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Mohan Sardarshahari
कला छूती हृदय को विज्ञान मस्तिष्क के नाम जब हो हृदय बैठना कला साधे काम।। सिद्ध गायकी करते आये कर अग्नि प्रणाम धर्म का ध्वज लिए घूमे चौखण्ड धाम।। जीवत समाधियां लेकर रखा धर्म का मान फिर भी छुपे रहे जैसे पहेली गुमनाम।। कोमल सिद्ध ने जब जीता मरवण का खिताब राजस्थानी संस्कृति का दुनिया में बढ़ा रूवाब ना धर्म ध्वज ,ना चौखण्ड फेरी फिर भी दुनिया पहुंची आवाज।। ©Mohan Sardarshahari मरवण का खिताब
WildSudhirAarya
खिताबी उम्मीदें हम किसी से रखते नहीं जनाब, उस बदलते शख्स का हम कभी करते नहीं ख्वाब। उस मिश्रित हवा को आखिर वह जाने दो तुम अभी, नहीं आई खुशबू इसमें कि है कोई खिला हुआ गुलाब। ✍️WildSudhirAarya ©WildSudhirAarya उम्मीद का खिताब #MorningTea
Rashmi Shankar
दिल के जज़्बात, अल्फ़ाज़ में लिखकर जिसने महफ़िल गरमाया है ! अंदर अंदर टूटा बेशक,पर इल्ज़ाम खुद ही पर लगाया है ! जख्मों को दिल में ही जलाकर जिसने लब्जों में बिखराया है ! खुद से खुद के ज़ख्म कुरेदना आज हुनर उसका कहलाया है ! यूं हल्के में ना लीजिए इस दीवाने को ,जनाब दर्द को दिल में पाल कर उसने शायर का खिताब पाया है ! शायर का खिताब पाया है ! शायर का खिताब पाया है!!
santosh bhatt sonu
खामोशी ने एक जवाब मांगा है आज तक कि चुप्पी का हिसाब मांगा है खुद को चुप रहने का किम्मत बहुत चुकाता हूँ मैं लिखता किस्से, उसने फिर एक किताब मांगा है। आज तक किसी को कुछ नही बोला, बेमर्जी ये उसका जश्न है, जीत है, उसने खिताब मांगा है। खिताब
Vandna Solanki
हम समझ ही न पाए कि कौन हूँ मैं उन्होंने मुझे न जाने कितने खिताब दे दिए ... **वंदना सोलंकी** #खिताब
HAppy Saini
बाकी तेरी मर्जी तू इसे क्या क्या समझे, मै तो तुझे मेरे इश्क का खिताब समझता हूं #खिताब
Sanjay Ni_ra_la
मेरे गुनाहों का वो हिसाब माँगते हैं अपने ख्वाबों का जवाब माँगते हैं ढूंढ़ते हैं मुझको आइने में आजकल आइनों से आजकल खिताब माँगते हैं 23 March 2023 ©Sanjay Ni_ra_la खिताब माँगते हैं
Ruchi Arya
मुलाकात कहां हो पाई है उससे ,, उससे मिलना तो हमारा खुआव था , अब ये खुआव पूरा होगा कैसे ।। कमबख्त ये बख्त पता नही क्यों रूठा सा रहने लगा है हमसे ।। न जाने क्यों आंखों में नमी सी रहने लगी है ।। मन भी बेवजह बेचैन सा रहता है,, आज कल उदास रहना ही मन को पता नहीं क्यों अच्छा सा लगने लगा है ।। ##तकदीर की खिताब ##