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abhishek sharma
उसके होंठों पे थी लाली कानों में थीं सोनें की बाली जब चलती थी वह पायल छम छम खनकती है और उसके पैरों में चांदी की पायल कि एक अलग सी रौनक झलकती है चुडिया खनकती है हाथों में बिंदिया वह लगतीं है माथे पे सिंदूर लगा कर सँवारती है नाक में नथ पहनकर कितनी प्यारी लगतीं हैं घूंघट ओडकर कर कितनी दुलारी लगतीं हैं ©mysterious boy part 1घूंघट #nojohindi #Nojoto #nojotonews #nojoto2021 #Quotes #घूंघट #मेरेशब्दोंकीदुनिया
Dr Supreet Singh
रोक नहीं पाओगे ख़ुद को डूबने से इन आंखों में डूब गए तो बाहर ना आना चाहोगे प्यारे अल्फ़ाज़ो के जल में जो घुल जायेंगें ऐसे की बस समाते जाओगे उस चासनी में, उस मीठे से प्यार में समेट लेगी कशिश तुमको ऐसे की बस लगन लगेगी मोहब्बत की ऐसी ना कभी दूर हो पाओगे सोचोगे तब भी अपना दिल समझा ना पाओगे ©Dr Supreet Singh #मोहिनी
Ashvani Kumar
नैनन को मीच मीच, नैन कोर खींच खींच, मोती कजरारी कारी धार करे मोहिनी! मुस्काए मंद मंद मन में ही मीत संग, मीठी मीठी मौन मौन मनुहार करे मोहिनी ! देख हाल चाल ढाल आइनो करे कमाल, जाने कौन बात पे विचार करे मोहिनी ! बिसरानी सुध-बुध खोई खड़ी ऐसन कि , करके श्रृंगार बार बार करे मोहिनी ! छटा-छवि-छप भर नजर निहार ले तो, जल भी जलाए के अंगार करे मोहिनी! बात बिना बात के जो बिगडे तो मन से ही, झूँठी मीठी तीखी तकरार करे मोहिनी! मगन हो मोहन पे मोहन को मोहने के, बांसिया तो जतन बेकार करे मोहिनी ! जाने न निराली नैनोंवाली मतवाली ये कि, मोहन तो तुझसे ही प्यार करे मोहिनी ! ©Ashvani Kumar मोहिनी
Mahesh Gupta
देख लो साधना के स्वर मोहिनी, मेरी दुनिया सदा से तुम्हारे लिए, एक सागर नयन में समाये हुए , मेरी नदियाँ सदा से तुम्हारे लिए, मोहिनी
Khushbu Rawal Khushi
घुंघट पहन लिया हमने घूंघट कैसे करू भाव अपने प्रकट सोचने पर लगे शरम की दीवार है सही इसके सारे ही मर्यादा की रेखा बनी ना निकालो तुम घूंघट,ओढ़ लो शर्म की चुनरिया मान सम्मान ,इज्जत बुजुर्गो की हमेशा करे तुम्हारी नजरिया मुंह दिखाने के चक्कर में मुंह ना खोलो ना निकालो घूंघट तुम,हमेशा हया की चुनी ओढ़लो घूंघट #tradition#culture#respect#घूंघट
shk diary writes
आत्मसम्मान का दम गोंटकर मारने वाला जहर हैं घूंघट... shk diary writes घूंघट???