopularLatestVideo

प्रभाकर अजय शिवा सेन

जग का पर्यावाची #Roses

read more
जग की पर्यावाची मघा😁😁😁😂😄😅

©प्रभाकर अजय शिवा सेन जग का पर्यावाची 

#Roses

Parasram Arora

पर्यायवाची...... #शायरी

read more
खून को पानी का पर्यायवाची  मत मान. लेना
अनुभन कितना भी कटु क्यों न हो वो.कभी कहानी नही बन सकताहै 

उस बसती मे  सच  बोलने का रिवाज  नही है
यहां कोई भी  आदमी  सच.को  झूठ बना कर पेश कर सकता है

ताउम्र अपना  वक़्त   दुसरो की भलाई मे  खर्च करता रहा वो
ऐसा आदमी कुछ पल का वक़्त भी अपने लिये निकाल नही   सकता है

©Parasram Arora पर्यायवाची......

Jogendra Singh writer

nojoto ka पर्यायवाची #Light

read more
आपके अनुसार Nojoto का पर्यायवाची  क्या है
Answer in comment section

©Jogendra Singh Rathore 6578 nojoto ka पर्यायवाची

#Light

S Ram Verma (इश्क)

मोहब्बत करती है तो उस की तौहीन ना कर ;
या तो होश ना खो ,खो दे तो फिर होश में आया ना कर ! #मोहब्बत #तौहिन

Anisha Dodke

तुझिन माझी #PARENTS #मराठीकविता

read more
कविता:मैत्री तुझीन माझी

मैत्री तुझीन माझी आहे हक्काची
आहे साथा जन्माची ...
मैत्री तुझीन माझी वेड लावी
जिवाभावाची ....
मैत्री तुझीन माझी दोन 
भोळ्या जिवाची....!

मैत्री तुझीन माझी शब्द ओठीची
मैत्री तुझीन माझी प्रेमाच्या मायेच्या संगतीची....
मैत्री तुझीन माझी साथ जन्माची!

 समजून 
घेण्याची....
मैत्री तुझीन माझी गोड 
अस्वादाची...
मैत्री तुझीन माझी आहे
फक्त मणी ध्यानीं आठवणीत
राहण्याची...

मैत्री तुझीन माझी
आहे अविस्मरणीय
जीवनातील क्षणाची....!

कवयित्री:कु:आनिशा दिलीप दोडके

©Anisha Dodke तुझिन माझी

#PARENTS

SURAJ आफताबी

दृग- पलकें तुहिन- ओस की बूँदें जुन्हाई- चाँदनी अबोध- innocent दलक- कंपन्न, थरथराहट कलाम- बातें, बातचीत गुहिन- जंगल, वन #yqbaba #कविता #yqdidi #yqlove #कविताएँज़िंदारहतीहैं #surajaaftabi

read more
दृगों   पर    मंद  -  मंद   हया    की    तुहिन   चूमी
अंगड़ाईयों    पर    पुरवाईयों    की    छुअन   चूमी
अब छलक जाये यौवन तो  मुझे  इल्ज़ाम  न देना
तुम्हारी  तो  कुटिल  अदाओं  में  ही  शुमार  है  ये
झुमके के हुक में उलझाकर मुझे मेरा दाम न देना !

चेहरे   पर    चाँद    से    उतरी    शीतल     जुन्हाई    चूमी
अधरों   पर   अबोध    सी    ठहरी    मधुर    मिठाई   चूमी
अब  दलक  जाये  देह  तो जुबाँ  को कोई  कलाम न देना
तुम्हारे  केशों  के  गुहिन  का  कैसा  अजब  रिवाज  है  ये
भटके हुये को शाम न देना और अपनों को सलाम न देना ! दृग- पलकें
तुहिन- ओस की बूँदें
जुन्हाई- चाँदनी
अबोध- innocent
दलक- कंपन्न, थरथराहट
कलाम- बातें, बातचीत
गुहिन- जंगल, वन
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile