Find the Latest Status about स्त्री quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, स्त्री quotes.
CalmKrishna
.....,...... #NojotoQuote स्त्री और पुरूष #समझ #स्त्री #पुरुष #अंतर #Quotes #Nojoto #Nojotohindi
शिवालय सिंह राठौर
भगवान भी झुकते है जहाँ स्त्री देवी होती है. ©शिवालय सिंह राठौर स्त्री देवी... #स्त्री #umeedein #Quotes #hindi #lines #shayari #poetry #nojoto #shivalayasingh #प्रेक्षक
Anamika Nautiyal
सुबह उठकर बालों को समेट कर जूड़े में बाँध देना मानो कमर कस ली हो उसने फिर रात को खोलकर गेसू मानो कुछ क्षण के लिए ही सही जिम्मेदारियों से मुक्त हो गई है वह और तैयारी कर ली है फिर दूसरी सुबह कमर कसने के लिए। एक स्त्री,,,, #अनाम #गढ़वालीगर्ल #स्त्री #रात्रिख्याल #अनाम_ख़्याल #गेसू #खुलेबाल #जूड़ा Best YQ Hindi Quotes
Pragya Saraf
स्त्री तो स्त्री है... स्त्री तो स्त्री है, मनुष्य कहाँ बन पाती है? कोई मानव अधिकार -स्त्री का अधिकार कहाँ? फ़र्ज निभाना बस फर्ज निभाना स्त्री के लिए तो बस एक यही है राह यहाँ... स्त्री तो स्त्री है, मनुष्य नहीं बन पाती है? चाहे रौंद दो भावनाओं को, मिटा दो किस्मत की रेखाओं को, बुझा दो सारी आशाओं को, तोड़ दो सारे सपनों को, फिर भी छोड़ के सारे अपनों को.... एक नए घोंसले की खातिर, तिनका -तिनका जुटाती है। स्त्री तो स्त्री है.... टूटने और बिखरने पर भी खुद ही सिमट जाती है, वो रूठे और कोई मनाएँ, उम्मीद कहाँ लगाती है... स्त्री तो स्त्री है, मनुष्य कहाँ बन पाती है.... स्त्री तो स्त्री है....
diaryreena
वैसे तो एक स्त्री कभी कमजोर नहीं होती है । चाहे कितनी भी मुसीबत हो तकलीफ हो किसी का टॉर्चर हो या कितना भी ताने क्यों ना हो किसी का दिया हुआ सब सहती है । कभी उफ्फ नहीं करती है लेकिन जो मेरा अनुभव है , वो बताना चाहूंगी। मेरे ख्याल से .... एक स्त्री सबसे ज्यादा कमजोर तब होती है , जब उसका लाइफ पार्टनर या यू कह लीजिए उसका जीवन साथी जब साथ नहीं देता तब एक अकेली स्त्री बहुत कमजोर हो जाती अंदर से टूट जाती है । और बहुत समय लगता है इस दर्द से उसे संभलने में। ©Diaryreena #स्त्री
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
स्त्री ने अपने तेज़ से सृष्टि का निर्माण किया जल थल वायु नभ आकाश बनाकर ,उसे तारों से भर दिया फिर पुरुष बनाया संसार की रखवाली करने के लिए विजित किया उसे युगों युगों तक अपने शक्ति और ज्ञान से फिर पुरुष ने अपने स्त्री से उसकी सत्ता छिनने के लिए प्यार का सहानुभूति का सम्मान का एक तीर फेका स्त्री उसमे उलझ गयीं और बन गयीं पुरुषों की दासी फिर स्त्री उभरे ना कभी सत्ता छीने ना कभी स्त्री को बश में किया पिता भाई पति बनकर तार तार किया हर रिश्तों को बनाकर स्त्री से, जो अब तक करता आ रहा हैं पुरुष स्त्री से रक्षक भक्षक बनकर युगों से ।। स्त्री