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cvm

वो हर बात पे नफरत निभा बैठे मैं हर बात पे कलम उठा बैठा वो मेरी शख्सियत से सवाल कर बैठे मैं हर शब्दों को जुनून सीखा बैठा #poem

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वो हर बात पे नफरत निभा बैठे,

मैं हर बात पे कलम उठा बैठा !!

वो मेरी शख्सियत से सवाल कर बैठे, 

मैं हर शब्दों को जुनून सीखा बैठा !! वो हर बात पे नफरत निभा बैठे
मैं हर बात पे कलम उठा बैठा 
वो मेरी शख्सियत से सवाल कर बैठे 
मैं हर शब्दों को जुनून सीखा बैठा

Lakhvir Singh Rathore"LKV"

बर्बाद गुलिस्तां करने को एक उल्लू काफी था, यहां तो हर डाल पर उल्लू बैठा है अंजाम गुलिस्तां क्या होगा।। 😊 @lkv

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बर्बाद गुलिस्तां करने को एक उल्लू काफी था,
यहां तो हर डाल पर उल्लू बैठा है अंजाम गुलिस्तां क्या होगा। बर्बाद गुलिस्तां करने को एक उल्लू काफी था,
यहां तो हर डाल पर उल्लू बैठा है अंजाम गुलिस्तां क्या होगा।।
😊
@lkv

mysterious girl

शौक़ बहराइची साहब के मशहूर शेर ... बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था, हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा'  #Blind_trust

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एक ही बाबा काफी है, 
पूरा चमन उजाड़ने को,
हर शाख पे बाबा बैठा है,
अंजाम-ए-गुलिस्ता क्या होगा???

अगर इंसान को भगवान का दर्ज़ा दोगे तो
परिणाम भी भयंकर होंगे।

©mysterious girl शौक़ बहराइची साहब के मशहूर शेर ... बर्बाद गुलिस्ताँ करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी था, हर शाख़ पे उल्लू बैठा है अंजाम-ए-गुलिस्ताँ क्या होगा' 

~anshul

#बर्बाद गुलिस्ता करने को बस एक ही उल्लू काफी था.. हर शाख पे उल्लू बैठे हैं, अंजाम गुलिस्ता क्या होगा...😨😋☺ indu mehra Tarannum Sana Shipra #कॉमेडी

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बर्बाद गुलिस्ता करने को बस एक ही उल्लू  काफी था..
हर शाख पे उल्लू बैठे हैं, अंजाम गुलिस्ता क्या होगा...



😨😋☺
@perceptions anshul #बर्बाद गुलिस्ता करने को बस एक ही उल्लू  काफी था..
हर शाख पे उल्लू बैठे हैं, अंजाम गुलिस्ता क्या होगा...😨😋☺ indu mehra Tarannum Sana  Shipra

Himaani

#uskebina हर कोई सताए बैठा है #ज़िन्दगी

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सिद्धार्थ मिश्र स्वतंत्र

तुम से रंगी हर सुबह हर शाम है Trending Poetry कविता शायरी स्वतंत्र

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