किसी ने पूछा
कौन है वो मेरा...?
ओह साथी !
तुम अंधकार में
वो शीतल चांद हो
जिसे पाने की चाहत नहीं मुझे
बस कुछ पल उस चांदनी में
शीतलता महसू #जीवन#ज़िन्दगी#किस्से_दिल_की_किताब_के
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rishipoet
Stranger
poetry
अजनबी
चिलचिलाती गर्मी और दिल्ली शहर
दोंनो कहर ढा रही थी ।
मानो सूरज कोई रंजिश कर रहा हो।
मेरे कदम धधकती जमीन पर