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New निष्क्रियता Quotes, Status, Photo, Video

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Rishu

#yqbaba #yqdidi #निष्क्रियता साक्षीदृष्टा।

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कभी कभी समय निकाल कर निष्क्रिय हुआ कीजिए,
इस जीवन,संसार मे, जो हर क्षण अत्यधिक सक्रिय है,
सन्तुष्टता प्रदत्त है निष्क्रियता,भय और इच्छा बाधा है,
साक्षीपन का अभ्यास आवश्यक यदि जीवन प्रिय है,

प्रायः निष्क्रियता अभ्यास है चेतना को मुक्त करने का,
परिस्थितियों पर से नियंत्रण खोने की सचेत प्रक्रिया है,
साहस और विश्वास अति आवश्यक है,आंनद के लिए,
परिवर्तन को सहज स्वीकारना ही योगी की दिनचर्या है,

निष्क्रियता में अंतर्मन के द्वन्दों पर ध्यान दिया कीजिए,
हृदय को खोलने, व्यक्त करने का पूर्ण अभ्यास कीजिए,
श्रेष्ठता की बजाए,सत्यता को जीवन का केंद्र बिंदु बनाएं,
कभी उपरोक्त अभ्यास पूर्वनियोजित और कभी अनायास कीजिए 

साक्षीदृष्टा भव:🤚
 #yqbaba #yqdidi #निष्क्रियता #साक्षीदृष्टा।

RiChA SiNgH SoMvAnShI

"निष्क्रिय - बेरोजगार" #yqbaba #yqdidi #निष्क्रियता #writingislove

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अंत: हृदय का है, असीमित सवाल,
निष्क्रिय व्यक्ति है, जीवित सामान ।  "निष्क्रिय - बेरोजगार"
#yqbaba #yqdidi 
#निष्क्रियता
#writingislove

Motivational indar jeet group

#जीवन दर्शन 🌹 अगर हम अपनी दृष्टि को विशाल नहीं बनाते , दूर की नहीं सोचते और बिगाड़ को रोकने और बनाव को संभालने के लिए कुछ नहीं करते तो आगामी #विचार

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Divyanshu Pathak

OPEN FOR COLLAB 😁 A dual collab background 🎊🎊 #ATpoetryprose • A Dual Collab Challenge by Aesthetic Thoughts! 💚 नई जीवन शैली फास्ट-फूड,सिगर #yqdidi #YourQuoteAndMine #aestheticthoughts #जनता_कर्फ़्यू #yqaestheticthoughts #पाठकपुराण

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22 मार्च रविवार
#जनता_कर्फ़्यू है।
सुबह 8 बजे से रात 9
बजे तक घर से न निकलें
और किसी को निकलने भी
नही दें ! OPEN FOR COLLAB 😁 A dual collab background 🎊🎊 #ATpoetryprose • A Dual Collab Challenge by Aesthetic Thoughts! 💚 
नई जीवन शैली फास्ट-फूड,सिगर

Sunil itawadiya

दहेज़ एक ऐसी सामाजिक कुप्रथा है जिसे शिक्षित वर्ग के द्वारा बढ़ावा मिलता रहा है. भारतीय क़ानून के अनुसार दहेज लेना और देना दोनों ही अपराध है. ल #जिंदगी #motivationalquotes #Dahej #गरीबी #लाचारी #दहेजप्रथा #परंपराएं

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जब पूछा गया दहेज मे क्या मिला
 सब अपनी लंबी लंबी हाक रहे थे , 
एक बाप ने अपनी बेटी दे दी और 
रिश्तेदार ट्रक में झांक रहे थे । 

रेड द कैप्शन
👇 दहेज़ एक ऐसी सामाजिक कुप्रथा है जिसे शिक्षित वर्ग के द्वारा बढ़ावा मिलता रहा है. भारतीय क़ानून के अनुसार दहेज लेना और देना दोनों ही अपराध है. ल

Anil Malviya

Review "संयोग " 👉यह कहानी लेखक की एक सच्ची प्रेम कहानी है , कहानी की भाषा सरल जो व्यवहारिक पक्ष को मजबूत करती है , लेखक ने जिस तरह किताब क

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review"संयोग"

©Anil Malviya Review "संयोग " 

👉यह कहानी लेखक की एक सच्ची प्रेम कहानी है , कहानी की भाषा सरल जो व्यवहारिक पक्ष को मजबूत करती है , लेखक ने जिस तरह किताब क

Kulbhushan Arora

मेरी प्रेरणा Rammeet, Ram+meet= राम की मीत.... अक्टूबर माह वर्ष 2000 2 जून 2000 में 2.5 वर्ष के संघर्ष के बाद श्रीमती जी ने अपने जीवन के लि

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मेरी प्रेरणा
Rammeet
*संघर्ष के सफ़र* 
की मीता... मेरी प्रेरणा Rammeet,
Ram+meet= राम की मीत....
 अक्टूबर माह वर्ष 2000
2 जून 2000 में 2.5 वर्ष के संघर्ष के बाद श्रीमती जी ने अपने जीवन के लि

Vedantika

जीवन और मृत्यु एक जीव के अस्तित्व के आरंभ से लेकर उसके अंत तक का एक सुनियोजित ढंग से चलने वाला एक चक्र है जो वैज्ञानिक दृष्टि से ही नहीं अपि

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कोरा काग़ज़
चिंतन

(जीवन और मृत्यु)

जीवन और मृत्यु एक जीव के अस्तित्व के आरंभ से लेकर उसके अंत तक का एक सुनियोजित ढंग से चलने वाला एक चक्र है जो वैज्ञानिक दृष्टि से ही नहीं अपितु आध्यात्मिक एवं मानसिक दृष्टि से भी अपने आप मे एक रहस्यमयी प्रक्रिया है।

 जीवन और मृत्यु एक जीव के अस्तित्व के आरंभ से लेकर उसके अंत तक का एक सुनियोजित ढंग से चलने वाला एक चक्र है जो वैज्ञानिक दृष्टि से ही नहीं अपि

Divyanshu Pathak

भारत जैसे देश में इस तरह का वातावरण कैसे बन गया। जहां हर व्यक्ति पुरूषार्थ के सहारे मोक्ष का सपना देखता था, कर्म को अपना धर्म मानता था, वह अ

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भारतीय शिक्षा व्यक्तित्व निर्माण करती रही है।
कोई शिक्षक आज की तरह छात्राओं से बलात्कार नहीं करता था।
:
              ( कैप्शन नोट )

बदलती जीवनशैली के लिए हमारी शिक्षा जिम्मेवार..... 
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    सुबह की चाय☕ के साथ आत्म मंथन ! बोलो करोगे या युहीं "आशिक़ी" की "मौशिकी" में वक़्त गुजर जाएगा!
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             गुलाब कोठारी
प्रधान संपादक राजस्थान पत्रिका 
 भारत जैसे देश में इस तरह का वातावरण कैसे बन गया। जहां हर व्यक्ति पुरूषार्थ के सहारे मोक्ष का सपना देखता था, कर्म को अपना धर्म मानता था, वह अ
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