Find the Latest Status about माखनलाल चतुर्वेदी की देशभक्ति कविता from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, माखनलाल चतुर्वेदी की देशभक्ति कविता.
Arpit Mishra
प्राणों की मसोस, गीतों की- कड़ियाँ बन-बन रह जाती हैं, आँखों की बूँदें बूँदों पर, चढ़-चढ़ उमड़-घुमड़ आती हैं! रे निठुर किस के लिए मैं आँसुओं में प्यार खोलूँ? बोल तो किसके लिए मैं गीत लिक्खूँ, बोल बोलूँ? - माखनलाल चतुर्वेदी ©Arpit Mishra माखनलाल चतुर्वेदी
Prabhu Dayal Hans
Snowball
Manojleela rameshchandra
आज माखनलाल चतुर्वेदी जयंती समारोह में वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून वाजपेयी को सुनने का अवसर मिला.. #भोपाल # माखनलाल लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता
anuragbauddh
माँ बाबा की शर्ट मे जो दाग है , तू उसे धोती क्यों नहीं। कुछ दिन से चेहरा तेरा उदास है, तू सोती क्यों नहीं। तेरी चुड़ी, बिदियाँ , कँगन बहुत ढूढें मैने माँ. गिरे हुए उस धागे के मोती , तू पिरोती क्यों नहीं। माँ बाबा की शर्ट मे जो दाग है , तू उसे धोती क्यों नहीं। दरवाजे पर जो मिट्टी है ,मैने देख ली माँ। तेरे सिरहाने पर जो चिट्ठी है , मैने देख ली माँ.। मेरा नया खिलोना अब शायद ना आएगा। मेरा बाबा लौट कर अब वापस ना आएगा। बाहर निकाल अपने अश्कों को, जी भर के तू रोती क्यों नहीं। माँ बाबा की शर्ट मे जो दाग है , तू उसे धोती क्यों नहीं। जैसे तू हर कदम मेरे साथ रहती हैं. उन बेटो को भारत माँ की फिक्र दिन रात रहतीं है। माँ बाबा मेरा महान था ,अपने देश की शान था । जाते -जाते उसने बदूंक चूमि थी। आखिरी साँस मे भी उसने अपनी धरती चूमि थी। बहुत रात हो गई है माँ ,अब तू सोती क्यों नहीं। माँ बाबा की शर्ट मे जो दाग है , तू उसे धोती क्यों नहीं। #कविता #देशभक्ति
Ronu Mavai Gurjar
चाहे जात का प्रचार करो, चाहे धर्म पर भिमान करो। इस तिरंगे का सम्मान करो, और जान देश के नाम करो।। रोनू मावई। ©Ronu Mavai Gurjar देशभक्ति कविता।
विवेक चतुर्वेदी
हमने तो अब चुप की ठानी, अब विरक्त है मेरी वाणी| हर कोई कहने को आतुर, अपनी अपनी राम कहानी| सच्ची बात हृदय की कह दूँ, अब सब हमसे ज्यादा ज्ञानी | लगता मैं सबसे अज्ञानी? अब विराम लेती है वाणी, अपनों के ही मोह पाश में, अपनेपन की व्यर्थ आस में, करता रहा सदा नादानी, सबकी अपनी छैया-मैया, अपनी अपनी राम कहानी, अपना अपना दाना पानी | हमने तो अब चुप्पी ठानी || मौन की वाणी : कविता - विवेक चतुर्वेदी (शिक्षक) #Dhauladhar_range