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चिरावटिया

तुम सा बनने का सामर्थ्य नही मुझ में पर तुमने मुझे मैं भी न रहने दिया #चिरावटिया #chirawatiya #poem #Feeling #SpanishLove #शायरी

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vinod

मैं तुमको सिखाना चाहता था कि प्रेम कैसे किया जाता है पर तुमने मुझे सीखा दिया की प्रेम नहीं करना चाहिए.... #lovetaj #thought

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मैं तुमको सिखाना चाहता था कि प्रेम कैसे किया जाता है 

पर तुमने मुझे सीखा दिया की प्रेम नहीं करना चाहिए....

©Vinod kumar मैं तुमको सिखाना चाहता था कि प्रेम कैसे किया जाता है 

पर तुमने मुझे सीखा दिया की प्रेम नहीं करना चाहिए....


#lovetaj

Goofy

मैं हर रोज उस जगह पर जाकर तुम्हें आवाज देता हूँ, जहाँ पर तुमने मुझे सुनना बंद कर दिया था ! #मेरिआवाज #शायरी #abkahnedo #nojotohindi #shayri

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Natural Morning मैं हर रोज उस जगह पर जाकर तुम्हें आवाज देता हूँ,
जहाँ पर तुमने मुझे सुनना बंद कर दिया था ! मैं हर रोज उस जगह पर जाकर तुम्हें आवाज देता हूँ,
जहाँ पर तुमने मुझे सुनना बंद कर दिया था !
#मेरिआवाज
#शायरी
#abkahnedo
#nojotohindi
#shayri

AB

Dear Pooja ( Pooja Tiwari 🐿 ) कुछ रिश्ते अनमोल होते हैं कुछ बहुत ही ज्यादा अनमोल और कुछ ऐसे भी जिनका कोई मोल ही नहीं होता पैमाना नहीं होता

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 Dear Pooja ( Pooja Tiwari 🐿 )

कुछ रिश्ते अनमोल होते हैं कुछ बहुत ही ज्यादा अनमोल और कुछ ऐसे भी जिनका कोई मोल ही नहीं होता पैमाना नहीं होता

kumaarkikalamse

प्रिय पहिये 'दुनिया का बोझ तुम उठाते फिर भी ज़रा ना तुम घबराते' तुम में ना जाने कहाँ से इतनी शक्ति आती है कि बिना किसी शिकायत, शर्त के इतन #साथी #Kumaarsthought #पहिया #MeMoWriMo #yqletter #yqlewrimo #kumaarletter

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प्रिय पहिये

'दुनिया का बोझ तुम उठाते फिर भी ज़रा ना तुम घबराते'

तुम में ना जाने कहाँ से इतनी शक्ति आती है कि बिना किसी शिकायत, शर्त के इतना सहन करते हो, और उसके बदले में तुम क्या चाहते हो कोई तुम्हें गुस्से में लात ना मारे, पर तुम कुछ नहीं कह पाते उनको..!

आज मैं तुम्हारे साथ जिए दो संस्मरण तुम्हें लिख रहा हूँ, तुम बताना तुम्हें कौनसा अक्षर दर अक्षर याद है..!

पहला संस्मरण :
                  दिनाँक 22 दिसंबर 2008 समय सुबह के 9:20-25 के आसपास का जब तुमने ख़ुद पर पूरा दोष लेकर उस मासूम सी बच्ची को बचाया था मेरी बाइक के नीचे आने से, सर्दी की गुलाबी सुबह और गुलाबी नगरी की ठण्ड.. ऊऊऊऊऊ, गलती शायद मेरी थी कि उस ओर ध्यान ना गया पर तुमने फिसलते फिसलते उस बच्ची की रक्षा की, उसके लिए में तुम्हारा आभारी हूं, ऋणी हूँ..! प्रिय पहिये

'दुनिया का बोझ तुम उठाते फिर भी ज़रा ना तुम घबराते'

तुम में ना जाने कहाँ से इतनी शक्ति आती है कि बिना किसी शिकायत, शर्त के इतन
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